У нас вы можете посмотреть бесплатно महापदान सुत्त: सात बुद्धों का इतिहास: (The History of the Seven Buddhas) или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
महापदान सुत्त: सात बुद्धों का इतिहास: (The History of the Seven Buddhas) "महापदान सुत्त" (Mahapadana Sutta) का वर्णन इसके नाम में ही छिपा है। इसका शाब्दिक अर्थ है "महान जीवन-वृत्तांतों का संग्रह"। यहाँ इस सुत्त का विस्तृत विवरण दिया गया है जिसे आप अपनी प्रस्तुति (Presentation) में शामिल कर सकते हैं: महापदान सुत्त: एक विस्तृत विवरण 1. मुख्य उद्देश्य इस सुत्त का मुख्य उद्देश्य यह बताना है कि बुद्धत्व (Buddhahood) कोई आकस्मिक घटना नहीं है, बल्कि एक "शाश्वत नियम" (धम्मता) है। बुद्ध केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक पद है जो समय-समय पर संसार को राह दिखाने के लिए प्रकट होता है। 2. सात प्राचीन बुद्ध (The Lineage of Seven) सुत्त में सात बुद्धों का विवरण दिया गया है, जो अलग-अलग कल्पों (Aeons) में हुए। इसमें उनकी जाति, कुल, आयु, बोधि-वृक्ष और उनके प्रमुख शिष्यों का वर्णन है: विपस्सी बुद्ध (91 कल्प पूर्व) सिखी बुद्ध (31 कल्प पूर्व) वेस्सभू बुद्ध (31 कल्प पूर्व) ककुसन्ध बुद्ध (वर्तमान भद्रकल्प के पहले) कोणागमन बुद्ध कस्सप बुद्ध गौतम बुद्ध (वर्तमान समय के बुद्ध) 3. 'धम्मता' (प्रकृति का अटूट नियम) इस सुत्त का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा 'धम्मता' की अवधारणा है। यह बताता है कि हर बोधिसत्व के जीवन में कुछ घटनाएं निश्चित रूप से घटती हैं: गर्भाधान: बोधिसत्व का तुषित लोक से उतरकर शुद्ध रूप में गर्भ में आना। दिव्य प्रकाश: उनके जन्म के समय संपूर्ण ब्रह्मांड का आलोकित होना। जन्म की सुचिता: माता का खड़े होकर जन्म देना और जन्म लेते ही बालक का सात कदम चलना। 4. विपस्सी बुद्ध की विस्तार से कथा सुत्त का एक बड़ा भाग विपस्सी बुद्ध की जीवनी पर केंद्रित है। इसमें उनके राजकुमार होने से लेकर, 'चार दृश्यों' (वृद्ध, रोगी, मृत और संन्यासी) को देखने और अंततः ज्ञान प्राप्त करने तक की यात्रा है। यह कथा हमारे वर्तमान बुद्ध (गौतम बुद्ध) के जीवन के समान ही है, जो यह सिद्ध करती है कि सत्य का मार्ग हर युग में एक समान रहता है। 5. आध्यात्मिक सार सुत्त के अंत में 'प्रतीत्यसमुत्पाद' (Causality) का गहरा विश्लेषण है। विपस्सी बुद्ध ने कैसे दुख के कारणों (अविद्या, तृष्णा) को खोजा और कैसे 'ओवाद पातिमोक्ख' (बुद्धों की मौलिक शिक्षा) के माध्यम से संघ को अनुशासित किया, इसका विवरण मिलता है। यह सुत्त क्यों महत्वपूर्ण है? ब्रह्मांड विज्ञान (Cosmology): यह बौद्ध काल-गणना और कल्पों की विशालता को समझाता है। विश्वास की मजबूती: यह अनुयायियों को बताता है कि धम्म कोई नई खोज नहीं, बल्कि प्राचीन और शाश्वत सत्य है। प्रेरणा: यह सिखाता है कि हर बुद्ध ने करुणावश ही मानव जाति के कल्याण के लिए धर्मचक्र प्रवर्तन किया है। #MahapadanaSutta #DighaNikaya #BuddhaDhamma #PaliCanon #SuttaPitaka #Buddhism #AncientWisdom #AncientSuttas By: Jitendra Singh Jat [email protected]