У нас вы можете посмотреть бесплатно Morari Bapu on Swami Sharnanandji или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
अभी 27 तारीख को राष्ट्रपति भवन में, एक हमारे मित्र के, प्रेरणा हो न जाने क्या हो, मैं तो नहीं जानता हूँ। पूरी बात मुझे मालूम नहीं है, कैसे मैं वहाँ फँस गया। हमारे पुराने परिचित, भाई मैथिलीशरण गुप्त जी बैठे थे, प्रश्न-उत्तर का सत्संग था। मैंने उनसे कहा, कि आप कोई प्रश्न कीजिये। तो शिष्टाचार के नाते जैसे प्राय: लोग कह देते हैं। तो उन्होंने कहा कि पथ-प्रदर्शन कीजिये। मैंने कहा भाई! चलने की रुचि में पथ का दर्शन है। पथ दिखाई देता है! इस प्रश्न को, आदरणीय राजेन्द्र बाबूजी ने अपना प्रश्न बनाया और ये बात स्वीकार की, चलने की रुचि भी है, पथ भी दिखाई देता है। किन्तु, चल नहीं पाते। बड़ी सुन्दर बात कही उन्होंने, और बड़ी सच्ची बात कही। ये बात उन्हीं की अपनी बात हो, ऐसी बात नहीं। किसी-न-किसी अंश में हम सबकी ये बात है। मैंने कहा, न चलने की वेदना में चलने की सामर्थ्य निहित है! / swamisharnanandji http://www.swamisharnanandji.org/