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गणेश को आदिवासी प्रतिमा क्यों नहीं रखते हैं -गणेश की पूजा पाठ करने का किस है SAKAR SHAH IRPACHE #gondisong2023 #gondigeet #gondisongs #gondistatus #gondi_song #viralsong #gondisong #gondi_geet #cgsong #singer_panduran_meshram गणेश को आदिवासी प्रतिमा क्यों नहीं रखते हैं -गणेश की पूजा पाठ करने का किस है SAKAR SHAH IRPACHE शिव पुराण के अनुसार, गणेश की उत्पत्ति तब हुई जब माता पार्वती ने स्नान से पूर्व अपने शरीर पर लगे उबटन से एक मानव पुतला बनाया और उसमें अपनी शक्ति से प्राण डाल दिए. उन्होंने उस बालक का नाम गणेश रखा और द्वार पर पहरा देने के लिए नियुक्त किया, जिससे किसी को भी उनकी अनुमति के बिना प्रवेश न मिले. उत्पत्ति से जुड़ी कथा: 1. माता पार्वती का संकल्प: एक दिन, माता पार्वती स्नान करने जा रही थीं और उनके लिए कोई द्वारपाल नहीं था. 2. गणेश का निर्माण: उन्होंने अपने शरीर पर लगे उबटन से एक पुतला बनाया और उसमें अपनी शक्ति से प्राण फूँक दिए, जिससे एक सुंदर बालक प्रकट हुआ. 3. गणेश का नामकरण और नियुक्ति: पार्वती ने उस बालक का नाम गणेश रखा और उसे अपना पुत्र स्वीकार किया. उन्होंने गणेश को सख्त हिदायत दी कि जब तक वह स्नान न कर लें, कोई भी उनके कमरे में प्रवेश न करे. 4. भगवान शिव का आगमन: स्नान के बाद, जब पार्वती स्नानगृह में थीं, भगवान शिव वहाँ पहुँचे. 5. द्वारपाल का संघर्ष: गणेश, अपनी माँ के आदेश का पालन करते हुए, शिव को अंदर जाने से रोकते हैं. शिव के बार-बार कहने पर भी, गणेश अपनी जगह से नहीं हटते. 6. शिव का क्रोध और गणेश का सिर: इस स्थिति से क्रोधित होकर, शिव ने गणेश का सिर काट दिया. 7. हाथी का सिर लगाना: बाद में, पार्वती ने गणेश को पुनर्जीवित करने के लिए कहा और शिव ने उनके सिर पर हाथी का सिर लगा दिया. अन्य मान्यताएँ: शिवपुराण के अनुसार, गणेश का जन्म द्वापर युग में हुआ था, जब उन्होंने पार्वती के गर्भ से दोबारा जन्म लिया और गणेश कहलाए. यह कथा गणेश की उत्पत्ति का सबसे प्रसिद्ध और प्रचलित विवरण है.