У нас вы можете посмотреть бесплатно Dragon Fruit Cultivation in Bihar (बिहार में ड्रैगन फ्रूट की खेती) 4K или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
ड्रेगन फ्रूट थाइलैंड, वियतनाम, इज़रायल और श्रीलंका में लोकप्रिय है। बाजार में 300 रु से 400 रु किलो तक दाम मिलने की वजह से हाल के दिनों में भारत में भी इसकी खेती का प्रचलन बढ़ा है। कम वर्षा वाले क्षेत्र इसकी खेती के लिए उपयुक्त माने जाते हैं। ड्रेगन फ्रूट को ताजे फल के तौर पर खा सकते हैं साथ ही इस फल से जैम, आइस क्रीम, जैली, जूस और वाइन भी बना सकते हैं। सौंदर्य प्रसाधन के तौर पर भी इसे फेस पैक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके पौधे का उपयोग सजावटी पौधे के साथ साथ इस फल से जैम, आइस क्रीम, जैली, जूस और वाइन भी बना सकते हैं। सौंदर्य प्रसाधन के तौर पर भी इसे फेस पैक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह स्वास्थ्य के नजरिय से इतना लाभकारी है की इसे पोषण का पावरहाउस कहा जाता है माना जाता है कि हैं कि यह बुढ़ापे का असर कम करता है, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल, अस्थमा को नियंत्रित करने में मदद करता है | साथ ही हृदय रोगियों के लिए उत्तम आहार है और इसे एंटीआक्सीडेंट का उत्तम स्त्रोत भी माना जाता है | बाजार में 300 रु से 400 रु तक दाम मिलने की वजह से हाल के दिनों में भारत ही नहीं बिहार की धरती पर भी इसकी खेती का प्रचलन बढ़ा है। बिहार में किशनगंज जिले के किसान इसकी सफलता पूर्वक खेती कर रहे हैं | औषधीय गुणों और लाजवाब स्वाद के कारण भारत में इसकी मांग खूब बढ़ी है. फिलहाल भारत में इस चमत्कारिक फल की आपूर्ति थाईलैंड, मलेशिया, वियतनाम और श्रीलंका से होती है, यह मांग क अनुसार 95% तक आयत ही किया जाता है। इसलिए भारत में अनुकूल जगहों पर इसकी खेती काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है