У нас вы можете посмотреть бесплатно मानगढ़ धाम -भील आदिवासी हत्याकांड का साक्षी|क्यों इतिहास मे दफन है मानगढ़ हत्याकांड| Tribal Connection или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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#17_नवंबर_1913 #मानगढ़_धाम #TribalConnection मानगढ़ में भील आदिवासियों का विद्रोह, मांग रहा इतिहास से इंसाफ मानगढ़ धाम 17 नवंबर, 1913 की उस घटना का साक्षी है जिसमें अंग्रेजों ने पंद्रह सौ से अधिक आदिवासियों की जान ले ली थी। लेकिन इतिहास में इसका जिक्र तक नहीं है। क्या इस घटना की उपेक्षा इसलिए की गई क्योंकि इसमें शहीद हुए लोग आदिवासी थे जबकि जालियांवाला बाग में मारे गए लोग गैर-आदिवासी थे? क्या आप जानते हैं कि जालियांवाला बाग कांड के पहले भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में गुजरात-राजस्थान की सीमा पर स्थित बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ में अंग्रेजो के साथ रजवाड़ो के सैनिकों द्वारा करीब पंद्रह सौ से अधिक आदिवासियों की हत्या की घटना दर्ज है, जिसे इतिहास के पन्नों में यथोचित स्थान नहीं दिया गया है। जालियांवाला बाग कांड को अंगेजों ने 13 अप्रैल, 1919 को अंजाम दिया था। इसके करीब 6 साल पहले, 17 नवंबर, 1913 को राजस्थान-गुजरात सीमा पर स्थित बांसवाड़ा जिले में अंग्रेजों ने करीब 1500 भील आदिवासियों को मौत के घाट उतार दिया था। परंतु आदिवासियाें की इस शहादत को इतिहासकारों ने तवज्जो नहीं दी। दरअसल, मानगढ़ गवाह है भील आदिवासियों के अदम्य साहस और अटूट एकता का, जिसके कारण अंग्रेजों को नाकों चने चबाने पड़े थे। हालांकि यह एकजुटता गोविंद गुरू के नेतृत्व में बनी थी, जो स्वयं बंजारा समाज के थे। इसके बावजूद गोविंद गुरू का जीवन भील समुदाय के लिए समर्पित रहा। खास बात यह है कि उनके नेतृत्व में हुए इस ऐतिहासिक विद्रोह के निशाने पर केवल अंग्रेज नहीं थे बल्कि वे स्थानीय रजवाड़े भी थे जिनके जुल्मों-सितम से भील समुदाय के लोग कराह रहे थे। यही कारण रहा कि आदिवासी लोगो ने इन रियासतों ओर अंग्रेजो के खिलाफ आवाज बुलंद की ओर मानगढ़ पहाड़ी पर एकत्रित हुए इसी को ध्यान में रखते हुए अंग्रेजों ने स्थानीय रियासतों रजवाड़ो के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया !! आपको हमको इतिहास की समझ को विकसित करना होगा !! Ummid Karta Hu Apko Video Pasand Aya hoga !! Hame SUPPORT kre ! Is video ko like kare Aap Hame Social Media Par Follow Kare @TribalWebTeam website :- http://www.tribalconnection.in/ Our Videos पांचवीं अनुसूची क्यों और किसके लिए.?? • पांचवीं अनुसूची क्या है.? 5th Schedule of ... बारिश के मौसम में आदिवासियों की जीवनशैली • बारिश के मौसम में आदिवासियों की जीवनशैली |... जोहार का विरोध • जय जोहार का विरोध और आदिवासी समुदाय | Trib... #Aadivasi #MangarhDhamBanswara #GovindGuru #GovindGuruBhajan #MangarhBhajan #BanswaraMangarh #AdivasiBhajan #BhilTribe #Aadivasi #MangarhHill #MangarhMassacre #TribalConnection #RajeshDama #JoharAadivasi #History #Ancient #BritishRule