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Monkey Bite | monkey bite treatment in hindi | monkey bite first aid | monkey bite humans treatment #MonkeyBite #monkey_bite_irst_aid #medishanmedicos EDISHAN MEDICOS and HEALTH CARE All about medicines and disease. Subscribe youtube channel MEDISHAN MEDICOS / @medishanmedicos Subscribe-- MEDISHAN VLOGS-- / @medishan follow instagram -- https://www.instagram.com/p/CVfS9Z0Jk... facebook-- Ishan husen medishan Contact me for business E mail-- [email protected] whatsapp-- 8009027875 Twitter-- @husenishan, Aap kis topic pe next video chahte hai. comment zarur kare.. Video ko like kare, share kare, subscribe kare,, instagram pe follow kare.. Id.. Ishan medishan डॉक्टर के पास जाने से पहले ऐसे करें प्राथमिक उपचार- बंदर के काटने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉक्टर उस घाव की जांच करता है और आवश्यक इलाज तथा इंजेक्शन देता है। डॉक्टर के पास पहुंचने से पहले भी प्राथमिक उपचार किया जा सकता है। बंदर काट ले तो सबसे पहले काटे गए स्थान को तुरंत पानी व साबुन से अच्छी तरह धो देना चाहिए। काटे हुए घाव को देखें कि कहीं उसमें कुछ फंसा तो नहीं है जैसे कि कोई दांत, बाल या फिर धूल-मिट्टी। अगर दिखे तो तुरंत धीरे से निकालें और साफ करें। घाव बड़ा हो और खून निकल रहा हो तो पट्टी बांध दें। छोटे घाव की स्थिति में दबाकर खून निकालें ताकि खून के साथ विषाणु या जीवाणु बाहर निकल जाएं। अब एंटी-बैक्टीरियल क्रीम लगाएं और उस पर साफ पट्टी बांधें। डॉक्टर के पास पहुंचें। वह घाव की जांच करने के बाद रेबीज या टिटनेस का इंजेक्शन लगा सकते हैं। इन इन्जेक्शन के न लगने से व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। 24 घंटे में रेबीज इम्यूनोग्लोबुलीन इन्जेक्शन लगवाएं। कुत्तों के बाद बंदरों के काटने के मामले भारत में दूसरे नंबर पर आते हैं। बंदरों के काटने पर केवल चोट ही नहीं लगती बल्कि जानलेवा बीमारियां भी हो सकती हैं, जिनमें घाव में संक्रमण, रेबीज के अलावा हर्पीज भी शामिल है। हर्पीज बी वायरस भारत के कई बंदरों में पाया जाता है। यह इतना खतरनाक है कि इस वायरस की चपेट में आने से शारीरिक विकलांगता या मौत भी हो सकती है। वहीं रेबीज वायरस सीधे व्यक्ति के नर्वस सिस्टम और फिर व्यक्ति के मस्तिष्क तक पहुंच जाते हैं। रेबीज वायरस जब मसल टिशूज में पहुंचते हैं, तो वह इम्यून सिस्टम से बचे रहते हैं और अपनी संख्या बढ़ाते जाते हैं। फिर ये वायरस न्यूरोमस्कुलर जंक्शन से नर्वस सिस्टम में पहुंच जाते हैं। यहां पहुंचने के बाद ये दिमाग में सूजन पैदा कर देते हैं। इससे कारण व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है और वो बिना बात उत्तेजित हो जाता है। कुछ लोगों को पैरालिसिस यानी लकवा भी हो सकता है। यहां तक कि कोमा में भी जा सकता है या मौत हो सकती है। monkey bite first aid monkey bite humans treatment monkey bite treatment monkey bite treatment in hindi bandar katne se kya hota hai बंदर काटने से क्या होता है bandar kate to kya kare, bandar k katne pr kya kre, bandar ka katna, bandar ke katne ka ilaj, bandar katne par kya karna chahie,