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Vedic Astrology ke anusar santan yog (progeny) kaise dekha jata hai? Kundli ke kaunse grah aur bhav batate hain ki aapko santan sukh milega ya nahi? Iss video me hum janenge — 5th house, Jupiter (Guru), aur Santan Yog ke powerful astrological secrets jo aapke future ko reveal karte hain. 👶✨ रोगनिर्णयाध्यायः 163 पापक्षयुक्ते निधने सपापे शस्त्रानलव्याघ्रमुजंगपीडा । अन्योन्यदृष्टी दव्यशुभौ सकेन्द्री कोपात्प्रभोः शस्त्रविषाग्निजैर्वा। 12011 अष्टम में पापराशि व पापग्रह साथ हों तो अस्त्र, अग्नि सिंह आदि हिंसक जानवर या सर्प से पीडा होती है। मंगल 12 या केन्द्र में दो पापग्रह परस्पर पूर्ण दृष्टि से देखते हों तो राजा के क्रोध, सजा शस्त्र विष या अग्नि से मृत्यु होती है। सौम्यांशक सौम्यग्रहेऽथ सौम्यसम्बन्धगे वा क्षयमे क्षयेशे। अक्लेशजातं मरणं नराणां व्यस्ते तदा क्रूरमृति वदन्ति ||21|| यदि द्वादशेश सौम्यनवांश में सौम्य ग्रह हाँ या शुभ ग्रहों से सम्बन्ध करे या द्वादशेश में हो तो बिना विशेष कष्ट के मृत्यु होती है। इसके विपरीत पापग्रह हो, पाप नवांश में हो या पाप सम्बन्ध करे तो कष्टपूर्वक मृत्यु होती है। पूर्व व भावी जन्म का विचारः स्वोच्चे स्वमित्रे सति सौम्यवर्गे व्ययाधिपे चोर्ध्वगतिं ससौम्ये। विपर्ययेऽधोगतिमेव केचिद् उर्ध्वास्य शीर्षोदयराशिभेदात् । ।22 ।। द्वादशेश यदि उच्च, मित्रक्षेत्र, शुभवर्ग में गया हो तो मनुष्य उर्ध्वगति अर्थात् स्वर्ग जाता है। इसके विपरीत द्वादशेश शत्रुक्षेत्री, पापवर्ग या नीच में हो तो अधोगति खराब योनियों या नरक में जाता है। कुछ लोगों का मत है कि द्वादश में शीर्षोदय या उर्ध्व मुख राशियां हों या द्वादशेश इन राशियों में हो तो उर्ध्वगति होती है। मिथुन, कन्या, तुला, वृश्चिक, कुम्भ, शीर्षोदय व मीन उभयोदय है। शेष पृष्ठोदय राशियां हैं। उर्ध्वास्य व शीर्षोदय राशियों का विवेक पीछे राशि भेद में देखें। सूर्य से मुक्त राशि उर्ध्वमुख होती है। मृत्यु के बाद का लोकः कैलास रविशीतगू भृगुसुतः स्वर्ग महीजो महीं वैकुण्ठं शशिजो यमों यमपुरं सद्ब्रह्मलोकं गुरुः। द्वीपान् भोगिवरः शिखी तु नरकं सम्प्रापयेत् प्राणिनः सम्बन्धाद्व्ययनायकस्य कथयेत्तत्रान्त्यराश्यंशतः । ।23 || बारहवें भाव में जो राशि व नवांश हो, उनमें स्थित ग्रह से या द्वादशेश से या द्वादशेश के सम्बन्धी ग्रह से आगामी लोक का निर्णाय करें। वे ग्रह सूर्य चन्द्र हों तो कैलास धाम को । शुक्र हो तो स्वर्ग को। मंगल हो तो भूमि लोक को। बुध हो तो वैकुण्ठधाम को। शनि हो तो यमलोक को। गुरु हो ता ब्रह्मलोक को। राह हो तो द्वीपट्टीपान्तरों को केत हो तो नरक को जाता है। #VedicAstrology #Progeny #SantanYog #AstrologySecrets #Jyotish #HinduAstrology #FuturePrediction #KundliAnalysis