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पूज्य भदंत ज्ञानज्योति महाथेरो, ताडोबा फारेस्ट मोनेस्ट्री, चंद्रपुर, महाराष्ट्र@wheelofdhamma ताडोबा फारेस्ट मोनेस्ट्री महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिल्ले में स्थित है, बुद्धिस्ट लोगो को यहां जरूर एक बार आना चाहिए और पूज्य भन्तेजी को दान देकर अथाह पुण्यपारमी कमा सकते है, यह स्थान नागपुर से तकरीबन 100-200 किलोमीटर के आसपास है, अगर आप महाराष्ट्र नागपुर साइड से आते है तो वरोरा स्टेशन बस मिल सकता है, चिमुर जाने वाली बस में बैठना और गुजगवान विपस्सना सेंटर पर उतर जाना वहां लेडी सयादो विपस्सना सेंटर है वहां से आपको इस विहार में आने के लिए मार्गदर्शन मिलेगा, विहार का स्थान पूरा जंगल से घिरा है, यह स्थान रामदेगी के नाम से भी जाना जाता है, यहां पूज्य भदन्त ज्ञानज्योति उपस्थित रहते है, लेकिन आपको फोन करके आना पड़ेगा क्योंकि वो कहीं न कहीं धम्मकाम अर्थे बाहर गए हो सकते है, • धृतान्ग क्या होता है? बुद्ध धम्म में कितने... पूज्य भन्ते प्रभुदाना, लेडी सयादो विपस्सना सेंटर गुजगवाँन +918668787678 पूज्य चेतीभन्ते, लेडी सयादो विपस्सना सेंटर गुजगवाँन +919146503154 पूज्य गुरु भदंत ज्ञानज्योति महाथेरो ताडोबा फारेस्ट मोनेस्ट्री, चंद्रपुर, रामदेगी, गुजगवाँन +9190117 02011 खन्दक सुत्तं विरूपक्खेहि मे मेत्तं, मेत्तं एरापथेहि मे । छब्यापुत्तेहि मे मेत्तं, मेत्तं कण्हागोतमकेहि च -1 अपादकेहि मे मेत्तं, मेत्तं द्विपादकेहि मे । चतुष्पदेहि मे मेत्तं, मेत्तं बहुष्पदेहि मे -2 मां में अपादको हिंसी, मा में हिंसी द्विपादको मा मं चतुष्पदो हिंसी, मा में हिंसी बहुष्पदो -3 सब्बे सत्ता सब्बे पाणा, सब्बे भूता च केवळा। सब्बे भद्रानि पस्सन्तु, मा किञ्चि पापमागमा मा किञ्चि दुःखमागमा -4 अप्पमाणो बुद्धो, अप्पमाणो धम्मो, अप्पमाणो संङघो, पमाणवन्तानि सिरिंसपानि अहिविच्छिका सत्तपदी उण्णानाभि सरबू मूसिका, कता मे रक्खा, कता मे परित्ता पटिक्कमन्तु भूतानि, सोहं नमो भगवतो नमो सत्तन्नं सम्मासम्बुद्धानन्ति । विरूपाक्षों से मेरी मित्रता है, एरापथो से भी मेरी मित्रता है। छव्यापुत्रो मे मेरी मित्रता है और कृष्णागौतमो से भी मेरी मित्रता है-1 बिना पैर वालो से मेरी मित्रता है, दो पैर वालो से भी मित्रता है चार पैरवालो (पशुओं) से मेरी मित्रता है और बहुत पैरवालों से भी मेरी मित्रता है -2 बिना पैरवाला मेरी हिंसा न करे, दो पैरवाला भी मेरी हिंसा न करे। चार पैरवाला मेरी हिंसा न करे और बहुत पैरवाला भी मेरी हिंसा न करे -3 सभी सत्व, सभी प्राणी, सभी उत्पन्न जीवजंतु कल्याण चाहे, कोई भी कुछ बुरा न करे-4 बुद्ध धम्म और संघ प्रमाणरहित (असीमित) है, किन्तु रेंगनेवाले प्राणी सांप, बिच्छू, गाँजर, मकडा (उष्णनामी) छिपकली, चूहा ये प्रमाण वाले (सीमित) है मैने रक्षा कर ली, मैने परित्राण कर लिया, प्राणी दूर हट जाये। मैं भगवान को नमस्कार करता हूं। सातो सम्यक सम्बुद्धों को नमस्कार करता हूं।