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खजुराहों के मंदिर बनाये जाने के पीछे का रहस्य|| Khajuraho खजुराहो मंदिर और मंदिर की बाहरी दीवारों की कामुक मूर्तियां विश्व प्रसिद्ध है। यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में यह मूर्तियां शामिल है। कुछ विद्वान इन मूर्तियों को तांत्रिक सेक्स की मूर्तियां मानते हैं तो कुछ इसको काम सूत्र किताब के दृश्य के अंश मानते हैं। खजुराहो के मंदिर चंदेल वंश के राजाओं ने बनवाए थे यहां पचासी मंदिर थे जिनमें से अब सिर्फ 25 ही बचे हैं। मध्य भारत में मध्य प्रदेश छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो स्मारकों का एक समूह है यहां बड़ी संख्या में प्राचीन हिंदू और जैन मंदिर स्थित है। इन मंदिरों का निर्माण 1000 साल पहले राजपूत चंदेल वंश के शासन के दौरान किया गया था ।चंदेला राजवंश के प्रथम राजा चंद्र बर्मन द्वारा शुरू किया गया इन मंदिरों का निर्माण आगे चलकर यशोवर्मन,धंग और विद्याधर के शासनकाल में 950 से 1050 ई के बीच पूर्ण किया गया। यहां के अधिकतर हिंदू मंदिर भगवान शिव और भगवान विष्णु को समर्पित है और जैन मंदिर जैन तीर्थंकरों को समर्पित किए गए हैं। इन मंदिरों में जटिल विवरण बारीक कारीगरी और प्रतीकात्मकता झलकती हैं। चंदेल वंश के पतन के बाद इन मंदिरों ने अपना प्रभाव खो दिया और समय के साथ खजुराहो मंदिरों को जंगल और वनस्पति ने ढक लिया। आने वाले 500 सालों तक उनको भुला दिया गया। 1830 के दशक में एक ब्रिटिश सर्वेक्षक ने मंदिरों का पता लगाया और वापस सबके सामने लाया।आर्ट हिस्टोरियन Devangna Desai अपनी किताब Khajuraho : Monumental legacy में हमको बताती है कि 85 मंदिरों का संग्रह अब केवल 25 मंदिर तक ही रह गया है। खजुराहो मंदिर की दीवारों पर बनाई गई कामुक मूर्तियों के कारण खजुराहो के मंदिर भारत के अन्य मंदिरों से भिन्न नजर आते हैं हालांकि भारत भर में कई मंदिर हैं जिनमें नर और नारी की कामुक मूर्तियां बनाई गए हैं मगर उनमें से कोई भी खजुराहो के समान स्पष्ट नहीं है। भारत जैसे देश में जहां सार्वजनिक रूप से सेक्स के बारे में चर्चा करना भी एक टैबू माना जाता है वहां धार्मिक स्थानों पर स्पष्ट विवरण में यह दिखाना और भी अजीब माना जाता है। ऐसे में कोई भी व्यक्ति इन मंदिरों के निर्माण के पीछे के कारण को जानने के लिए उत्सुक हो जाता है। खजुराहो की मूर्तियों के संबंध में अलग-अलग व्याख्यान प्रतीत होते हैं जिनमें कहानियों से लेकर आध्यात्मिक मान्यता जैसी चीजें शामिल है । khajuraho mandir || khajuraho temple || khajuraho ka mandir || khajuraho temple history in hindi || khajuraho temple of love || khajuraho temple of love in hindi || khajuraho temple of love story || khajuraho temple video || khajuraho temple video in hindi || khajuraho temple history in hindi video || khajuraho temple ka rahasya || khajuraho temple ka itihas || khajuraho temple ki history in hindi || khajuraho temple ki history in hindi || khajuraho temple documentary in hindi || khajuraho temple ka murthy || खजुराहो मंदिर की मूर्तियां || खजुराहो के मंदिर का इतिहास || खजुराहो का मंदिर || खजुराहो का मंदिर का इतिहास || खजुराहो मंदिर की मूर्तियां दिखाइए || खजुराहो के मंदिर की मूर्तियां || खजुराहो के मंदिर का रहस्य || खजुराहो के मंदिर का वीडियो || खजुराहो का मंदिर वीडियो सहित || खजुराहो का मंदिर कैसा है || khajuraho ka mandir history in hindi || history of khajuraho temple in hindi || history of khajuraho temple || history of khajuraho mandir in hindi || history of khajuraho || history of khajuraho mandir स्क्रिप्ट- हिस्ट्री की मिस्ट्री आवाज़- सुमित यादव एडिटर- सुधीर कुमार प्रसाद सबटाइटल- बिमला नायडू म्यूजिक- https://www.bensound.com/ और https://filmstro.com/ Follow us on our social media platforms: Facebook: / historykimystery Instagram: / historykimystery Twitter: / hkmoriginal Disclaimer -------------- कुछ तस्वीरों का इस्तेमाल केवल उन चरित्रों, तथ्यों और कहानी को समझाने के उद्देश्य से किया गया है, वह सभी तस्वीर उस चरित्र की वास्तविक तस्वीर नहीं है। Some content are used for educational purpose under fair use. Copyright Disclaimer under section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, education and research.Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.