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कैलास राणा शिव चंद्रमौळी । Kailash Rana Shiv Chandra Mouli | Shiv Stuti | Tuj Vin Shambho Maj Kon Tari ।शिव स्तुति । Om Namah Shivaay ।ॐ शिवाय । Om Tryambakam Yajamahe | #BhaktiGeet #ShivStuti #KailashRana #MahamrityunjayMantra #ShivMantra #Shiva # Shravan# Bhaktimandirmuzik Shri Shiv Stuti: ही श्री शिवस्तुति मराठी मध्ये असून यात एकूण ३१ श्लोक आहेत. प्रत्येक श्लोकामध्ये भगवान शंकरांची (शिवांची) स्तुती करत – त्यांच्या रूपाचे, परिधानाचे, शस्त्रांचे, त्यांच्या योगमुद्रेचे, इत्यादींचे – वर्णन कले आहे. प्रत्येक श्लोकाचा शेवट हा – “तुजवीण शंभो मज कोण तारी” म्हणजे देवा, तूच आमचा तारणहार आहेस – ने झालेला आहे. शिवलिंग पूजा पद्धत गंगाजलाने शिवलिंगाचे स्नान घालावे. त्यानंतर शिवलिंगावर जलभिषेक करताना “ॐ नमः शिवाय” या मंत्राचा जप करावा. त्यानंतर भगवान शंकराला अक्षता, भांग, धतुरा, गाईचे दूध, धूप, पांढरे चंदन, दिवा, पांढरी फुले, पंचामृत, सुपारी आणि बेलपत्र अर्पण करा Artist Credits: Artist: Various Artists Lyrics: Traditional Produced by: Bhakti Mandir Marathi Muzik श्री शिवस्तुती कैलासराणा शिव चंद्रमौळी | फणींद्र माथा मुकुटी झळाळी | कारुण्यसिंधू भवदु:खहारी | तुजवीण शंभो मज कोण तारी || १|| रवींदु दावानल पूर्ण भाळी | स्वतेज नेत्री तिमिरांध जाळी | ब्रम्हांडधीशा मदनांतकारी | तुजवीण || २ || जटा विभूती उटी चंदनाची | कपालमाला प्रित गौतमीची | पंचानना विश्र्वनिवांतकारी | तुजवीण || ३ || वैराग्ययोगी शिव शूलपाणी | सदा समाधी निजबोधवाणी | उमाविलासा त्रिपुरांतकारी | तुजवीण || ४ || उदार मेरू पति शैलजेचा | श्री विश्वनाथ म्हणती सुरांचा | दयानिधी तो गजचर्मधारी | तुजवीण || ५ || ब्रम्हादि वंदी अमरादिनाथ | भुजंगमाला धरि सोमकांत | गंगा शिरी दोष महा विदारी | तुजवीण || ६ || कर्पूरगौरी गिऱिजा विराजे | हळाहळे कंठ निळाचि साजे | दारिद्र्यदु:खें स्मरणे निवारी | तुजवीण || ७ || स्मशानक्रीडा करिता सुखावे | तो देवचुडामणि कोण आहे | उदासमुर्ती जटाभस्मधारी | तुजवीण || ८ || भूतादिनाथ अरि अंतकाचा | तो स्वामी माझा ध्वज शांभवाचा | राजा महेश बहुबाहुधारी | तुजवीण || ९ || नंदी हराचा हरि नंदिकेश | श्रीविश्र्वनाथ म्हणती सुरेश | सदाशिव व्यापक तापहारी | तुजवीण || १० || भयानक भीम विक्राळ नग्न | लीलाविनोदे करि काम भग्न | तो रुद्र विश्र्वंभर दक्ष मारी | तुजवीण || ११ || इच्छा हराची जग हे विशाळ | पाळी सुची तो करि ब्रम्हगोळ | उमापती भैरव विघ्नहारी | तुजवीण || १२ || भागीरथीतीर सदा पवित्र | जेथें असे तारक ब्रम्हामंत्र | विश्र्वेश विश्र्वंभर त्रिनेत्रधारी | तुजवीण || १३ || प्रयाग वेणी सकळा हराच्या | पादारविंदी वहाती हरीच्या | मंदाकिनी मंगल मोक्षधारी | तुजवीण || १४ || कीर्ती हराची स्तुती बोलवेना | कैवल्यदाता मनुजा कळेना | एकाग्रनाथ विष अंगिकारी | तुजवीण || १५ || सर्वांतरी व्यापक जो नियंता | तो प्राणलिंगाजवळी महंता | अंकी उमा ते गिरिरूपधारी | तुजवीण || १६ || सदा तपस्वी असे कामधेनू | सदा सतेज शशिकोटिभानू | गौरीपती जो सदा भस्मधारी | तुजवीण || १७ || कर्पूरगौरी स्मरल्या विसावा | चिंता हरी जो भजका सदैवा | अंती स्वहीत सूचना विचारी | तुजवीण || १८ || विरामकाळी विकळ शरीर | उदास चित्ती न धरीच धीर | चिंतामणी चिंतने चित्तहारी | तुजवीण || १९ || सुखवसानें सकळे सुखाची | दु:खवसाने टळती जयाची | देहावसानी धरणी थरारी | तुजवीण || २० || अनुहत शब्द गगनीं न माय | त्याचे निनादे भाव शून्य होय | कथा निजांगे करुणा कुमारी | तुजवीण || २१ || शांति स्वलीला वदनी विलासे | ब्रम्हांडगोळी असुनी न दिसे | भिल्ली भवानी शिव ब्रम्हचारी | तुजवीण || २२ || पितांबरे मंडित नाभि ज्याची | शोभा जडीत वरि किंकिणीचि | श्रीदेवदत्त दुरितांतकारी | तुजवीण || २३ || जिवा-शिवाची जडली समाधी | विटला प्रपंची तुटली उपाधी | शुद्धस्वरे गर्जति वेद चारी | तुजवीण || २४ || निधानकुंभ भरला अभंग | पहा निजांगे शिव ज्योतिर्लिंग | गंभीर धीर सुर चक्रधारी | तुजवीण || २५ || मंदार बिल्वे बकुलें सुवासी | माला पवित्र वहा शंकरासी | काशीपुरी भैरव विश्र्व तारी | तुजवीण || २६ || जाई जुई चंपक पुष्पजाती | शोभे गळा मालतिमाळ हाती | प्रतापसूर्य शरचापधारी | तुजवीण || २७ || अलक्ष्यमुद्रा श्रवणी प्रकाशे | संपूर्ण शोभा वदनी विकासे | नेई सुपंथे भवपैलतीरी | तुजवीण || २८ || नागेशनामा सकळा झिव्हाळा | मना जपे रें त्रीमंत्रमाळा | पंचाक्षरी ध्यान गुहाविहारी | तुजवीण || २९ || एकांति ये रे गुरुराज स्वामी | चैतन्यरुपी शिव सौख्य नामी | शिणलो दयाळा बहुसाल भारी | तुजवीण || ३० || शास्त्राभ्यास नको श्रुती पढू नको तीर्थासि जाऊ नको | योगाभ्यास नको व्रते मख नको तीव्रे तपे ती नको | काळाचे भय मानसी धरू नको दृष्टास शंकू नको | ज्याचीया स्मरणे पतीत तरती तो शंभु सोडू नको || ३१ || Bhakti Mandir : / @bhaktimandir24 Bhakti Mandir Marathi : / @bhaktimandirmarathi Bhakti Mandir Gujarati : / @bhaktimandirgujarati