У нас вы можете посмотреть бесплатно आखिर 24 देशो वाला विशाल अखंड भारत कैसे टुकड़ों में टूट गया ? akhand Bharat history. или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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#akhandbharat #ancientindia अखंड भारत चाहिये , तो इस विडियो को जरुर देखना | Akhand Bharat | History of Ancient India | अखंड भारत दोस्तों , क्या आप भी मेरी तरह अखंड भारत को देखना चाहते हो ? आखिर कैसा था , हमारा अखंड भारत और कैसे यह खंड खंड होता चला गया ? प्राचीन समय में अखंड भारत कैसा था ? कौन- कौन से देश , इसमें से कब - कब और क्यों अलग हुये । किसने बनाया था अख़ड भारत ? क्या पुन: अखंड भारत का निर्माण संभव है ? जानेंगें अखंड भारत का सम्पूर्ण इतिहास, आज के इस विडियो में। इस विडियो को बनाने में मुझे बहुत समय लगा है , इसलिये प्लीज आप सभी लोग विडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जरुर पहुंचायें और विडियो को अभी से लाइक करदें , बाद में आप विडियो की भावना में खो जायेंगें । और चैनल पर न्यू आये हैं तो प्लीज चैनल को सब्सक्राइब करके साथ में घंटी वाला वेल आइकन भी दबा दें । क्योंकि में ऐसे ही विडियोस आप लोगों के लिये बनाते रहता हूं । तो चलिये दोस्तों बिना टाइम को बेस्ट किये विडियो को स्टार्ट करते हैं । दोस्तों , प्राचीन समय में पृथ्वी पर सात द्वीप माने जाते थे , इन द्विपों के नाम इस प्रकार हैं । 1.जम्बू 2.प्लक्ष 3.शाल्मली 4. कुश 5.क्रौंच 6.शाक 7.पुष्कर । इन सातों द्विपों से मिलकर पृथ्वी का मानचित्र तैयार होता था । सातों द्वीप चारों ओर से खारे पानी, इक्षुरस, मदिरा, घी, दही, दूध और मीठे जल के सात समुद्रों से घिरे हुये थे । इनमें से जो जम्बू दीप है , वह पृथ्वी के केन्द्र में स्थित माना गया है। इसके नौ खण्ड हैं, जिनके नाम हैं- 1.इलावृत्त 2.भद्रास्व 3.किंपुरुष 4.भारत 5.हरि 6.केतुमाल 7.रम्यक 8.कुरू 9.हिरण्यमय। अब इसमें जो भारतवर्ष है उसके भी नौ खंड हुआ करते थे 1.इन्द्रद्वीप 2.कसेरु 3.ताम्रपर्ण 4.गभस्तिमान 5.नागद्वीप 6.सौम्य 7.गन्धर्व 8.वारुण 9.समुद्र से घिरा हुआ द्वीप । राजा प्रियव्रत संपूर्ण धरती के और राजा अग्नीन्ध्र सिर्फ जम्बूद्वीप के राजा थे। पहले संपूर्ण हिन्दू जाति जम्बू द्वीप पर शासन करती थी। फिर उसका शासन घटकर भारतवर्ष तक सीमित हो गया। फिर कुरुओं और पुरुओं की लड़ाई के बाद आर्यावर्त नामक एक नए क्षेत्र का जन्म हुआ जिसमें आज के हिन्दुस्थान के कुछ हिस्से, संपूर्ण पाकिस्तान और संपूर्ण अफगानिस्तान का क्षेत्र था। लेकिन लगातार आक्रमण, धर्मांतरण और युद्ध के चलते अब घटते-घटते सिर्फ हिन्दुस्तान बचा है। आपको पता होना चाहिये की पहले हिन्दुस्तान का नाम भारतवर्ष नहीं था और उसके भी पूर्व जम्बू द्वीप नहीं था । बल्कि आज जिसका नाम हिन्दुस्तान है वह भारतवर्ष का एक टुकड़ा मात्र है। जिसे आर्यावर्त कहते हैं वह भी भारतवर्ष का एक हिस्साभर है और जिसे भारतवर्ष कहते हैं वह तो जम्बू द्वीप का एक हिस्सा मात्र है। जम्बू द्वीप में पहले देव-असुर और फिर बहुत बाद में कुरुवंश और पुरुवंश की लड़ाई और विचारधाराओं के टकराव के चलते यह जम्बू द्वीप कई भागों में बंटता चला गया। कहते हैं कि महाभारत युद्ध के परिणामस्वरूप भारत से वैदिक धर्म, समाज, संस्कृति और सभ्यता का पतन हो गया। इस युद्ध के बाद से ही अखंड भारत बहुधर्मी और बहुसंस्कृति का देश बनकर खंड-खंड होता चला गया। महाभारत युद्ध के कारण देश बर्बाद हुआ। उस युद्ध ने समूचे आर्यावर्त को खंड खंड कर दिया। इस युद्ध के बाद देश टुकड़ो में बंट गया। सैंकड़ों वर्षों तक खामोशी छाई रही। लोग अपने अपने तरीके से जीवन यापन करने लगे। पौराणिक धर्म और अन्य कई तरह के धर्मों का विकास होने लगा। विदेशी भारत में आकर बसने लगे, लूटने लगे, आक्रमण करने लगे। यवन, शक, हूण और कुषाणों का आक्रमण तो बहुत बाद में शुरू हुआ उसके पहले महाभारत के बाद तो भारत के हजारों, लाखों लोगों ने कालांतर में भारत से बाहर निकलकर अरब, तुर्क, मिस्र, मलेशिया, इंडोनेशिया, चीन, रशिया आदि सभी जगह जाकर बसने लगे। धर्म का एक नया मार्ग खुलने लगा। वहां उन्होंने नई संस्कृति और धर्म की नींव रखी। इस बात का वर्णन कोई नहीं करता है कि किस तरह जैन और हिन्दू संतों ने अरब, यूरोप और रशिया में जाकर धर्म का प्रचार प्रसार किया जिसके चलते वहां कबीलों में जी रही मानव सभ्यता को ज्ञान की एक नई रोशनी दी , और उन्हैं जीना सिखाया । #akhandbharat #ancientindia #uniteindia #2023 #bharat #hindudharam #hinduism