У нас вы можете посмотреть бесплатно karma 003 или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
#jainphilosophy #jainology karma 003#गोम्मटसार कर्मकाण्ड-सम्यग्ज्ञानचन्द्रिका कर्मकाण्ड-हिन्दी-डाॅ.श्रीमती उज्वला दि.शहा #om#guru#jai#art#meditation#prayer#amaizing#jain #jainism#mrbeast#dravyaguna#afternoon Published on:-TUESDAY-1/4/2025 निज निज नाना पर्यायेषु तदेव इदं इति द्रव्यस्य नित्यस्वभाव:।आ.प.११३,ये नित्यम द्रव्यम् आश्रित्य वर्तन्ते ते गुणा:। सर्वार्थसिद्धि तद् भाव अव्ययम् नित्यं। त.सू., ---निष्क्रियो पारिणामिक:।---समयसार ता.वृ.३२० 👇 IMP e-books pdf & All Charts pdf 👇 https://drive.google.com/drive/folder... करणानुयोग से मोक्षमार्ग का ज्ञान अति स्पष्ट हो जाता हैं। डाॅ.श्रीमती उज्वला शहा जी का उपकार ही है कि उनके निमित्त से करणानुयोग में प्रवेश शक्य हुआ। उनका सभी Audio &Video साहित्य मेरे पास संग्रहित है। दुबारा revision कि इच्छा की पुर्ति एवं अन्य साधर्मि जनों को भी लाभ होवे इस पवित्र उद्देश से यह you tube पर प्रकाशित कर रहे हैं। जीवकाण्ड, कर्मकाण्ड, क्षपणासार से धवला, जयधवला, महाधवला समझने में मदत होती हैं। करके सर्वप्रथम कर्मकाण्ड, जीवकाण्ड, क्षपणासार का स्वाध्याय प्रारंभ हुआ हैं। मेरे गुरु प.पू. १०८ अध्यात्मयोगी श्री वीरसागरजी महाराज जी ने अपने प्रवचनों में महाबन्ध, धवला, जयधवला के अत्यन्त महत्वपूर्ण रहस्य बताये हैं, तथा स्वाध्याय की प्रेरणा भी दि हैं। आशा है साधर्मि जनों को इस publication का लाभ अवश्य होगा। ॐ नम:। स्वसमय = सम्यग्दृष्टि परसमय = मिथ्यादृष्टि सूक्ष्मपरसमय = सूक्ष्ममिथ्यादृष्टि (देशनालब्धि प्रायोग्यलब्धि करणलब्धि मे स्थित जीव) स्थूलपरसमय = स्थूलमिथ्यादृष्टि ---नरनारकादिजीवविशेष,अजीव, पुण्य, पाप,संवर, निर्जरा,बन्ध,मोक्ष व्यावहारिक९तत्वोंसे मै टंकोत्कीर्ण एकज्ञायकस्वभावभाव द्वारा अत्यन्तभिन्नपणा होनेसे शुद्ध हूॅं---समयसार गा 38 आ.ख्या.टीका 👇 आगमाधार से प्रश्नोत्तर रुप संकलन पुस्तिका - "चार अभाव" pdf 👇 👇 IMP e-books pdf & All Charts 👇 https://drive.google.com/drive/folder... 👉प्रवचनसार गा.सुत्र १०६-- आ.अमृतचंद्रजी अतत् भाव की सिध्दि एक ही द्रव्य मे बताते हुए हेतु देते है ---कि प्रदेशभेद नहीं है। इससे भी अन्योन्याभाव की सिद्धि प्रत्येक द्रव्य में हो जाती है। 👆 Also pl ref Chart No 26 - ---को न विमुह्यति शास्त्र समुद्रे---शास्त्राधार से सुक्ष्म भुल में सुधार कर लेना ही सम्यग्दर्शन रुपी रत्न की संरक्षण करना है।