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Duck Farming | झोपड़ी से लाखों की कमाई 23 साल की युवा का business आज के इस वीडियो में हम सीतामढ़ी जिले के रहने वाले एक ऐसे किसान की कहानी लेकर आय है जो बत्तख पालन करते हैं 23 साल की उम्र में बत्तख पालन से लाखों रुपए कमा रहे हैं इस वीडियो में जानेंगे पूरी कहानी उनके बत्तख पालन के बारे में बत्तख पालन एक बेहतर स्वरोजगार का साधन है बत्तख पालन में कई ऐसे पहलू है जिस पर हम बातचीत करेंगे और समझने का प्रयास करेंगे बत्तख पालन (Duck Farming) एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ पानी की उपलब्धता अच्छी हो। यह मुर्गियों के मुकाबले दोगुने अंडे देती है और इसके मांस की भी अच्छी मांग रहती है। बत्तख पालन के लिए ज़रूरी जानकारी बत्तख पालन शुरू करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है: 1. जगह और आवास (Place and Housing) पानी का स्रोत: बत्तख जलीय पक्षी हैं, इसलिए आसपास तालाब, पोखर या पानी के स्रोत का होना बहुत ज़रूरी है। यह उन्हें तैरने, प्रजनन करने और अपना प्राकृतिक आहार (कीड़े-मकोड़े, घोंघे) ढूंढने में मदद करता है। कृत्रिम तालाब बनाकर भी पालन किया जा सकता है। आवास/शेड: इनके लिए घर (शेड) बनाना आसान होता है। यह छोटा, बड़ा, सूखा या गीला किसी भी तरह का हो सकता है। आवास में प्रवेश और बाहर निकलने के लिए ऊंचे दरवाज़े होने चाहिए। हर बत्तख को लगभग 2 से 3 वर्ग फुट जगह की ज़रूरत होती है। जगह को साफ, सूखा और गंदगी से मुक्त रखना चाहिए। जलवायु: नम जलवायु इनके लिए अनुकूल होती है। 25 से 35 डिग्री सेल्सियस का तापमान सबसे अच्छा माना जाता है। 2. नस्ल का चुनाव (Breed Selection) पालन का उद्देश्य (मांस या अंडा) तय करके उन्नत नस्ल के स्वस्थ चूजों का चुनाव करें। चूजे का भार 35-40 ग्राम से कम नहीं होना चाहिए। बत्तखें एक साल में 280 से 300 अंडे तक दे सकती हैं। 3. आहार प्रबंधन (Diet Management) बत्तखें आमतौर पर अपना पेट नदियों, तालाबों या धान के खेतों में छोटे-मोटे कीड़े-मकोड़े खाकर आसानी से भर लेती हैं, जिससे आहार पर कम खर्च आता है। इन्हें गीला खाना पसंद होता है, क्योंकि सूखा खाना इनके गले में फंस सकता है। पसंदीदा आहार में रसोई का कचरा, जूठन, चावल, मक्का, चोकर, घोंघे और छोटी मछलियाँ शामिल हैं। बेहतर अंडे और स्वास्थ्य के लिए मिनरल मिक्सचर भी देना चाहिए। 4. प्रजनन (Breeding) प्रजनन के लिए पानी की उचित व्यवस्था आवश्यक है, क्योंकि बिना पानी के वे प्रजनन नहीं करते हैं। 5. सरकारी मदद (Government Schemes) सरकार बत्तख पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है, जैसे राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission) जिसके तहत यूनिट लगाने पर सब्सिडी मिल सकती है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत भी लोन लिया जा सकता है। बत्तख पालन शुरू करने से पहले, इसके बारे में पूरी जानकारी लेना और संभव हो तो किसी अनुभवी किसान से ट्रेनिंग लेना फायदेमंद हो सकता है। यह वीडियो आपको बत्तख पालन के लिए पूरी जानकारी प्रदान करेगा: बतख पालन कैसे करे | duck farming business plan | batak palan #duckfarming #farming #duckfarm #duckfarmingbusiness #duckfarminginindia #duckfarmer #duckfarmingbusinessplan