У нас вы можете посмотреть бесплатно Madarasa Kand | Prayagraj की सबसे काली रात, 16 साल पहले की दास्ता सुनकर रूह काँप उठेगी | Atiq Ahmed или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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Viral | माफिया अतीक अहमद के 44 साल के आतंक का अंत हो चुका है। लेकिन 24 फरवरी को हुए उमेश पाल शूटआउट और अब फिल्मी अंदाज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ की की गई हत्या के बाद एक बार फिर से प्रयागराज में 16 साल पहले हुए मदरसा कांड की यादें ताजा हो गई है। दिल दहला देने वाले मदरसा कांड में भी बाहुबली अतीक अहमद के भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ का नाम सामने आया था। मदरसा कांड में यूपी की सियासत में भूचाल ला दिया था। लेकिन आज तक मदरसा कांड के आरोपियों को अंजाम तक नहीं पहुंचाया जा सका है। 17 जनवरी 2007 प्रयागराज शहर के इतिहास में यह रात शायद सबसे काली रातों में से एक मानी जाएगी। करेली के मदरसे में तीन बंदूकधारी घुसे और लड़कियों के हास्टल में घुस गए। लड़कियों को सामने खड़ा किया गया। उनके नकाब उतरवाए गए। इसके बाद दो नाबालिग लड़कियों को हैवान उठा ले गए। मदरसे के बगल में ससुर खदेरी नदी के किनारे रात भर दरिंदों ने दोनों तो लड़कियों नोचा। सुबह होने से पहले दोनों को मदरसे के दरवाजे पर फेंककर भाग गए। इस घटना ने प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया था। तत्कालीन सपा सरकार बैकफुट पर आ गई थी। यह पहली घटना थी जिसमें अतीक ने अपने ही लोगों का मान सम्मान और समर्थन खो दिया था। पुलिस ने इस कांड में पांच रिक्शे वालों और दर्जी का काम करने वालों का पकड़ा था। आरोपियों में एक मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति भी शामिल था। जिन्हें बाद में अदालत से राहत मिल गई। उन लोगों ने पुलिस पर फंसाने का आरोप लगाते हुए घटना में शामिल होने से साफ इंकार कर दिया था। यह सवाल आज भी जिंदा है कि अगर वे असली आरोपी नहीं थे तो किसने इस कांड को अंजाम दिया था? करेली थाना क्षेत्र के महमूदाबाद में जामिअतुस्स्वालिहात अल इस्लामिया मदरसा स्थित था। वाराणसी बम धमाके के आरोपी वलीउल्लाह का भाई वसी उल्लाह इस मदरसे का संचालक था। प्रयागराज और आस-पास के गरीब घरों की तमाम लड़कियां मदरसे में पढ़ाई करती थी। मदरसे में लड़कियों का हास्टल भी था। 17 जनवरी देर रात हास्टल के दरवाजे पर दस्तक हुई। अंदर से पूछा गया तो धमकी भरे अंदाज में तुरंत दरवाजा खोलने को कहा गया। दरवाजा खोला गया तो सामने तीन बंदूकधारी खड़े थे। तीनों बंदूकधारी अंदर घुसे। लड़कियां एक हाल में सोती थीं। वे सीधे वहीं पहुंच गए। धमकी और गाली-गलौज के साथ लड़कियों से कहा गया कि वे नकाब खोल दें। सामने मौत खड़ी थी। बेबस लड़कियों के सामने और कोई चारा नहीं था। बंदूकधारी दरिंदों ने उनमे से दो नाबालिग लड़कियों को चुना और अपने साथ ले जाने लगे। और लड़कियां हैवानों के पैरों में गिर गईं। रहम की भीख मांगी लेकिन शैतानों का दिल नहीं पसीजा। वे दोनों लड़कियों को उठा ले गए। बाहर उनके साथ दो लोग और शामिल हो गए। कुल पांच लोगों