У нас вы можете посмотреть бесплатно एक चींटी भी आकाश में उड़ सकती है! Swallowing the Sun पर Lakshmi Murdeshwar Puri | Interview | EP 74 или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
#LakshmiMurdeshwarPuri #SwallowingtheSun #AlephBookCompany #Sahityatakshabdrathi #shabdrathi #ep74 #interview #LakshmiPuri #jaiprakashpandey #sahityatak Diplomacy में रचनात्मकता की ज़रूरत है! मेरे हर पात्र अपनी सीमाओं को तोड़ देते हैं! अगर आप में विश्वास है तो आप कुछ भी कर सकते हैं! मैं सोचती अंग्रेजी में हूं, सपने हिंदी में देखती हूं और प्रार्थना संस्कृत में करती हूं! एक चींटी भी आकाश में उड़ सकती है! सोशल मीडिया की दुनिया में साहित्य हमें पूरा करता है! आज साहित्य तक के प्रतिष्ठित कार्यक्रम 'शब्द- रथी' में संयुक्त राष्ट्र में पूर्व सहायक महासचिव और यूएन वूमेन की पूर्व उप कार्यकारी निदेशक रह चुकीं लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी ने अपनी पुस्तक 'Swallowing The Sun' के बहाने अपने बचपन, भाषा की अहमियत और सोशल मीडिया के प्रभाव पर खुलकर बातें की. वह तटीय कर्नाटक के मुर्देश्वर शहर में पैदा हुईं. उनके पिता बालकृष्ण मुर्देश्वर कन्नड़ साहित्यकार और शिक्षाविद थे और उनकी मां मालती एक मराठी भाषी परिवार से थीं. लक्ष्मी महाराष्ट्र की पहली स्नातकोत्तर छात्राओं में थीं. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में इतिहास में कला स्नातक (ऑनर्स) की डिग्री और पंजाब विश्वविद्यालय में मास्टर डिग्री के लिए अध्ययन किया. उनके पास इतिहास, सार्वजनिक नीति और प्रशासन, अंतर्राष्ट्रीय संबंध और कानून एवं आर्थिक विकास में पेशेवर डिप्लोमा भी है. वह 1974 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुईं. जापान, श्रीलंका और स्विट्जरलैंड में सेवा की. उन्हें मार्च 1999 में हंगरी में राजदूत नियुक्त किया गया और उन्होंने जुलाई 2002 तक वहां सेवा की. वे बोस्निया और हर्जेगोविना के लिए भी मान्यता प्राप्त थीं. साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान के साथ मिलकर काम किया. विदेश मंत्रालय मुख्यालय में जापान और कोरिया डेस्क पर अवर सचिव और बाद में पाकिस्तान डेस्क पर अवर सचिव के रूप में भी पुरी ने कार्य किया. वह छह वर्षों तक आर्थिक प्रभाग और बहुपक्षीय आर्थिक संबंध (ईडी और एमईआर) के संयुक्त सचिव के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं और भारत की कई द्विपक्षीय, बहुपक्षीय और आर्थिक कूटनीति पहलों जैसे लुक ईस्ट नीति, भारत-आसियान संवाद साझेदारी, हिंद-महासागर रिम एसोसिएशन और बंगाल की खाड़ी के पहल के तहत बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बने ग्रुप ऑफ 15 फोरम से भी जुड़ी रहीं. Aleph Book Company से प्रकाशित 'Swallowing The Sun' उनकी पहली पुस्तक है, जिसके बारे में वह कहती हैं कि यह मेरे दिल के बहुत करीब है. इस चर्चा में लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी ने ऐसी बहुत सी बातें बताईं जो युवाओं और महिलाओं को प्रेरित करती हैं. 'Swallowing The Sun' में कुल 412 पृष्ठ हैं और इस पुस्तक का मूल्य है 899 रुपए. तो 'शब्द-रथी' में कार्यक्रम लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी संग वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय की इस दिलचस्प बातचीत को आप भी सुनें, सिर्फ़ साहित्य तक पर. Facebook: / sahityatakofficial Instagram: / sahityatak Twitter: / sahitya_tak ............................ About the Channel Sahitya Tak आपके पास शब्दों की दुनिया की हर धड़कन के साथ I शब्द जब बनता है साहित्य I वाक्य करते हैं सरगोशियां I जब बन जाती हैं किताबें, रच जाती हैं कविताएं, कहानियां, व्यंग्य, निबंध, लेख, किस्से व उपन्यास I Sahitya Tak अपने दर्शकों के लिये लेकर आ रहा साहित्य के क्षेत्र की हर हलचल I सूरदास, कबीर, तुलसी, भारतेंदु, प्रेमचंद, प्रसाद, निराला, दिनकर, महादेवी से लेकर आज तक सृजित हर उस शब्द की खबर, हर उस सृजन का लेखा, जिससे बन रहा हमारा साहित्य, गढ़ा जा रहा इतिहास, बन रहा हमारा वर्तमान व समाज I साहित्य, सृजन, शब्द, साहित्यकार व साहित्यिक हलचलों से लबरेज दिलचस्प चैनल Sahitya Tak. तुरंत सब्स्क्राइब करें व सुनें दादी मां के किस्से कहानियां ही नहीं, आज के किस्सागो की कहानियां, कविताएं, शेरो-शायरी, ग़ज़ल, कव्वाली, और भी बहुत कुछ I Sahitya Tak - Welcome to the rich world of Hindi Literature. From books to stories to poetry, essays, novels and more, Sahitya Tak is a melting pot where you will keep abreast of what's the latest in the field of literature. We also delve into our history and culture as we explore literary gems of yesteryears from Surdas, Kabir, Tulsi, Bhartendu, Premchand, Prasad, Nirala, Dinkar, Mahadevi, etc. To know more about how literature shapes our society and reflects our culture subscribe to Sahitya Tak for enriching stories, poems, shayari, ghazals, kawali and much more. Subscribe Sahitya Tak now.