У нас вы можете посмотреть бесплатно छत्तीसगढ़ में हैं एशिया का दूसरा सबसे बड़ा चर्च कुनकुरी चर्च | Kunkuri Church Jashpur Chhattisgarh или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
छत्तीसगढ़ में हैं एशिया का दूसरा सबसे बड़ा चर्च कुनकुरी चर्च | Kunkuri Church Jashpur Chhattisgarh | Santu Dhurwe Vlogs instagram - / santu_dhurwe एशिया का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण चर्च महागिरिजाघर जशपुर में स्थित है। इसका निर्माण 1962 ई. में आरम्भ हुआ था और श्रद्धालुओं के लिए इसे 27 अक्टूबर 1979 ई. को खोला गया था। इस चर्च में लोहे के सात पवित्र चिन्ह भी बने हुए हैं, जो पर्यटकों को बहुत पसंद आते हैं। स्थानीय लोगों में इस चर्च के प्रति बड़ी श्रद्धा है और वह पूजा करने के लिए प्रतिदिन यहां आते हैं। यह चर्च बड़ा खूबसूरत है। इसकी सुन्दरता को निहारने के लिए पर्यटक यहां आते हैं और इसके खूबसूरत दृश्यों को अपने कैमर में कैद करके ले जाते हैं। जिसमें 8000 से 10000 अधिक लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं। क्रिसमस में देश विदेश से लोग आकर प्रभु येशु की प्रार्थना करते हैं और क्रिसमस त्यौहार धूम धाम से मनाते हैं। कुनकुरी चर्च जिला मुख्यालय जशपुर से 16 किलोमीटर दूर कुनकुरी शहर में स्थित हैं। इस चर्च के सौन्दर्य को देखने प्रतिवर्ष लगभग 5 लाख से अधिक सभी धर्मों के लोग और पर्यटक पहुंचते हैं। यह चर्च अर्ध गोलाकार में बना हुआ है ड्रोन कैमरे से देखने पर ऐसा लगता हैं मानो प्रभु येशु दोनों हाथों को फैलाये हुए अपने पास बुला रहे। कैथोलिक समुदाय में 7 अंक का विशेष महत्व होता है इसी को ध्यान में रखते हुए इस चर्च का निर्माण किया गया है। इस चर्च में 07 छत और 07 दरवाजें हैं और इनके दरवाज़ों पर साथ संस्कारों ( बपतिस्मा, पवित्र परम प्रसाद ग्रहण, पाप स्वीकार संस्कार, दृढ़ीकरण संस्कार, विवाह संस्कार, पुरोहिताई संस्कार और रोगियों का संस्कार ) के चिन्ह अंकित हैं। इस चर्च को बनाने के लिए ग्रेनाइट पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। यह चर्च एक ही बीम पर टिका हुआ है जो वास्तुकला का बेजोड़ नमूना है। इस चर्च के कई हिस्सों को अलग अलग जगह से लाया गया है जैसे – चर्च के छत को उड़ीसा के राउरकेला से, खिडकियों में बने संस्कार झारखण्ड से बनवाया गया है , इस चर्च में लगे घंटी को केरल से और क्रॉस के उपर बने कबूतर जिसे पवित्र आत्मा का प्रतीक माना जाता है उसे छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र से लाया गया है। इस तरह से कुनकुरी चर्च में सभी क्षेत्र के लोगों का सहयोग है। कुनकुरी चर्च तक पहुँचना बेहद ही आसान है आप अपने वाहनों या बस से भी जा सकते हैं निकटतम बस स्टैंड – कुनकुरी बस स्टैंड, यह जशपुर सडक मार्ग द्वारा रायगढ़, अंबिकापुर, रांची के साथ जुड़ा हुआ है। निकटतम रेलवे स्टेशन – रांची रेलवे स्टेशन और अंबिकापुर रेलवे स्टेशन निकटतम हवाई अड्डा – हवाई अड्डा रांची इस हवाई अड्डे से कोलकाता, दिल्ली, पटना, मुंबई, वाराणसी, लखनऊ और काठमांडू जैसे शहरों से नियमित उड़ानें हैं।