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Joshimath Vlog | Gateway to Badrinath & Auli | Mythology + Travel Guide 📌 English Description ✨ Join us on our journey to Joshimath (Jyotirmath) – the gateway to the Himalayas and one of the four cardinal maths established by Adi Shankaracharya. Nestled in the Chamoli district of Uttarakhand, Joshimath is not only a spiritual hub but also the winter seat of Lord Badri Vishal. 🕉 Mythological Significance: It is believed that Lord Narasimha’s temple here was installed by Adi Shankaracharya himself. Joshimath also holds deep connections with Hindu philosophy and is considered a highly sacred place. 🚉 How to Reach Joshimath: Nearest Airport: Jolly Grant Airport, Dehradun (approx. 270 km) Nearest Railway Station: Rishikesh (approx. 250 km) By Road: Joshimath is well connected by buses and taxis from Rishikesh, Haridwar, and Dehradun. 🌸 Best Time to Visit: Summer (April – June): Pleasant weather and best for trekking. Autumn (September – November): Clear skies, spiritual vibes, and perfect for darshan. Winters are cold but divine, as Lord Badri is worshipped here after the Kedarnath & Badrinath temples close. 📍 Don’t miss the chance to explore its temples, ropeway to Auli, and the mystical aura of this spiritual land. 📌 Hindi Description (हिंदी विवरण) ✨ आइए हमारे साथ यात्रा करें जोशीमठ (ज्योतिर्मठ) की – जो हिमालय का प्रवेश द्वार है और आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार प्रमुख मठों में से एक है। चमोली ज़िले में स्थित जोशीमठ भगवान बद्रीविशाल की शीतकालीन नगरी भी है। 🕉 पौराणिक महत्व: यहाँ स्थित नरसिंह मंदिर का स्थापना कार्य स्वयं आदि शंकराचार्य ने किया था। ऐसा माना जाता है कि यह स्थान सनातन दर्शन और वैदिक परंपरा का पवित्र केंद्र है। 🚉 जोशीमठ कैसे पहुँचे: निकटतम हवाई अड्डा: जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून (लगभग 270 किमी) निकटतम रेलवे स्टेशन: ऋषिकेश (लगभग 250 किमी) सड़क मार्ग: हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून से बसें और टैक्सी उपलब्ध हैं। 🌸 घूमने का सबसे अच्छा समय: गर्मी (अप्रैल – जून): सुहावना मौसम और ट्रैकिंग का सबसे अच्छा समय। शरद (सितंबर – नवंबर): साफ आसमान और आध्यात्मिक वातावरण। सर्दियों में यहाँ भगवान बद्री की पूजा होती है, जब बद्रीनाथ धाम बंद हो जाता है। 📍 यहाँ के मंदिर, औली जाने वाली रोपवे यात्रा और दिव्य वातावरण को मिस न करें। 📌 Marathi Description (मराठी वर्णन) ✨ चला आमच्यासोबत अनुभव घ्या जोशीमठ (ज्योतिर्मठ) यात्रेचा – हिमालयाचे प्रवेशद्वार आणि आदि शंकराचार्यांनी स्थापन केलेल्या चार प्रमुख मठांपैकी एक. उत्तराखंडातील चमोली जिल्ह्यात वसलेला हा पवित्र स्थळ भगवान बद्रीविशाल यांची हिवाळ्यातील राजधानी आहे. 🕉 पौराणिक महत्त्व: येथील नरसिंह मंदिर आदि शंकराचार्यांनी स्थापले असल्याचे मानले जाते. हे ठिकाण वेदांत, अध्यात्म आणि सनातन संस्कृतीचे पवित्र केंद्र मानले जाते. 🚉 जोशीमठला कसे पोहोचाल: जवळचे विमानतळ: जॉली ग्रांट एअरपोर्ट, देहरादून (सुमारे 270 किमी) जवळचे रेल्वे स्टेशन: ऋषिकेश (सुमारे 250 किमी) रस्त्याने: हरिद्वार, ऋषिकेश आणि देहरादून येथून बस व टॅक्सी सहज मिळतात। 🌸 भेट देण्यासाठी सर्वोत्तम वेळ: उन्हाळा (एप्रिल – जून): आल्हाददायक हवामान व ट्रेकसाठी उत्तम. शरद ऋतु (सप्टेंबर – नोव्हेंबर): निळाशार आकाश व आध्यात्मिक वातावरण. हिवाळ्यात येथे भगवान बद्रींची पूजा होते, जेव्हा बद्रीनाथचे कपाट बंद होते. 📍 जोशीमठचे मंदिरे, औलीला नेणारी रोपवे आणि या ठिकाणचे दिव्य वातावरण जरूर अनुभवा।