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Rudri Path In Hindi | Rudri Path Hindi | Rudrabhishek In Hindi | Rudrabhishek Hindi - Mantra Sarovar ___________________________________________________________________________ rudri path ke fayde / rudri path ke labh / rudri path benefits / rudri path benefits in hindi / rudrabhishek ke fayde / rudrabhishek ke labh / rudrabhishek benefits / rudrabhishek benefits in hindi / रुद्री पाठ के लाभ / रुद्री पाठ के फायदे / रुद्राभिषेक के लाभ / रुद्राभिषेक के फायदे प्रिय श्रोताओं कलिकाल में भगवान् शाम्ब सदा शिव को प्रसन्न करने का सबसे सरल साधन है उनका रुद्राभिषेक , और इसका अनुष्ठान शुक्ल यजुर्वेद में वर्णित रुद्राष्टाध्यायी के दस अध्यायों के पाठ से किया जाता है इसमें आठ अध्याय प्रमुख हैं जिसके कारण ही इसे रुद्राष्टाध्यायी कहते हैं शिवपुराण में सनकादि ऋषियों के प्रश्न करने पर स्वयं शिव जी ने रुद्राष्टाध्यायी के मन्त्रों द्वारा अभिषेक का माहात्म्य बतलाते हुए कहा है कि मन, कर्म तथा वाणी से परम पवित्र तथा सभी प्रकार की आसक्तियों से रहित होकर भगवान् शूलपाणि की प्रसन्नता के लिये रुद्राभिषेक करना चाहिये। इससे मनुष्य भगवान् शिव की कृपा से सभी कामनाओं को प्राप्त करता है और अन्त में परम गति को प्राप्त होता है। रुद्राष्टाध्यायी द्वारा रुद्राभिषेक से मनुष्यों की कुलपरम्परा को भी आनन्द की प्राप्ति होती है वायुपुराण में भी कहा गया है की जो व्यक्ति समुद्रपर्यन्त वन, पर्वत, जल एवं वृक्षों से युक्त तथा श्रेष्ठ गुणों से युक्त ऐसी पृथ्वी का दान करता जो धन-धान्य, सुवर्ण और औषधियों से युक्त है, उससे भी अधिक पुण्य एक बार के 'रुद्रीजप' एवं 'रुद्राभिषेक'- है। इसलिये जो भगवान् रुद्रका ध्यान करके रुद्री का पाठ करता है अथवा रुद्राभिषेक यज्ञ करता है, वह उसी देह से निश्चित ही रुद्ररूप हो जाता है, इसमें संदेह नहीं है। rudri path in hindi / rudri path hindi / rudri path hindi mein / rudri paath hindi mein / rudri path / rudrabhishek in hindi / rudrabhishek hindi / rudrabhishek hindi mein / rudrabhishek / rudrabhishek mantra lyrics / rudri path lyrics / रुद्री पाठ हिंदी में / रुद्री पाठ हिंदी / रुद्री पाठ / रुद्राभिषेक हिंदी में / रुद्राभिषेक हिंदी / रुद्राभिषेक / rudrabhishek puja / rudrabhishek puja in hindi / rudrabhishek pooja / rudrabhishek pooja in hindi / rudraashtadhyaayi in hindi / rudraashtadhyaayi hindi / rudrashtadhyayi in hindi / rudrashtadhyayi hindi इसी रुद्र (शिव) के उपासना के निमित्त रुद्राष्टाध्यायी ग्रंथ वेद का ही सारभूत संग्रह है। जिस प्रकार दूध से मक्खन निकालते हैं उसी प्रकार जनकल्याणार्थ शुक्लयजुर्वेद से रुद्राष्टाध्यायी का भी संग्रह हुआ है। इस ग्रंथ में गृहस्थधर्म, राजधर्म, ज्ञान-वैराज्ञ, शांति, ईश्वरस्तुति आदि अनेक