У нас вы можете посмотреть бесплатно वस्तुनिष्ठ हिंदी (Part 2) | पुनीत राय | काव्य हेतु व काव्य प्रयोजन | भारतीय काव्यशास्त्र MCQs или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
📚 इस द्वितीय कक्षा में हम ‘वस्तुनिष्ठ हिन्दी’ (पुनीत राय) के अत्यन्त महत्वपूर्ण अध्याय काव्य-हेतु (प्रतिभा–व्युत्पत्ति–अभ्यास) तथा काव्य-प्रयोजन का सूक्ष्म, परीक्षा-उन्मुख और व्यवस्थित अध्ययन करते हैं। यह कक्षा विशेष है क्योंकि इसमें काव्य-निर्माण के आधारभूत तत्व, प्रतिभा के भेद, आचार्यों के मत, तथा काव्य-प्रयोजन पर आधारित सभी महत्वपूर्ण एक-पंक्तीय प्रश्न, परिभाषाएँ और संस्कृत सूत्र सम्मिलित हैं—जो NET/TGT/PGT में प्रत्यक्ष पूछे जाते हैं। 🎯 उपयोगिता: UGC NET | TGT | PGT | LT/GIC | B.Ed | M.A. Hindi | सभी साहित्य प्रतियोगी परीक्षाएँ 🪷 इस वीडियो में कवर किए गए मुख्य विषय: काव्य हेतु: प्रतिभा, व्युत्पत्ति, अभ्यास प्रतिभा के दो भेद—*सहजा व उत्पादिया* (रुद्रट) ‘लोक-विद्या-प्रकीर्ण’ को काव्याङ्ग मानने वाले — आचार्य वामन राजशेखर का मौलिक मत: *शक्ति*, स्मृति-मति-प्रज्ञा सहजा-आहार्या-औपदेशिकी प्रतिभा पर आधारित कवि-कोटियाँ ‘शक्तिर्निपुणता…’ — मम्मट ‘नवनवोन्मेषशालिनी प्रज्ञा’ — भट्ट तौत ‘अपूर्व वस्तु-निर्माण क्षमा प्रज्ञा’ — अभिनवगुप्त काव्य-हेतु का प्रथम विवेचन — कुलपति काव्य-प्रयोजन: मम्मट, भामह, वामन, रामचंद्र शुक्ल आधुनिक आलोचना-दृष्टियाँ: नंददुलारे वाजपेयी, नागेन्द्र प्रमुख ग्रंथ एवं ग्रंथकार: नाट्यशास्त्र, वक्रोक्तिजीवितम्, रसगंगाधर, काव्यप्रकाश, साहित्य-दर्पण, ध्वन्यालोक, अभिनव-भारती आदि 🕒 संक्षिप्त टाइमलाइन (00:00 – 14:00) 00:00 – स्वागत व परिचय 00:15 – काव्य हेतु: प्रतिभा–व्युत्पत्ति–अभ्यास 01:00 – प्रतिभा के भेद: सहजा–उत्पादिया 01:40 – रुद्रट व वामन के सूत्र 02:30 – राजशेखर: शक्ति, स्मृति–मति–प्रज्ञा 03:30 – मम्मट व भामह के कथन 04:30 – आधुनिक प्रयोग: शुक्ल, द्विवेदी, नागेन्द्र 05:30 – प्रमुख ग्रंथ–ग्रंथकार 07:00 – आनंदवर्धन, दंडी, मम्मट 09:00 – रस, अलंकार, काव्य ग्रंथावली 11:00 – टीकाकार: अभिनवगुप्त, उद्भट 12:00 – काव्य प्रयोजन: द्विवेदी, वाजपेयी 13:00 – रीतिकाल: कुलपति, भिखारीदास 14:00 – निष्कर्ष ✍️ महत्वपूर्ण सुझाव: इस कक्षा में आए काव्य-हेतु, काव्य-प्रयोजन, आचार्य-कथन, ग्रंथकार, प्रतिभा-भेद प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार पूछे जाते हैं—इन्हें अवश्य नोट करें। 📖 पूरी Playlist यहाँ देखें: • 📘 वस्तुनिष्ठ हिंदी – Puneet Rai Objective ... 🧠 क्विज प्रश्न: काव्य-हेतु को ‘काव्याङ्ग’ के रूप में स्वीकार करने वाले आचार्य कौन हैं? 👍 वीडियो उपयोगी लगे तो लाइक करें, कमेंट करें और चैनल को सब्सक्राइब करें। धन्यवाद साहित्य-प्रेमियों! 🙏 #hindi_sahitya #tgt #pgt #ugcnet #ugc #hindiexam #ugc_net_hindi #hindi_literature #trending #gic #hindiobjectivequestion #hindi #hindinotes #kavyashastra #hindiclassic #hindimcq