• ClipSaver
  • dtub.ru
ClipSaver
Русские видео
  • Смешные видео
  • Приколы
  • Обзоры
  • Новости
  • Тесты
  • Спорт
  • Любовь
  • Музыка
  • Разное
Сейчас в тренде
  • Фейгин лайф
  • Три кота
  • Самвел адамян
  • А4 ютуб
  • скачать бит
  • гитара с нуля
Иностранные видео
  • Funny Babies
  • Funny Sports
  • Funny Animals
  • Funny Pranks
  • Funny Magic
  • Funny Vines
  • Funny Virals
  • Funny K-Pop

Ghost:भूतों का असली सच, विज्ञान ने खोले डर के रहस्य скачать в хорошем качестве

Ghost:भूतों का असली सच, विज्ञान ने खोले डर के रहस्य 13 дней назад

скачать видео

скачать mp3

скачать mp4

поделиться

телефон с камерой

телефон с видео

бесплатно

загрузить,

Не удается загрузить Youtube-плеер. Проверьте блокировку Youtube в вашей сети.
Повторяем попытку...
Ghost:भूतों का असली सच, विज्ञान ने खोले डर के रहस्य
  • Поделиться ВК
  • Поделиться в ОК
  •  
  •  


Скачать видео с ютуб по ссылке или смотреть без блокировок на сайте: Ghost:भूतों का असली सच, विज्ञान ने खोले डर के रहस्य в качестве 4k

У нас вы можете посмотреть бесплатно Ghost:भूतों का असली सच, विज्ञान ने खोले डर के रहस्य или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Скачать mp3 с ютуба отдельным файлом. Бесплатный рингтон Ghost:भूतों का असली सच, विज्ञान ने खोले डर के रहस्य в формате MP3:


Если кнопки скачивания не загрузились НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru



