У нас вы можете посмотреть бесплатно सरना धर्म क्या है? | क्यों आदिवासी अलग धर्म कोड की मांग कर रहे हैं? | Real Tribal Faith Story или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
सरना धर्म कोई नया धर्म नहीं, बल्कि आदिवासियों की हजारों साल पुरानी आस्था है। यह धर्म प्रकृति, जंगल, पेड़, पहाड़ और मिट्टी को देवता मानता है। यहाँ किसी मूर्ति की पूजा नहीं होती — बल्कि जल, जंगल और ज़मीन की आराधना की जाती है। 🌿 आदिवासी लोग अपने गाँव के सरना स्थल में पूजा करते हैं — जहाँ पवित्र पेड़ और जंगल होते हैं। उनका सबसे बड़ा पर्व है सरहुल (Sarhul), जिसे वे प्रकृति के नए जीवन और मौसम के बदलाव के प्रतीक के रूप में मनाते हैं। 2011 की जनगणना में करीब 49 लाख लोगों ने अपने धर्म के रूप में “Sarna” लिखा था, जिनमें से ज़्यादातर झारखंड के थे। लेकिन आज तक सarna धर्म को कोई अलग धर्म कोड नहीं मिला है। इसी पहचान को पाने के लिए आदिवासी समाज लगातार आंदोलन कर रहा है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 2020 में विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर सarna धर्म को जनगणना में अलग धर्म के रूप में मान्यता देने की माँग की थी। यह संघर्ष सिर्फ एक “कोड” का नहीं है, बल्कि यह अपनी पहचान, अपनी संस्कृति और अपने धर्म को बचाने की लड़ाई है। इस वीडियो में आप जानेंगे — 🔥 सरना धर्म क्या है? 🔥 इसमें किसकी पूजा होती है? 🔥 यह कितना पुराना है? 🔥 और सरना धर्म कोड को लेकर किस तरह का आंदोलन चल रहा है। #SarnaDharma #SarnaCode #AdivasiAndolan #HemantSoren #TribalCulture #AdivasiDharma #SarnaFaith #TheNativeStory music credit: @brunuhville edit and script|| sachin pargi