У нас вы можете посмотреть бесплатно पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तस्वीर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगी होने से बवाल или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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CIB इंडिया न्यूज़ हमारे चैनल को सब्सक्राइब ज़रूर करें AMU में आरएसएस की शाखा लगने , राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद के आने का विरोध हो सकता है लेकिन पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना का नहीं। ये बात हम इसलिए कह रहे हैं क्यों कि अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र संघ हाल (यूनियन हॉल) में आज भी पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है। मोहम्मद अली जिन्ना आजादी से पहले 1938 में अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय आये थे और उस समय उनको छात्र संघ का आजीवन सदस्य बनाया गया था। महात्मा गांधी भी AMU छात्र संघ के आजीवन सदस्य थे। एंकर - AMU की नीवं सन 1875 में सर सय्यद अहमद खान द्वारा मुहम्मद एंग्लो ओरिएण्टल कॉलेज के रुप में रखी गई थी जो बाद में 1920 में यूनिवर्सिटी बना। सन 1884 में विभिन्न मुद्दों पर डिबेट के लिए एक क्लब की स्थापना की गई जो परिसर में ही स्ट्रेची हॉल में चलता था। इसे कैम्ब्रिज यूनियन सोसाइटी के मॉडल पर ही तैयार किया गया था। 1920 में जब ये यूनिवर्सिटी बनी तब महात्मा गांधी ने यहाँ का दौरा किया और तब के छात्र संघ ने उनको आजीवन सदस्य बनाया। महात्मा गांधी AMU छात्र संघ के पहले आजीवन सदस्य थे। आजादी से पहले सन 1938 में मोहम्मद अली जिन्ना AMU आये और उनको भी छात्र संघ ने अपना आजीवन सदस्य बनाया। 1947 में भारत दो भागों में बंट गया। बटवारे के लिए मोहम्मद अली जिन्ना को सूत्रधार माना गया। उसके बाद से लगातार पकिस्तान और भारत के सम्बन्ध ठीक नहीं रहे। पकिस्तान की लगातार भारत के खिलाफ साजिश और आतंकवादी गतिविधियों ने दोनों देशों के बीच दूरियां बढ़ाने का काम किया है। अपनी नापाक हरकतों की वजह से पाकिस्तान को अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी कई बार मुँह की खानी पड़ी है। पाकिस्तान की इन्ही हरकतों के चलते भारत भी पाकिस्तान के साथ किसी भी मंच को साझा नहीं करना चाहता। AMU में कुछ दिन पूर्व महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आरएसएस का बता कुछ लोगों ने उनके AMU आने का विरोध भी किया था। अभी हाल में ही आरएसएस की शाखा AMU में लगाए जाने का विरोध भी यहाँ किया गया। ऐसे में अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अंदर पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगाये रखना क्या सही है।