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🚩जय टकरासी नाग पूर्वज के अनुसार देवता श्री टकरासी नाग की उत्पति सुन्नी क्षेत्र के सेरी कचोन नामक स्थान से माहुनाग से भेंट की उसके बाद काऊ मामेल प्रभू मामलेशवर महादेव के मन्दिर करसोग होकर कमरूनाग से भेंट की उसके बाद तुगासी कांडा तुगासी नाग से भेंट करके बालू नाग के मंदिर में बालू नाग से भेंट की बहा से सकीरण में श्रृंगा ऋषि से भेंट करके लांबा लांबरी पहुचे बहा पर भगवती काली से भेंट करके छैरा पहुचे बहा से काली पुत्र छैरा को अपने साथ लेकर सारेऊलसर अपनी माता जी से भेंट की और जो सौर का पानी चारो दिशा मैं बहता था उसे एक सौर मैं बना दिया और यहां एक चेला तांत्रिक बूढी नागिन और जोगनियो को परेशान किया करता था अपनी चमकीली विद्या से उसका अंत करके टकरासी नाग जी आगे नेडी छेडी मैं विश्राम किया! उसके बाद प्रभु रघुपुर गढ़ पहुचे बहा पर #देवताश्रीखुड़ीजलमहाराज जी और #श्रृंगाऋषिजी आपस में अपनी शक्तियों का प्रदर्शन कर रहे थे टकरासी नाग जी ने कहा कि मुझे भी शक्तियों का प्रदर्शन करना है तो बहा से टकरासी नाग जी को भगा दिया और प्रभु सुगरसीन नामक स्थान पर बैठे और देवता श्री खुड़ी जल महाराज को आवाज लगाई कहा की बालू; बनेला; छलाच; जेठी हार लाई बैठा मतलब बालू; बनेला; छलाच; मैने अपने अधिकार में ले लिया है बहा से प्रभु चंदोखरी धार पर जोगनी से भेंट कर उनसे कहा कि मैं हर दूसरे साल आप से भेंट करने आउगा इसलिए प्रभु हर तीसरे साल ओला वृष्टि ना होने के लिए बहा पूजा अर्चना करते हैं शुरला पर बैठे और बहा पर बहली के गोवाले अपनी गाए चराने आए थे उनके पास एक लकड़ी से बनी तलवार साथ थी जब उनके अंदर दैविक शक्तियां आए तो उस लकड़ी की तलवार के साथ बकरे की गर्दन काट दी और शुर्ला प्रभु का जेठा (बड़ा) स्थान है! बहा से बोलही बैठे और उसके बाद बहा से कोलथा में बैठे और बहा से माशेड गांव में कुछ साल रहकर अपने मूल स्थान टकरासी बैठे बहा पर खानेल गांव मे रहने वाला एक ग्वाला था वो रोज गाए चराने टकरासी आया करता था और उसकी गाय दिन में अपना सारा दूध चोतरी नामक पेड़ के निचे दे देती थी और शाम को गाय घर में दूध नहीं देती थी उसके बाद एक दिन देखा की सारी गाय पेड़ के निचे अपना सारा दूध अपने आप दे रही थी तो गोबाले ने सारी बाते अपने गांव बासी को बताई और सारे गांव वाले बहा पर आ गए बहा पर एक शिव लिंग बन चुका था वो आज भी मन्दिर में विराजमान हैं ये सारे बाते प्रभु अपनी गनाई में भी सुनाते है 🚩जय टकरासी नाग Audio Credits Singer : Sher Singh Kaushal & Amar Rathour Lyrics : Sher Singh Kaushal Composition: Sher Singh Kaushal & Amar Rathour Music: Sher Singh Kaushal Recorded at : The Music Root Studio Anni. Mix Master :Yogi Special thanks : Gian Negi, Hitender & Ramesh (Chhatri) Video Credits DOP : Pankaj Vaidya Drone : Prince Harry Edit : Ashok Thakur Direction : Suresh Sur Project by Diwan Thakur & Family Label : iSur Studios