У нас вы можете посмотреть бесплатно या काया ढले , बुरझ की ढाल तज दे बुरी कमाई नै | ya kaaya dhale , burajh kee dhaal [ स्वर: मोनू नागर или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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टेक - या काय ढलै बुरज की ढाल , तजदे बुरी कमाई ने, । (1) तजदे बुरे कर्म का पेशा, होज्या नै तु धरनी जैसा । चाहे कोय कितनी देले गाल, हरदम राखै समाई नै।। (2)मात पिता मित्र सुत भ्राता, झूठा हैं ये जग का नाता। भाई तनै भजा नही सतनाम , ले कै चलाना भलाई नै ।। (3) कुडता जाखट कोट पागडी , चलते की ले तोड तागडी। फिर वे थारे घर के नर नार , मारैगें बोर बड़ाई नै ।। (4) कहै कबीर चिता में धर कै, लादे आग चौगिरदै फिरकै। फिह तेरै दे चौगिरदे कार , मारेगें सिर में बाही नै ।। "सत्य साहेब"