У нас вы можете посмотреть бесплатно संस्कृति सबकी एक चिरंतन или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
गीत का लिरिक्स👇👇 संस्कृति सबकी एक चिरंतन खून रगों मे हिंदु है विराट सागर समाज अपना हम सब इसके बिंदु हैं संस्कृति सबकी..।।ध्रुव।। राम कृष्ण गौतम की धरती, महावीर का ज्ञान यहां वाणी खंडन मंडन करती, शंकर चारों धाम यहां जितने दर्शन राहें उतनी, चिंतन का चैतन्य भरा पंथ खालसा गुरू पुत्रों की बलिदानी यह पुण्य धरा अक्षय वट अगणित शाखाऐं, जड़ में जीवन हिंदु हैं संस्कृति सबकी..।।१।। कोटी हृदय हैं भाव एक हैं, इसी भूमि पर जन्म लिए मातृभूमि यह कर्मभूमि यह, पुण्यभूमि हित मरे जिये हारे-जीते संघर्षों में, साथ लड़े बलिदान हुए कालचक्र की मजबूरी में रिश्ते नाते बिखर गये एक बड़ा परिवार हमारा, पुरखे सब के हिंदु हैं संस्कृति सबकी..।।२।। हरिजन गिरिजन वासी बन के, नगर ग्राम सब साथ चलें उंच नीच का भाव मिटाकर, समता के सद्भाव पलें ऊपर दिखते भेद भले हों, जैसे वनमें में फूल खिले रंग बिरंगी मुस्कानों से, जीवन रस पर एक मिले संजीवनी रस अमृत पीकर, मृत्युंजय हम हिंदु हैं संस्कृति सबकी..।।३।। जय हिन्द वंदे मातरम्💐🚩