ने आगे नदी के किनारे दोनों लड़कियों के साथ कई बार दुष्कर्म किया। दोनों लड़कियों को सुबह होने से पहले लहूलुहान हालत में मदरसे के दरवाजे पर फेंक बदमाश भाग निकले। अगले दिन इस शर्मनाक कांड को छिपाने की पुरजोर कोशिश की गई। पुलिस ने सिर्फ छेड़खानी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया लेकिन अखबारों में छपने के बाद दो दिन बाद गैंगरेप समेत संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस की लापरवाही साफ थी। इस कांड में अशरफ के गुर्गों के शामिल होने के आरोप लग रहे थे। दो दिन बाद बसपा प्रमुख मायावती ने लखनऊ से ही ऐलान कर दिया कि इस कांड में सत्ता से जुड़े कुछ नेता और उनके गुर्गे शामिल हैं। उनकी सरकार आई तो वे सीबीआई जांच कराएंगी। इसके बाद प्रदेश में जैसे राजनीतिक भूचाल आ गया। जगह-जगह धरना प्रदर्शन होने लगे। लोग जुलूस निकालने लगे। सरकार बैकफुट आ गई। आनन फानन में पुलिस ने इस कांड का खुलासा करते हुए करेली के इखलाख अहमद और नौशाद अहमद समेत पांच लोगों की गिरफ्तारी दिखा दी। पांचों रिक्शा चलाने और दर्जी का काम करते थे। पुलिस के खुलासे पर सवाल भी उठे लेकिन उन्हें जेल भेज दिया गया। हालांकि बाद में सभी छूट गए। उन्होंने बाहर आकर बताया कि पुलिस ने दबाव डालकर उनसे इस कांड में शामिल होने का बयान लिया था। घटना में शामिल लोगों को आज तक नहीं पकड़ा जा सका। इसी साल सूबे में बसपा की सरकार बनी। जिसके बाद मायावती ने सीबीआई जांच की सिफारिश भी कर दी थी, लेकिन सीबीआई ने काफी देर होने के कारण केस लेने से मना कर दिया था। जिसके बाद सीबीसीआईडी से मामले की जांच करायी गई और चार्जशीट कोर्ट में जमा की गई। अभियोजन ने पीड़ित लड़कियों, गवाहों और मदरसा संचालक वसीउल्लाह को कोर्ट में पेश किया, लेकिन अभियोजन साक्ष्य जुटाने और आरोपियों को दोषी साबित नहीं कर पाया। जिसके बाद ट्रायल कोर्ट ने पांचों आरोपियों को बरी कर दिया था। इस मामले में राज्य सरकार की अपील हाईकोर्ट में लम्बित है। आरोपियों के वकील रह चुके ऐसे नसीम के मुताबिक मदरसा कान को समय-समय पर भुनाने की कोशिशें हुईं। लेकिन पीड़ित बच्चियों को आज तक इंसाफ नहीं मिला। #atiqahmed #ashrafahmed #arunmarurya #murder #mafia #don #prayagraj #cmyogi #ashrafahmed #upnews #uppolice #atiqmurder #atiqahmedmurder #atiqueahmed #prayagraj #umeshpal #arunmaruryaaunt #umeshpalnews #atiqahmeddied #upcrime #atiqahmedmurdernews #asadahmed #uppolice #upnewstoday #uplatestnews #uphindinews #viralvideo #yogiaditayanth #viral #viralnews #upcrime #upcrimenews #atiqahmednews #topnews #breakingnews #trendingnews #popularnews #caughtoncamera #hindinews #latestnews #topnews #viralvideo #news18virals #madarasa #bsp A brand new hub for all viral videos from News18 Hindi. A page to keep you posted about all that bizarre, unusual, unique & quirky things happening around you in the easiest of explainer videos. Watch all videos on your phone at just one click. Follow Us: Website: https://hindi.news18.com/ Facebook: / news18india