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Om Namoh Narayan ► Welcome to all of you on the Om Namoh Narayan YouTube channel, a YouTube channel that will give you 100% correct information, that too in our very simple language i.e. Hindi language. Therefore, if you have your question or any suggestion, then you can write in the comment and you can completely change your life through the remedies, Yantra and Mantra. Hope you like our effort. ► Video Link: How To Energized Any Jap Mala: / v4zy1za72w ► Press here to talk to Guru Ji: https://wa.me/919996112279 ► Whatsapp Number: + 91-9996112279 Thank you for watching our video ॥ ॐ नमो नारायण ॥ ► सभी मित्रो को मेरा प्रणाम स्वागत है आप सबका ॐ नमः नारायण यूट्यूब चैनल पर, एक ऐसा यूट्यूब चैनल जो आपको देगा 100 % सही जानकारी वो भी बिलकुल सरल भाषा यानी हिंदी भाषा में हमारे चैनल पर आपको कमैंट्स के जवाब भी मिलेंगे । इसलिये आप अपना सवाल या कोई सुझाव हो तो कमेंट में लिख सकते है और हमारे द्वारा बताये गए उपाय,टोटको व् मंत्रो द्वारा अपना जीवन पूर्णतः बदल सकते है ! आशा है आपको हमारा प्रयास पसंद आएगा ॥ ►वीडियो लिंक : माला का संस्कार कैसे करे / v4zy1za72w ► गुरु जी से बात करने के लिए यहाँ दबाये : https://wa.me/919996112279 ►व्हाट्सप्प नंबर : +91-9996112279 ►हमारे वीडियो देखने के लिए धन्यवाद #Mantra #omnamohnarayan #swamijivideos माला में 108 दाने होते हैं, जब भी किसी मंत्र का जाप किया जाता है तो वो 108 बार ही किया जाता है। क्या आप जानते हैं माला में 108 दाने क्यों होते हैं और क्यों किया जाता है किसी मंत्र का 108 बार जाप किया जाता है आइए जानते हैं इसके बारे में.... ज्योतिष के अनुसार ब्रह्मांड को 12 भागों में विभाजित किया गया है। इन 12 भागों के नाम मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन हैं। इन 12 राशियों में नौ ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु विचरण करते हैं। अतः ग्रहों की संख्या 9 का गुणा किया जाए राशियों की संख्या 12 में तो संख्या 108 प्राप्त हो जाती है। इसके साथ ही कुल 27 नक्षत्र होते हैं। हर नक्षत्र के 4 चरण होते हैं और 27 नक्षत्रों के कुल चरण 108 ही होते हैं। माला का एक-एक दाना नक्षत्र के एक-एक चरण का प्रतिनिधित्व करता है। इन्हीं कारणों से माला में 108 मोती होते हैं। हिन्दू धर्म को मानने वाले श्रद्धालु प्रतिदिन किसी न किसी रूप में देवी देवताओं के मंत्रों का जप करते ही है। कुछ लोग तो मंत्र जप के पूर्ण विधि विधान के साथ सावधानी पूर्वक पूरी श्रद्धा के साथ करते हैं, और कुछ ऐसे ही देखा देखी किसी भी मंत्र का जप शुरू कर देते हैं। लेकिन वेद शास्त्रों में सभी देवी देवी देवताओं या अन्य मंत्रों के जप के नियम बनाएं है, जिसके अनुसार जप करने पर ही वे कोई चमत्कार दिखा पाते हैं, अन्यथा गलत जप या उच्चारण से कभी-कभी जपकर्ता को हानि भी हो सकती है। जानें कैसे मंत्रों का जप कैसे करना चाहिए। किसी भी मंत्र का जप करते समय किस प्रकार से मंत्र का उच्चारण किया जाये, मन्त्रों का उच्चारण किस स्वर में किया जाये जिससे मंत्र जप का लाभ अधिक से अधिक मिल सके यह बहुत ही महतवपूर्ण है। मंत्र जप के समय होठों के हिलने, श्वास तथा स्वर के निस्सरण के आधार पर शास्त्रों ने मंत्र जप को तीन वर्गों में विभाजित किया है, और इसी के आधार पर जप किया जाएं तो मंत्र के देवता मनोकामना पूर्ति करने में देरी नहीं करते। 1- वाचिक जप- जिस प्रकार से ईश्वर का भजन-कीर्तन और आरती ऊंचे स्वर में की जाती है, उस तरह उच्च स्वरों में मंत्रों का जप निषेध माना गया है। शास्त्र कहते है कि मंत्र जप करते समय स्वर बाहर नहीं निकला चाहिए। जप करते समय मंत्रों का उच्चारण ऐसा होता रहे की ध्वनि जप करने वाले साधक के कानों में पड़ती रहे, उसे वाचिक जप कहते हैं। 2- उपांशु जप- मंत्र जप की इस विधि में मंत्र की ध्वनि मुख से बाहर नहीं निकलती, परन्तु जप करते समय साधक की जीभ और होंठ हिलते रहना चाहिए| उपांशु जप में किसी दुसरे व्यक्ति के देखने पर साधक होंठ हिलते हुए तो प्रतीत होते है, पर कोई भी शब्द उसे सुनाई नहीं देता। 3- मानस जप- मन्त्र जप की इस विधि में जपकर्ता के होंठ और जीभ नहीं हिलते, केवल साधक मन ही मन मंत्र का मनन करता है, इस अवस्था में जपकर्ता को देखकर यह नहीं बताया जा सकता कि वह किसी मंत्र का जप भी कर रहा है। उपरोक्त मंत्र जप विधि में से मानस जप को ही सर्वश्रेष्ठ जप बताया गया है और उपांशु जप को मध्यम जप और वाचिक जप को मानस जप की प्रथम सीढ़ी बताया गया है। मंत्र जप और मानसिक उपासना, आडम्बर और प्रदर्शन से रहित एकांत में की जाने वाली वे मानसिक प्रक्रियाएं है जिनमें मुख्यतः भावना और आराध्यदेव के प्रति समर्पण भाव का होना बहुत जरुरी होता है। इस विधि से अगर जप किया जाएं तो जिस देवता का मंत्र जप किया जाता है वह शीघ्र प्रसन्न होकर जपकर्ता की इच्छाएं पूरी करने लगते हैं। #Mantra #omnamohnarayan #sadhana mantra jaap ke prakar,mantra,jaap,मंत्र जाप के प्रकार,मंत्र जाप कैसे करने चाहिए,मंत्र सिद्धि,मंत्र जप के नियम,jaap kaise kare,मंत्र जाप,मंत्र जप कैसे करें,मंत्र जप की सरल विधि,mala jaap karne ki vidhi,जाप कैसे करे,माला जाप करने का तरीका,मंत्र सिद्धि उपाय,मंत्र सिद्धि कैसे करें,मंत्र जाप विधि,मंत्र जाप कैसे करे,मंत्र जपने के फायदे,मंत्र सिद्धि के बारे में,मंत्र सिद्धि का उपाय,karmkand,mansik jaap,vachik jaap,upanshu japa,mantra jaap ============================================================================= =============================================================================