У нас вы можете посмотреть бесплатно अविवाहित लड़कियों को श्रृंगार कब तक नहीं करना चाहिये?Devakinandan Thakur।। देवकीनंदन की कथा।राधे👌🙏🙏🙏 или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
अविवाहित लड़कियों को श्रृंगार कब तक नहीं करना चाहिये?Devakinandan Thakur।। देवकीनंदन की कथा।राधे👌🙏🙏🙏 अविवाहित लड़कियों का श्रृंगार — देवकीनंदन ठाकुर जी की वाणी अविवाहित लड़कियों को श्रृंगार कब तक नहीं करना चाहिए? इस महत्वपूर्ण प्रश्न का उत्तर हमें मिलता है पूज्य देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज की दिव्य कथा-वाणी में, जहाँ वे सरल भाषा में जीवन के संस्कार, मर्यादा और धर्म की परंपराओं का अर्थ समझाते हैं। इस वीडियो में आप जानेंगे— ✨ अविवाहित कन्याओं के श्रृंगार से जुड़े पारंपरिक नियम ✨ शास्त्रों में वर्णित मर्यादा और उसका आध्यात्मिक आधार ✨ क्यों कुछ संस्कृतियों में कन्याओं को सीमित श्रृंगार की सलाह दी जाती है ✨ माता-पिता के लिए मार्गदर्शन और कन्याओं के लिए प्रेरणा कथा के माध्यम से ठाकुर जी बताते हैं कि श्रृंगार केवल बाहरी सजावट नहीं, बल्कि स्त्री-शक्ति की पवित्रता और गरिमा का प्रतीक है। इसलिए विवाह से पहले श्रृंगार को लेकर कुछ सीमाएँ रखी जाती हैं, ताकि वह अपनी निर्मलता, संस्कार और सरलता को बनाए रख सके। अगर आप सनातन संस्कृति, परंपरा और नैतिक जीवन मूल्यों को गहराई से समझना चाहते हैं, तो यह प्रवचन अवश्य सुनें। राधे-राधे 🙏🌸 #katha #सनातन संस्कृति #devakinandan thakur #devakinandan ki katha