У нас вы можете посмотреть бесплатно 54 साल की तानाशाही के बाद सीरिया की उम्मीदें और डर [Fall of the Assad Regime] DW Documentary हिन्दी или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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8 दिसंबर 2024 को, सीरिया के तानाशाह बशर अल असद अपने परिवार के साथ रूस भाग गए. ये फ़िल्म, जो शासन के गिरने से पहले और बाद में शूट हुई थी, दिखाती है कि तानाशाही इतनी जल्दी क्यों ढह गई और आज सीरियाई लोगों की क्या उम्मीदें हैं. बशर अल असद सन् 2000 में अपने पिता की मौत के बाद सत्ता में आए. उनकी पत्नी, अस्मा, पश्चिमी रंग में रंगी हुई थीं, और दोनों साथ में देश के लिए नई शुरुआत का वादा लेकर आए थे. लेकिन कोई बदलाव नहीं आया, और जब अरब स्प्रिंग में लोग सड़कों पर उतरे, तो बशर अल असद अपनी प्रगतिशील बातें भूल गए. शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर खून की होली खेली गई और ज़हरीली गैस से हमले हुए. पाँच लाख से ज़्यादा लोग मारे गए, एक लाख से ज़्यादा लोग लापता हो गए और 60 लाख से ज़्यादा सीरियाई लोगों को अपना देश छोड़ना पड़ा. इनमें से एक ऐक्टिविस्ट थे, बासम एज़ेदीन. 2013 में, उन्होंने घोउटा पर सरकार के ज़हरीले गैस हमले को रिकॉर्ड किया. नतीजतन, उन्हें अपने परिवार के साथ भागना पड़ा. उनकी बहन और उनके परिवार ने सीरिया में रहने का फ़ैसला किया, लेकिन उन्हें बेरहमी से सज़ा दी गई. उनकी बहन को गिरफ़्तार कर लिया गया और उनके बच्चों को उनसे अलग कर दिया गया. पहले इंटरव्यू के समय, बासम, सभी की तरह, नहीं जानते थे कि शासन जल्द ही ढह जाएगा और वे घर वापस लौट पाएंगे. फ़िल्म बनाते समय हालात तेज़ी से बदलते हैं. बशर अल असद की अपने ही लोगों के खिलाफ़ छेड़ी गई जंग ने देश की आर्थिक स्थिति खराब कर दी है. शासन के गिरने से कुछ हफ़्ते पहले, सीरियाई पत्रकार फ़ैज़ल ने अपनी जान जोखिम में डाल कर, छिपकर, सीरिया में रोज़मर्रा की ज़िंदगी की तस्वीरें लीं: कूड़े में खाना ढूंढते भूखे बच्चे, और बेकरियों के बाहर लम्बी लाइनें. असद के 54 साल के शासन के बाद देश पूरी तरह से तबाह हो चुका था. महीनों की तैयारी के बाद, सीरियाई विद्रोहियों ने 27 नवंबर 2024 को एक नया हमला शुरू किया. 11 दिनों के अंदर, उन्होंने तानाशाही का खात्मा कर दिया - बिना किसी बड़े विरोध का सामना किए. नई सरकार ने सबको साथ लेकर चलने का वादा किया है. लेकिन मैरी फ़ॉरेस्टियर, जो यूरोपीय इंस्टिट्यूट फ़ॉर पीस में सीरिया की एक्सपर्ट हैं, कहती हैं कि “नए राष्ट्रपति के लिए अपनी टीम को बड़ा और विविध बनाना एक बड़ी चुनौती है. अभी तक तो उन्होंने सिर्फ़ इदलिब के अपने खास लोगों पर ही भरोसा किया है, जो बहुत पुराने ख़यालों वाले हैं." और इतनी बड़ी जीत के बाद भी, नई सरकार पूरे देश को नहीं संभाल पा रही है: दक्षिण में, इज़राइली सेना ने गोलान हाइट्स तक अपना कब्ज़ा बढ़ा दिया है, और उत्तर में तुर्की कुर्दों के इलाकों पर ज़ोरदार बमबारी कर रहा है. सीरिया में अभी भी हालात ठीक नहीं हैं. लेकिन असद शासन के 50 से ज़्यादा सालों के बाद, सीरियाई लोगों को बहुत उम्मीदें हैं. #dwdocumentaryहिन्दी #dwहिन्दी #dwdocs #syria #assad #civilwar ---------------------------------------------------------------------------------------- अगर आपको वीडियो पसंद आया और आगे भी ऐसी दिलचस्प वीडियो देखना चाहते हैं तो हमें सब्सक्राइब करना मत भूलिए. विज्ञान, तकनीक, सेहत और पर्यावरण से जुड़े वीडियो देखने के लिए हमारे चैनल DW हिन्दी को फॉलो करे: @dwhindi और डॉयचे वेले की सोशल मीडिया नेटिकेट नीतियों को यहां पढ़ें: https://p.dw.com/p/MF1G