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#DelhiNews #PaschimVihar #ARSSMall #VineetGupta #BalajiHospital #DelhiAccident #DelhiPolice #MallIncident A shocking incident has come to light from ARSS Mall, Paschim Vihar, Delhi, where 20-year-old Vineet Gupta was brought to Balaji Hospital and declared dead by doctors. The victim’s family alleges that his death was not due to electrocution, but possibly linked to a dispute that happened a few days earlier. They also question why Vineet, who was only a helper responsible for operating swings, was asked to do electrician’s work on Independence Day, a holiday. The family further claims that the mall’s supervisor, manager, and swing in-charge are avoiding them. Meanwhile, Delhi Police stated that they received a call from the hospital around 7–8 PM and have sent the body for post-mortem at Sanjay Gandhi Hospital. This incident raises a serious question about the safety of amusement rides at malls. If a helper’s life can be lost due to electrocution, how safe are these rides for the public, especially children? दिल्ली के पश्चिम विहार स्थित ए.आर.एस.एस. मॉल से 20 वर्षीय युवक विनीत गुप्ता की मौत की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। विनीत को गंभीर हालत में बालाजी अस्पताल लाया गया था, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि विनीत की मौत केवल करंट लगने से नहीं हुई। उनका कहना है कि चार दिन पहले उसका कुछ लड़कों से झगड़ा हुआ था और संदेह है कि उसी विवाद के कारण उसकी जान गई होगी। सवाल यह भी उठ रहा है कि 15 अगस्त जैसे छुट्टी के दिन उसे काम पर क्यों बुलाया गया। परिवार का कहना है कि विनीत तो महज़ हेल्पर था और झूला झुलाने का काम करता था, फिर उससे इलेक्ट्रिशियन का काम क्यों करवाया गया। पीड़ित परिवार का यह भी कहना है कि मॉल के सुपरवाइज़र और मैनेजर उनसे संपर्क तक नहीं कर रहे, यहां तक कि उनके फ़ोन तक नहीं उठा रहे। झूलों का प्रबंधन देखने वाला सुमित भी परिजनों से बातचीत से बच रहा है। वहीं पुलिस का कहना है कि शाम तक़रीबन 7 से 8 बजे के बीच अस्पताल की ओर से सूचना दी गई थी कि एक युवक को लाया गया है और डॉक्टरों ने उसे मृत पाया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची, आवश्यक कार्रवाई की और शव को संजय गांधी अस्पताल भेज दिया गया, जहाँ 16 अगस्त को पोस्टमार्टम होगा। इस घटना के बाद मॉल में लगे झूलों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। अगर एक हेल्पर की जान करंट लगने से जा सकती है तो यह झूले आम जनता और खासतौर पर छोटे बच्चों के लिए कितने सुरक्षित हैं, इस पर गंभीर चिंतन की ज़रूरत है।