У нас вы можете посмотреть бесплатно तेरी औकात दो बूंद! संत ने राजा को बताई गर्भ की वो भयावह यात्रा सुने पूजनीय संत अभय साहिब जी को или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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क्या आप जानते हैं कि इस मानव शरीर की असलियत क्या है? क्या आपको पता है कि जन्म से पहले की वो 'नरक की यात्रा' कैसी होती है, जिसके बारे में कोई बात नहीं करता? इस वीडियो में, हम आपके लिए लेकर आए हैं एक ऐसा दुर्लभ और प्रेरणादायक धार्मिक प्रसंग, जहाँ एक अहंकारी राजा को सद्गुरु अभय साहिब जी ने उसकी असली औकात से रूबरू कराया। यह सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि मानव जीवन, अहंकार और परम सत्य पर एक गहरा चिंतन है। सद्गुरु अभय साहिब जी अपनी अमृतवाणी में बताते हैं कि कैसे एक राजा, जो खुद को सर्वोपरि समझता था, उसे एक फ़कीर संत ने उसकी उत्पत्ति और गर्भ की उस भयावह यात्रा का स्मरण कराया। संत ने बताया कि कैसे मनुष्य, अपनी माँ के गर्भ में, नौ महीने तक टट्टी-पेशाब की थैलियों के बीच, उल्टी अवस्था में, एक नारकीय जीवन व्यतीत करता है। यही वह मूल अवस्था है, जो हर मनुष्य की वास्तविक 'औकात' को दर्शाती है, चाहे वह राजा हो या रंक। यह प्रसंग हमें सिखाता है कि सांसारिक पद, धन और शक्ति सब क्षणभंगुर हैं। असली ज्ञान और विनम्रता ही जीवन का सार है। सद्गुरु अभय साहिब जी के ये शब्द आपके रोंगटे खड़े कर देंगे और आपको अपनी असलियत पर विचार करने को मजबूर कर देंगे। इस वीडियो को अंत तक देखें और जानें कि कैसे एक संत के मात्र कुछ शब्दों ने एक राजा का घमंड तोड़ दिया और उसे जीवन का सबसे बड़ा सबक सिखाया। यह वीडियो आपके जीवन के प्रति दृष्टिकोण को बदल देगा और आपको विनम्रता व आध्यात्मिक ज्ञान की ओर अग्रसर करेगा। वीडियो में आप देखेंगे: राजा और संत के बीच का अद्भुत संवाद। सद्गुरु अभय साहिब जी द्वारा मानव शरीर की उत्पत्ति का आध्यात्मिक रहस्य। अहंकार के पतन और विनम्रता की विजय का प्रेरक संदेश। जन्म से पहले की 'नरक की यात्रा' का मार्मिक वर्णन। देखें, सीखें और साझा करें!