----ॐ नम:। वस्तु स्वरुप समजने के लिए, द्रव्य गुण पर्यांय का स्वरुप अवश्य समझना चाहिए। सर्वप्रथम [१] द्रव्य-गुण- पर्याय स्वभाव/उत्पाद-व्यय-ध्रुव स्वभाव /प्रमाण- नय- निक्षेप स्वभाव [२] ६ द्रव्य, पंचास्तिकाय आदि ग्रंथ [३] समयसारादि अध्यात्मिक ग्रंथ यह क्रम माईल्ल धवल आचार्यादियों ने बताया है। यह जिनाज्ञा के पालन से निश्चित ही अभिष्ट सिद्धि अति शिघ्रता से मिलती ही है। समयसारादि सभी शास्त्र श्रावक के लिये ही है, किन्तु स्वाध्याय के ३ वर्ग के सेवन का ही राजमार्ग बताया गया है। ॐ नम:। 👇"हिन्दी प्रवचन _अत्यन्त २ महत्वके प्रमाण नय निक्षेपादि विषयपर"_प्रवक्ता प.पू.१०८श्री वीरसागरजी महाराज Link👇https://youtube.com/playlist?list= 👉 जैन सिद्धान्त प्रवेशिका प्रवचन_नर्सरी से ज्ञान प्राप्त करे ,वैज्ञानिक एवं अत्यंत रोचक शैली में. प्रवक्ता :- महाराज श्री एवं माताजी द्वय Link👇 • #जैन सिद्धान्त प्रवेशिका#JAIN SIDHANT PRAV... 👉समयसार ४७ शक्ति आत्मख्याति प्रवचन Link👇 • #समयसार ४७ शक्ति#Samaysaar 47 Shakti-प.पु ... 👉न्यायदीपिका प्रवचन अध्याय १,२,३ -प्रवक्ता: प.पू.अपूर्व चैतन्य ऋद्धिधारी १०८ श्री वीरसागरजी महाराज प्रवचन Link👇 • #अध्यात्मन्यायदीपिका #AdhytmaNyaydipika 👉ध्यान लिंक👇# DhyanLink👇 • #ध्यान #Dhyan 👉प.पू.१०५ सुशिलमति माताजी & प.पू.१०५ सुव्रता माताजी प्रवचन लिंक:👇 • प.पू.१०५ श्री सुशीलमतीजी & सुव्रताजी माताजी 👉आ.बा.ब्र.पं.श्री जितेन्द्रजी चंकेश्वरा प्रवचन लिंक# Link 👇 • आ.बा.ब्र.पं.श्री जितेन्द्रजी चंकेश्वरा 👉आ.पं.श्री राजकुमारजी आळंदकर.लिंक# Link 👇 • आ.पं.श्री राजकुमारजी आळंदकर,सोलापूर 👉प्रवचनसार गाथा २४ -७.लिंक# Link 👇 #Pravachansaar Gatha 24 -76: • #प्रवचनसार & पंचास्तिकाय #Pravachansaar& ... 👉समयसार प्र. Link👇https://youtube.com/playlist?list= 👉आ.पं.श्री.अनिलजी दुरुगकर, पुणे: • #आलाप पध्दती-(हिन्दी) आ.पं.श्री.अनिलजी दुर... 🦚 ASHTSAHASTRI: • ASHTSAHASTRI #Adhyatmyogi Veersagarji syadwad in jainism उत्पाद व्यय ध्रुव #आलाप पध्दति #अनेकान्तवाद क्या है #anekantvada in jainism #dravyaguna paryay #anekantavada in jainism in hindi pramanik jain pathshala #syadwad kya hai #syadwad in jainism #gunsthan in jainism #paryay se bhinn #dravya vachak sangya मुनिराज श्री के प्रवचनों में सरलतम भाषा में सूक्ष्म चर्चा तो है ही और अनेक बार अन्य ४ अनुयोगों के सन्दर्भ देकर ४ अनुयोगों का मिलान करके दिखाने से विषय अतिस्पष्ट हो जाता है। धन्यवाद।ॐ नम:। सम्यग्दर्शन की पूर्व तैयारी तीन वर्ग का ज्ञान