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विडियो में दि गई जानकारी इंटरनेट एवं फेसबुक पर उपलब्ध जानकारी के अधार पर दि गयी है, हमारा चैनल इसके सच या झूठ होने का दावा नही करता। धन्यबाद 🙏जय माँ मुंडेश्वरी🙏 मां के इस अनोखे मंदिर में होते हैं एक से बढ़कर एक चमत्कार, बलि देने के बाद भी नहीं जाती बकरे की जान बिहार के कैमूर जिले में मां मुंडेश्वरी का एक अनोखा और प्राचीन मंदिर स्थित है। यह मंदिर बिहार के कैमूर जिले के भगवानपुर अंचल में कैमूर पर्वतश्रेणी की पवरा पहाड़ी पर 608 फीट ऊंचाई पर है। इस मंदिर में माता के कई चमत्कार दिखाई देते हैं और साथ ही प्राचीन शिवलिंग की महीमा भी बहुत अद्भुत है। इस मंदिर का संबंध मार्केणडेय पुराण से जुड़ा है। मंदिर में चंड-मुंड के वध से जुड़ी कुछ कथाएं भी मिलती हैं। चंड-मुंड, शुंभ-निशुंभ के सेनापति थे जिनका वध इसी भूमि पर हुआ था। यहां बकरे की बलि दी जाती है लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है की उसकी मौत नहीं होती। मंदिर में हिंदू ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी बलि देने आते हैं और आंखों के सामने चमत्कार होते देखते हैं। श्रद्धालुओं का कहना है की मां मुंडेश्वरी से सच्चे मन से मांगी हर मनोकामना पूरी होती हैं। भारत के प्राचीन मंदिरों मे शुमार यह मंदिर कैमूर पर्वत की पवरा पहाड़ी पर है। मां मुंडेश्वरी के मंदिर में कुछ ऐसा होता है जिस पर जिसपर किसी को भी विश्वास नहीं होता। श्रृद्धालुओं के अनुसार मंदिर में बकरे की बलि की प्रक्रिया बहुत अनूठी और अलग है। यहां बलि में बकरा चढ़ाया जाता है, लेकिन उसका जीवन नहीं लिया जाता बल्कि उसे मंदिर में लाकर देवी मां के सामने खड़ा किया जाता है, जिस पर पुरोहित मंत्र वाले चावल छिड़कता है। उन चावलों से वह बेहोश हो जाता है, फिर उसे बाहर छोड़ दिया जाता है। इस चमत्कार को देखने वाले अपनी आंखो पर यकीन नहीं कर पाते हैं। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता पशु बलि की सात्विक परंपरा है। माता ने यहां किया था चंड-मुंड का वध चंड-मुंड नाम के असुर का वध करने के लिए देवी यहां आई थीं तो चंड के विनाश के बाद मुंड युद्ध करते हुए इसी पहाड़ी में छिप गया था। यहीं पर माता ने मुंड का वध किया था। इसलिए यह माता मुंडेश्वरी देवी के नाम से प्रसिद्ध हैं। Maa mundeshwari mandir Kaimur bihar जय माँ मुंडेश्वरी maa mundeshwari devi ka itihas mundeshwari devi ki kahani mundeshwari mandir vlogs mundeshwari mandir history mundeshwari mandir full details #maa_mundeshwari_mandir