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#indiainnepal #indianembassy #embassyofnepalindelhi #pmonepal #pmoindia #arjurana #KalingaInstituteofIndustrialTechnology #KIIT #SuicidePrakritiLamsal #Abhijeet #cmudisa उड़ीसा के कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल की सुसाइड एक गंभीर आपराधिक मामला है, जिसने नेपाल और भारत दोनों देशों में चिंता और आक्रोश को जन्म दिया है। इस मामले में भारतीय पुलिस ने आरोपी श्री अद्विक श्रीवास्तव को हिरासत में ले लिया है, उससे पूछताछ की जा रही है और इस उड़ीसा के कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल की सुसाइड एक गंभीर आपराधिक मामला है, जिसने नेपाल और भारत दोनों देशों में चिंता और आक्रोश को जन्म दिया हैप्रकार भारतीय अपराधिक कानून के तहत पुलिस जांच हो रही है, जो न्यायिक प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा है। भारत सरकार ने भी नेपाली छात्रों की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। नेपाल में भारतीय दूतावास ने इस मामले में एक नया बयान जारी कर कहा कि भारतीय अधिकारी न्यायिक प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नेपाल के विदेश मंत्री आरजू राणा देऊपा राणा से बातचीत के दौरान उड़ीसा सरकार के शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने आश्वस्त किया है कि ओडिशा सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और दिवंगत छात्रा प्रकृति लम्साल को न्याय दिलाने और दोषी को सजा दिलाने के लिए उड़ीसा सरकार ने पुलिस जांच के अतिरिक्त एक 'उच्च स्तरीय जांच समिति' का भी गठन किया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि छात्रावास में नेपाली छात्रों की सुरक्षा और पढ़ाई फिर से शुरू करने के लिए व्यवस्था की गई है। उड़ीसा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया है। उन्होंने नेपाल के छात्रों से परिसर में लौटने और पढ़ाई फिर से शुरू करने का आग्रह किया है। सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही शांति और सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी। नेपाल के साथ भारत के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक संबंध को देखते हुए नेपाल की सामाजिक संस्थाओं, छात्र संगठनों तथा सिविल सोसायटी को इस मामले में भावनात्मक और व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है, जिससे कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध प्रभावित न हों। इस मामले को कानून के दायरे में रहकर सुलझाने की दिशा में सभी संबद्ध पक्षों को काम करना चाहिए और इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने से सभी को बचना चाहिए। भारत की सरकार, वहां की कानून और न्याय व्यवस्था में विश्वास रखिए, दिवंगत छात्रा प्रकृति लम्साल और उसके परिवार को न्याय मिलेगा। जहाँ तक नेपाल के कुछ राजनीतिक पार्टी और उसके विद्यार्थी संगठनों द्वारा भारत विरोधी कार्यक्रम, आन्दोलन या हंगामा करवाए जा रहे हैं, वह हारे हुए बिल्ली का रुप है। उस पार्टी को अगर देश, जनता, विद्यार्थी और उसके शिक्षा भविष्य से कोई प्रेम, लगाव और जिम्मेवरिपन का बोध है, तो उन्हें अपने ही देश में रोजगार, व्यवसाय, नौकरी और शिक्षा देने की व्यवस्था क्यों नहीं किया गया है ? क्यों नेपाली विद्यार्थी और कामदार दुनिया के अन्य मुल्कों के धरती पर मरने को बाध्य हैं ? हरेक दिन दर्जनों के संख्या में मृत नेपाली शरीर बक्से में नेपाल क्यों आता है ? शर्म और जिम्मेवारी नाम का कोई चीज है कि नहीं सरकार को ? खाली सरकार का "सरकार देश र जनता को दिगो विकास र सुरक्षा को लागि अहोरात्र काम गरिरहेको छ।" बाले ओछी बकवास के आलावे और कोई काम है ? अगर नेपाल के किसी राजनीतिक दल, नेता, नेतृत्व या सरकार में थोड़ा भी देश और जनता के लिए गम और संवेदना है, तो आज भी भ्रष्टाचार और गलत कमीशनखोरी को छोड़कर भ्रष्टाचार के थोड़े थोड़े पैसे भी देश-जनता हित में लगा दें तो देश का काया कल्प बदल जायेगा और जनता उसके भ्रष्ट आचरणों को माफ कर देगी। जो विद्यार्थी भारत विरोध में आन्दोलन करते हैं, उनसे आग्रह है कि आप जितने किसी देश और आपके भविष्य बिगरुवा पार्टियों के दुष्चक्र में पड़कर आंदोलनरत हैं, उसके ठीक विपरीत आप देश के दुश्मन और कल्ह के आपके भविष्य के अंधकार के कारण रहे मौजूदा पार्टी, सरकार और नेताओं को राजनीतिक और आर्थिक सत्ता से बाहर निकलने का आन्दोलन करें तो समय और मेहनत का सदुपयोग माना जायेगा। भारत का विरोध करने से प्रथमतः आपको कुछ मिलेगा नहीं और ये देश में पल रहे आपराधिक नेता हमेशा आपको, देश को और जनता को भेंड़ समझकर आपके सारे राष्ट्रीय संसाधनों का दोहन खानदान दर खानदान करता जायेगा प्रकृति लम्साल की आत्महत्याः एक शबक !/Tribute from Prakriti Lamsal to Abhijeet #kiituniversity