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सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंद्रपुर में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया भारतीय नववर्ष....... सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंद्रपुर में दिनांक-30/03/2025, दिन-रविवार को बड़े ही धूमधाम से भारतीय नववर्ष मनाया गया | विद्यालय परिवार के द्वारा नगर में बाजे गाजे के साथ, झांकी , (राम, लक्ष्मण, जानकी , हनुमान ,नौ दुर्गा की ) निकली गई। विद्यालय के प्राचार्य श्री जगन्नाथ नायक जी ने बताया कि हिंदू नव वर्ष के पहले दिन को नव संवत्सर भी कहा जाता है, जिसे विक्रम संवत् भी कहते हैं। हिंदू कैलेंडर के महत्व का अनुमान इस बात से भी लगाया जा सकता है कि आज भी हम अपने व्रत और त्यौहार हिंदू कैलेंडर एवं हिंदू तिथि के अनुसार ही मनाते हैं। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी | यही कारण है कि इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के उपाध्यक्ष श्रीमती प्रियंका गुप्ता जी ने बताया कि पाश्चात्य सभ्यता की तर्ज पर हम नया साल 1 जनवरी को मनाते हैं , लेकिन हिंदू नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाते हैं | इसी दिन से बासंतिक नवरात्रि की शुरुआत भी होती है। विद्यालय समिति के कोषाध्यक्ष श्री प्रेम किशोर पटेल जी ने बताया कि प्राचीन काल से ही यह परंपरा है कि इसी माह से देश दुनिया में पुराने कामकाज को समेट कर नए कामकाज की रूपरेखा तय की जाती है । आज भी भारत में एवं दुनिया के अन्य देशों में भी इसी माह से ही नयी बही खाते लिखे जाते हैं। समिति सदस्य श्री राम कुमार पटेल निवासी हिच्छा ने बताया कि चैत्र माह तक प्रकृति और धरती का एक चक्र पूरा होता है | धरती के अपनी धूरी पर घूमने और सूर्य का एक चक्कर लगाने के बाद जब दूसरा चक्र प्रारंभ होता है , वास्तव में वही नव वर्ष है। विद्यालय परिसर को रंगोली एवं आम्रपत्र के तोरण से सजाया गया एवं सभी को अंत में प्रसाद वितरण किया गया। विद्यालय के आचार्य बंधु-भगिनी के सहयोग से कार्यक्रम कुशलता पूव॔क संपन्न हुआ।