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| Junagarh Fort Bikaner | हाथियों के जोर से भी नहीं टूटते थे, दरवाजे पर लगे नुकीले शूल!(Part-2) 📌You can join us other social media 👇👇👇 💎INSTAGRAM👉 / gyanvikvlogs 💎FB Page Link 👉 / gyanvikvlogs 🧭Watch Complete Series of Bikaner Fort 📌PART 1:- • | Junagarh Fort | किले की खाई में छोडे गए ... 📌PART 2:- • | Junagarh Fort Bikaner | हाथियों के जोर स... 📌PART 3:- • | Junagarh Fort | इटली रियालतो ब्रिज की तर... 📌PART 4:- • | Junagarh fort | किले में मिला 300 Kg चां... 📌PART 5:- • | Junagarh fort | किले में आज भी रखी है, र... 📌PART 6:- • | Junagarh fort | इन हथियार, बंदूके, तोपे ... 📌PART 7:- • | Junagarh fort | राजस्थान की पहली लिफ्ट व... 📌PART 8:- • | Junagarh fort | Bikaner | प्रथम विश्वयुद... 📌PART 9:- • | Junagarh fort | किले में आज भी है, 800 स... 📌PART 10:- • | Junagarh fort | महाराजा गंगा सिंह का 100... 📌PART 11:- • | Junagarh Fort | बीकानेर महाराजाओं के शाह... 📌PART 12:- • | Junagarh fort | बीकानेर के महाराजाओं का ... जूनागढ़ किला (Junagarh Fort) :-- भारत के राजस्थान राज्य के बीकानेर शहर में है । इस किले को वास्तव में चिंतामणि किले और बीकानेर किले - Bikaner Fort के नाम से जाना जाता है और 20 वी शताब्दी के प्रारंभ में इसका नाम बदलकर जूनागढ़ रखा गया था क्योकि 20 वी शताब्दी में किले में रहने वाला परिवार लालगढ़ महल में स्थानांतरित हुआ था । यह किला राजस्थान के उन प्रमुख किलो में शामिल है जो पहाड़ की ऊंचाई पर नही बने है । वर्तमान बीकानेर शहर किले के आस - पास ही विकसित हुआ है । किले का निर्माण बीकानेर के शासक राजा राय सिंह के प्रधान मंत्री करण चंद की निगरानी में किया गया था , राजा राय सिंह ने 1571 से 1611 AD के बीच बीकानेर पर शासन किया था । किले की दीवारों और खाई का निर्माणकार्य 1589 में शुरू हुआ था और 1594 में पूरा हुआ था । इन्हें शहर के वास्तविक किले के बाहर ही बनाया गया है , सिटी सेंटर से 1.5 किलोमीटर की दुरी पर इन दीवारों और खाई का निर्माण किया गया था । जूनागढ़ किले के शेष भाग लक्ष्मी नारायण मंदिर के आस - पास बने हुए है । इतिहासिक दस्तावेजो के अनुसार Junagarh Fort पर कई बार दुश्मनों ने आक्रमण किया गया था , लेकिन कभी इसे कोई हासिल नही कर सका सिर्फ कामरान मिर्ज़ा ने ही एक दिन के लिये इसे अपने नियंत्रण में रखा था । कामरान मुग़ल बादशाह बाबर के दुसरे बेटे थे जिन्होंने 1534 में बीकानेर पर आक्रमण किया था , और इसके बाद बीकानेर पर राव जित सिंह का शासन था । Junagarh Fort आज भी गर्व से यह अपना इतिहास बयान करता है और कहता है कि मुझे कभी कोई शासक हरा नहीं पाया । कहते हैं कि इतिहास में सिर्फ एक बार किसी गैर शासक द्वारा इस भव्य किले पर कब्जा किए जाने के प्रयास का जिक्र होता है । कहा जाता है कि मुगल शासक कामरान जूनागढ़ की गद्दी हथियाने और किले पर फतह करने में कामयाब हो गया था , लेकिन 24 घंटे के अंदर ही उसे सिंहासन छोड़ना पड़ा । इसके अलावा कहीं कोई उल्लेख नहीं मिलता कि जूनागढ़ को किसी शासक ने फतेह करने के मंसूबे बनाए हों और वह कामयाब हुआ हो । #BikanerFort #Junagarhfort #Gyanvikvlogs #जूनागढ़_किला #जूनागढ़दुर्ग #बीकानेर_किला #बीकानेरदुर्ग #बीकानेर_रियासत #BikanerRajasthan #BikanerHeritage #RajasthanTourism #ExploreJunagarhFortBikaner