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DevGuruAstro, नक्षत्र तक, Nakshtra Tak, Astrology is an ancient concept, as old as time, you can say. It is an importance aspect of our lives – our past, present and future. To a great extent, astrology is used to forecast and predict future events and can also be used as a medium to get rid of any kind of mishap related to planetary positions. इंदु लग्न में लखपति करोड़पति अरबपति योग,Decide your real wealth yog by indu lagna, इंदु लगन या धन लग्न विशेष एक ऐसा योग है, जो किसी वयक्ति की कुंडली में उसके धन और समृद्धि के आकलन के रूप में जाना जाता है। बृहत् पाराशर होरा शशत्र में इसे मुख्यत चंद्र योग के रूप में वर्णित किया गया है। अष्टकवर्ग में इसका विशेष महत्व बताया गया है। इसका उपयोग ज्योतिष में किसी वयक्ति की वित्तीय स्थिति का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है। इंदु लगन ’हमारे प्राचीन ऋषियों और विद्वानों द्वारा जीवन की विशिष्ट अवधि का पता लगाने के लिए तैयार की गई एक स्वतंत्र और पूर्ण विधि है जो कुंडली में मौजूद अन्य धन योगों की अपेक्षा किसी व्यक्ति के जीवन में उसकी धन और समृद्धि का विश्लेषण प्रदान करेगी। शास्त्रों के अनुसार इंदु का अर्थ चंद्रमा है, परन्तु इंदु लगन को चंद्र लग्न (राशी) के साथ मिलान नहीं करना चाहिए क्योकि ये दोनों अलग अलग होते है। इंदु लग्न की गणना में राहु-केतु को कोई स्थान नही दिया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य समस्त सातों ग्रहों को लिया गया है जिन्हें कुछ अंक दिये गये हैं जिन्हें ग्रहों की किरणें या कलाओं के आधार पर निर्धारित किया गया हैं। जिसके अनुसार गणना करके इंदु लग्न को प्राप्त किया जाता है। यह कलाएं इस प्रकार हैं:- ग्रह कलाओं की संख्या सूर्य 30 चंद्रमा 16 मंगल 6 बुध 8 बृहस्पति 10 शुक्र 12 शनि 1 इन्दु लग्न की गणना करने के लिए सबसे पहले जन्म कुण्डली में चंद्रमा से नवमेश की कला और लग्न से नवमेश की कलाओं को प्राप्त करना होता है। इसके पश्चात इन दोनों का योग किया जाता है, यदि यह योग 12 से कम हो तो उस संख्या को लिख लिया जाता है, लेकिन अगर यह योग 12 से अधिक होता है, तो इसे 12 से भाग करके शेषफल को प्राप्त किया जाता है। शेषफल संख्या या तो 12 बचे या 12 से कम होनी चाहिये, परंतु ध्यान रहे की यह 0 नहीं होनी चाहिए यदि यह 0 आती है तो हम उसके स्थान पर 12 को लिख लेते है।