У нас вы можете посмотреть бесплатно तुम्हारा अकेलापन ही तुम्हारी ताकत बनेगा - घबराओ मत! || आचार्य प्रशांत, आई.आई.टी. दिल्ली (2024) или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
🧔🏻♂️ आचार्य प्रशांत गीता पढ़ा रहे हैं। घर बैठे लाइव सत्रों से जुड़ें, अभी फॉर्म भरें — https://acharyaprashant.org/hi/enquir... 📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं? फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?... 📲 आचार्य प्रशांत की मोबाइल ऐप डाउनलोड करें: Android: https://play.google.com/store/apps/de... iOS: https://apps.apple.com/in/app/acharya... 📝 चुनिंदा बोध लेख पढ़ें, खास आपके लिए: https://acharyaprashant.org/en/articl... ➖➖➖➖➖➖ #acharyaprashant #IIT-D वीडियो जानकारी: 14.04.24, आई. आई. टी. दिल्ली संवाद, दिल्ली Title : तुम्हारा अकेलापन ही तुम्हारी ताकत बनेगा - घबराओ मत! || आचार्य प्रशांत, आई.आई.टी. दिल्ली (2024) विवरण: इस वीडियो में आचार्य जी ने मानसिक स्वास्थ्य, अकेलेपन, और आत्मज्ञान पर चर्चा की है। श्रोता ने अपने अनुभव साझा किए कि कैसे आज के युवा मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जैसे कि अवसाद और चिंता। उन्होंने बताया कि जब लोग अकेले होते हैं, तो वे अक्सर बाहरी चीजों की तलाश करते हैं, जैसे कि अल्कोहल, डेटिंग एप्स, और अन्य व्यसनों, ताकि वे अपने दुख को भुला सकें। आचार्य जी ने यह स्पष्ट किया कि बाहरी चीजें, चाहे वे कितनी भी मूल्यवान क्यों न हों, हमारे आंतरिक परिवर्तन को नहीं ला सकतीं। उन्होंने बताया कि असली समाधान भीतर से आता है, और हमें अपने भीतर की स्थिति को सुधारने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं तब बढ़ती हैं जब लोग अपने भीतर की अपूर्णता को भरने के लिए बाहरी चीजों का सहारा लेते हैं। आचार्य जी ने यह सुझाव दिया कि हमें अपने भीतर के दुख और संघर्ष को पहचानना चाहिए और उसे एक सकारात्मक दिशा में मोड़ना चाहिए। अंत में, उन्होंने कहा कि हमें अपने व्यक्तिगत दुखों से हटकर समाज के दुखों से लड़ने का प्रयास करना चाहिए। प्रसंग: ~ स्वस्थ मन की ओर कैसे बढ़ें? ~ डिप्रेशन (अवसाद) का सही इलाज क्या है? ~ डिप्रेशन क्या है? अवसाद क्यों होता है? ~ मानसिक अवसाद के क्या कारण हैं? ~ What is depression? ~ How to cure depression? ~ आत्महत्या क्यों करते हैं? ~ क्या आत्महत्या करना सही है? ~ आत्महत्या के विचारों से कैसे बचें? ~ क्या करें जब आत्महत्या के विचार हावी हो? ~ How to get rid of suicidal thoughts? संगीत: मिलिंद दाते ~~~~~