सर्वोत्तम विषयों का वर्णन है। मनुष्य का मन विषयलोलुप होकर अधोगति को प्राप्त न हो और व्यक्ति अपनी चित्तवृत्तियों को स्वच्छ रख सके इसके निमित्त रुद्र का अनुष्ठान करना मुख्य और उत्कृष्ट साधन है। यह रुद्रानुष्ठान प्रवृत्ति मार्ग से निवृत्ति मार्ग को प्राप्त करने में समर्थ है। इसमें ब्रह्म (शिव) के निर्गुण और सगुण दोनों रूपों का वर्णन हुआ है। जहाँ लोक में इसके जप, पाठ तथा अभिषेक आदि साधनों से भगवद्भक्ति, शांति, पुत्र पौत्रादि वृद्धि, धन धान्य की सम्पन्नता और स्वस्थ जीवन की प्राप्ति होती है; वहीं परलोक में सद्गति एवं मोक्ष भी प्राप्त होता है। वेद के ब्राह्मण ग्रंथों में, उपनिषद, स्मृति तथा कई पुराणों में रुद्राष्टाध्यायी तथा रुद्राभिषेक की महिमा का वर्णन है। प्राय: कुछ लोगों मे यह धारणा होती है कि मूलरूप से वेद के सुक्त आदि पुण्यदायक होते हैं अत: इन मन्त्रों का केवल पाठ और सुनना मात्र ही आवश्यक है। वेद तथा वेद के अर्थ तथा उसके गंभीर तत्वों से विद्वान प्राय: अनभिज्ञ हैं। वास्तव में यह सोच गलत है, विद्वान वेद और वान से मिलकर बना है, तो वेद के विद्या को जो जाने वही विद्वान है, इसके संदर्भ में उनको जानकारी होना आवश्यक है। प्राचीन ग्रंथों में भी वैदिक तत्वों की महिमा का वर्णन है। निरुक्तकार कहते हैं कि जो वेद पढ़कर उसका अर्थ नहीं जानता वह भार वाही पशु के तुल्य है अथवा निर्जन वन के सुमधुर उस रसाल वृक्ष के समान है जो न स्वयं उस अमृत रस का आस्वादन करता है और न किसी अन्य को ही देता है। अत: वेदमंत्रों का ज्ञान अतिकल्याणकारी होता है-- स्थाणुरयं भारहार: किलाभूदधीत्य वेदं न विजानाति योऽर्थम्। योऽर्थज्ञ इत् सकलं भद्रमश्नुते नाकमेति ज्ञानविधूतपप्मा।। अत: रुद्राष्टाध्यायी के अभाव में शिवपूजन की कल्पना तक असंभव है। __________________________________ इसी प्रकार की प्रस्तुतियां देखने के लिए सब्सक्राइब करें हमारा सपोर्ट करें - https://www.youtube.com/c/MantraSarov... _________________________________ ~ हमारे द्वारा प्रस्तुत शिव जी के अद्वितीय स्तोत्र और मंत्र - ~ धन, स्त्री, प्रतिष्ठा, मान-सम्मान कुछ भी चला गया तो वापिस पाने के लिए शिव स्तोत्र- • धन, स्त्री, प्रतिष्ठा, मान-सम्मान कुछ... ~ यदि घर से गरीबी नहीं जा रही तो सुनें दारिद्र दहन शिव स्तोत्र- • Daridra dahan shiv stotra ( in hindi ... ~ वेद नहीं पढ़ पा रहे तो सुनें वेदों का संपूर्ण फल देने वाला - वेदसार शिव स्तुति- • Vedsar Shiv Stav In Hindi - वेद सार श... ~ शिव जी स्वयं रक्षा करेंगे- • Amogh shiv kavach ( in hindi ) | शिव ... ____________________________ स्वर - भास्कर पंडित Voice By - Bhaskar Pandit __________________________ "लगाइये आस्था की डुबकी " ~ मंत्र सरोवर ~ @MantraSarovar https://www.youtube.com/c/MantraSarov... _________________________ #mantrasarovar #rudripath #rudripathinhindi #rudrabhishek #rudrabhishekhindi