Ghost:भूतों का असली सच, विज्ञान ने खोले डर के रहस्य

भूतों का विज्ञान: पैरानॉर्मल घटनाओं, उइजा बोर्ड्स और मानसिक भ्रम की गहन कहानी भूतों और आत्माओं की कहानियाँ सदियों से लोगों के मन में डर और जिज्ञासा दोनों पैदा करती रही हैं। अंधकार में छिपे रहस्य हमेशा रोमांचक और डरावने लगते हैं, और इसीलिए दुनिया भर में लोग विभिन्न अनुभव साझा करते रहे हैं, जिन्हें उन्होंने भूत, आत्मा या अलौकिक शक्ति के रूप में अनुभव किया। भारत, अमेरिका, यूरोप और जापान जैसे देशों में ऐसी घटनाओं की दर्जनों पुस्तकें, शोध और वीडियो मौजूद हैं। इन घटनाओं का प्रभाव कभी-कभी इतना गहरा होता है कि लोग उन्हें वास्तविक मानकर डर में जीने लगते हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिका के न्यू ऑरलियन्स में प्रचलित “जॉर्जेटाउन हॉन्टिंग्स” की घटनाएँ कई सालों से दर्ज हैं, जिसमें लोग खाली कमरों में चलने की आवाज़ें सुनने, फर्नीचर के खुद-ब-खुद हिलने और अजीब परछाइयाँ देखने की शिकायत करते रहे। शोधकर्ताओं ने इन घटनाओं का अध्ययन किया और पाया कि इनमें ज्यादातर मामलों में स्लीप पैरालिसिस, मानसिक तनाव, और न्यूरोलॉजिकल प्रभाव जिम्मेदार होते हैं। स्लीप पैरालिसिस या नींद में लकवा एक ऐसा अनुभव है जिसमें व्यक्ति सोते समय जाग जाता है लेकिन शरीर हिल नहीं पाता। इस दौरान लोग अक्सर महसूस करते हैं कि कोई उनकी छत या बिस्तर के पास खड़ा है, और कई बार इन्हें किसी डरावनी आकृति या भूत के रूप में दिखाई देता है। 2018 में अमेरिकन जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस में प्रकाशित शोध के अनुसार, स्लीप पैरालिसिस के दौरान मस्तिष्क की एमिग्डाला और हिप्पोकैम्पस सक्रिय हो जाती हैं, जिससे डर और भय का अनुभव अत्यधिक बढ़ जाता है। यही कारण है कि कई लोग अपनी आँखें बंद करके भी अजीब रोशनी, परछाइयाँ और आवाजें सुनते हैं। इसके अलावा, सेंसरी भ्रम भी पैरानॉर्मल घटनाओं के अनुभव में योगदान करता है। कमजोर रोशनी, ध्वनि और छाया का मस्तिष्क पर प्रभाव इसे वास्तविक बनाने में मदद करता है। भारत में भी कई कथाएँ प्रचलित हैं। उदाहरण के लिए, मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक पुराना हवेली जिसे “भूतिया हवेली” कहा जाता है, वहां कई लोगों ने रात में अजीब आवाजें, ठंडी हवाएँ और अस्पष्ट आकृतियाँ देखी। लेकिन जब स्थानीय वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक टीम ने वहाँ जांच की, तो पाया कि हवेली में पुरानी लकड़ी की चिड़िया, हवा की धाराएँ और धूल की परतें अजीब ध्वनि और छाया उत्पन्न कर रही थीं। वहीं, उइजा बोर्ड्स का प्रयोग भी बहुत चर्चित है। उइजा बोर्ड पर अक्षर और संख्याएँ लिखी होती हैं और लोग इसे हाथ रखकर चलाते हैं, मानते हैं कि आत्माएँ संदेश देती हैं। लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसके पीछे Ideomotor Effect है। यह प्रभाव बताता है कि लोग अनजाने में अपनी मांसपेशियों को हिलाते हैं और दिमाग इसे नियंत्रित करता है। जब व्यक्ति डर या उत्सुकता में होता है, तो वह आने वाले संदेश को वास्तविक मान लेता है। 2017 में जॉर्नल ऑफ साइकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि उइजा बोर्ड पर लिखे गए शब्दों में 85% मामलों में व्यक्ति खुद ही नियंत्रण कर रहा था, जबकि उसे विश्वास था कि यह कोई अलौकिक शक्ति कर रही है। कैमरा और रिकॉर्डिंग में दिखाई देने वाले भूतों के मामले भी अनेक हैं। कई लोग कहते हैं कि कैमरे में भूत दिखाई देते हैं, लेकिन इसके पीछे कारण है लाइट लेंस और परावर्तन, धूल या धुआँ और साइकोलॉजिकल प्रोजेक्शन। उदाहरण के लिए, अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक होटल में 2016 में की गई जांच में पाया गया कि “कक्ष नंबर 307 में भूत की परछाई” असल में कमरे की खिड़कियों से परावर्तित सूर्य की रोशनी थी। इसी तरह, भारत के कुछ प्राचीन मंदिरों में रात के समय दिखाई देने वाली अजीब छायाएँ केवल दीपक की रोशनी और धूल के कारण उत्पन्न होती हैं। डर और मानसिक स्थिति का प्रभाव भी इन अनुभवों में अहम भूमिका निभाता है। अकेले रहना, अंधेरे में समय बिताना, डरावनी कहानियाँ या फिल्में देखना, नींद की कमी और थकावट दिमाग को संवेदनशील और भ्रमित बना देते हैं। शोध बताते हैं कि भय और तनाव में लोग अजीब आवाजें और आकृतियाँ अनुभव कर सकते हैं। इंग्लैंड में 2019 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने “भूतिया घर” का अनुभव किया, उनमें 72% लोग पहले ही मानसिक तनाव और नींद की कमी से ग्रसित थे। सच्ची घटनाओं के उदाहरण भी हैं। अमेरिका में न्यू हैम्पशायर में 2012 में एक परिवार ने दावा किया कि उनके घर में वस्तुएँ खुद-ब-खुद हिलती हैं। वैज्ञानिकों ने जांच की और पाया कि यह भूकंप की सूक्ष्म हलचल और फर्नीचर की संरचना के कारण था। इसी तरह, भारत के राजस्थान के जोधपुर में एक हवेली में लोग रात में अजीब आवाज़ें सुनते थे। जांच में पता चला कि हवेली में पुरानी पाइपलाइन और हवा की गति ने ध्वनि उत्पन्न की थी। उइजा बोर्ड्स और पैरानॉर्मल घटनाओं के अनुभवों को मानसिक स्वास्थ्य से जोड़कर भी देखा जा सकता है। 2020 में जर्मनी के हानावर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने बताया कि लोग जो अकेले या डरावनी परिस्थितियों में उइजा बोर्ड का प्रयोग करते हैं, उनमें स्ट्रेस हार्मोन (कॉर्टिसोल) का स्तर बढ़ जाता है, जिससे वे आने वाले संदेशों को वास्तविक मान लेते हैं। इससे स्पष्ट होता है कि डर, तनाव और मानसिक उत्तेजना हमारे अनुभवों को प्रभावित करती हैं। भूतों और आत्माओं के अनुभव केवल डर और मनोरंजन का माध्यम नहीं हैं। वे हमें मानसिक स्वास्थ्य, तर्क और विज्ञान की समझ सिखाते हैं। डर के बजाय समझ और ज्ञान का सहारा लेने से हम मानसिक शांति पा सकते हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिका और यूरोप में ऐसे कई प्रशिक्षण कार्यक्रम हैं जो लोगों को “भूतिया अनुभव” का सामना करने और मानसिक नियंत्रण बनाए रखने की तकनीक सिखाते हैं।

Comments

Контактный email для правообладателей: [email protected] © 2017 - 2025

Отказ от ответственности - Disclaimer Правообладателям - DMCA Условия использования сайта - TOS



Карта сайта 1 Карта сайта 2 Карта сайта 3 Карта сайта 4 Карта сайта 5