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Watch Journey Surkanda Devi Mandir History ? सुरकंडा देवी मंदिर का इतिहास देखें सुरकंडा देवी एक हिंदू मंदिर है जो देवी सती को समर्पित है, जो भारत के उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में लगभग 2,750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह एक पवित्र शक्तिपीठ माना जाता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि सती का सिर इसी स्थान पर गिरा था। यह मंदिर हिमालय और आसपास के जंगलों के मनोरम दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है, और कद्दूखाल से 1.600 किमी की पैदल यात्रा करके यहां पहुंचा जा सकता है। स्थान और पहुंच जगह: उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में, धनौल्टी और मसूरी जैसे हिल स्टेशनों के पास। ऊंचाई: लगभग 2,750 मीटर (लगभग 9,000 फीट)। वहाँ पर होना: आप कद्दूखालनामक स्थान तक गाड़ी से जा सकते हैं और फिर मंदिर तक पहुंचने के लिए लगभग 2.5 किमी तक पैदल यात्रा कर सकते हैं। महत्व और पौराणिक कथा देवता: यह मंदिर देवी सती को समर्पित है, जिनकी यहां सुरकंडा देवी के रूप में पूजा की जाती है। पौराणिक कथा: किंवदंती के अनुसार, जब भगवान शिव सती का शव ले जा रहे थे तो उनका सिर इसी स्थान पर गिरा था। शक्ति पीठ: इस मिथक के कारण, यह मंदिर एक पवित्र शक्तिपीठ, देवी का एक पवित्र स्थल माना जाता है। सुविधाएँ और अनुभव विचार: मंदिर से गढ़वाल हिमालय, शिवालिक पर्वतमाला और देहरादून तथा ऋषिकेश जैसे निकटवर्ती शहरों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। ट्रेक: मंदिर तक जाने का रास्ता घने जंगलों से होकर गुजरने वाला एक खड़ी चढ़ाई वाला लेकिन मनोरम रास्ता है। गंगा दशहरा मेला: मंदिर में मई-जून में एक बड़ा मेला लगता है जिसमें हजारों श्रद्धालु आते हैं। यात्रा का सर्वोत्तम समय यात्रा का आदर्श समय आपकी प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है, क्योंकि मौसम की स्थिति अनुभव को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है। वसंत और शरद ऋतु के महीनों में मौसम आमतौर पर सुखद रहता है, लेकिन मंदिर वर्ष के अधिकांश समय कोहरे से ढका रहता है।