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श्री गुरु आशुतोष महाराज जी एक दुर्लभ युगप्रवर्तक व्यक्तित्व हैं, जो वर्तमान के अंधकारमय नभ पर बह्मज्ञान का सूर्य प्रदीप्त कर रहे हैं। बह्मज्ञान के माध्यम से आप विश्व में बंधुत्व व शांति स्थापना के लिए कटिबद्ध हैं। इसी लक्ष्य की पूर्ति हेतु, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान आपके द्वारा संस्थापित व एक आध्यात्मिक एवं सामाजिक संस्था है, जिसका मुख्य केन्द्र दिल्ली में है। पूरे विश्व में भी संस्थान अपनी विभिन्न शाखाओं द्वारा सफलतापूर्वक कार्यरत है। संस्थान केवल आध्यात्मिक जागृति हेतु ही नहीं, वरन् सामाजिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में भी सक्रिय रूप से कार्यरत है, जैसे कि 'बोध'- नशा उन्मूलन कार्यक्रम, "अंतर्दृष्टि'- अपंग कल्याण कार्यक्रम 'अंतरक्रांति'- कारागार सुधार परियोजना, 'मंथन'- सम्पूर्ण शिक्षा अभियान, "संतुलन'- महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम 'आरोग्य'- स्वास्थ्य अभियान, 'संरक्षण'- प्रकृति रक्षण व वर्धन कार्यक्रम, 'समाधान आपदा प्रबन्धन कार्यक्रम, "कामधेनु'- गो संरक्षण कार्यक्रम आदि। श्री महाराज जी द्वारा 'युवा परिवार सेवा समिति' नामक एक युवा संस्था व 'दिव्य ज्योति वेद मन्दिर' नामक एक सांस्कृतिक संस्था भी स्थापित की गई है। इन समस्त आध्यात्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक परियोजनाओं का केवल एक लक्ष्य है- 'मानव में क्रांति, विश्व में शांति !' गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी द्वारा संप्रेषित भगवान श्री राम के चरित्र। श्री गुरुदेव की इन श्री राम सम्बन्धी शिक्षाओं व आदर्शों को प्रस्तुत कर रही हैं, श्री महाराज जी की शिष्या मानसमर्मज्ञा साध्वी श्रेया भारती जी ।आपको प्रभु के मात्र प्रत्यक्ष जीवन का ब्यौरा नहीं देता, अपितु उस पक्ष में निहित गूढ़ आध्यात्मिक तत्व से भी अवगत कराता है। साथ ही इन प्रसंगों के माध्यम सामाजिक से व्यक्तिगत व सामाजिक समस्याओं का समाधान मिलता है, ईश्वर दर्शन की अभिलाषा तीव्र होती है, भारतवासी अपनी संस्कृति के वैज्ञानिक पक्ष से अवगत हो पाते हैं, देशभक्ति की भावना भी प्रबल होती है। #रामचरित्रमानस #श्रीराम #सनातन_राम #दिव्य_ज्योति_जागृति_संस्थान #रामायण #तुलसीदास #राम_कथा #भक्ति #हनुमान