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कबीर भजन एव विचार🕉️विष्णु ने मोहिनी रूप क्यों लिया? कबीर दर्शन में छिपा सच!"👉 पूज्यसंत अमृत साहेब जी कबीर भजन सत्संग🕉️देवों की पूजा, पत्थर की सेवा मन अंधा, आत्मा मेवा!👉परम पूज्य संत श्री अमृत साहेब जी #kabirvichar #parakhgyan #swamivairag #kabirmath #kabirchetavni #kabirbhajan #kabirkagyan #kabirsatsang #ranjeetsaheb #adhyatmrahasytv #kabirgyanvichar 🌹साहेब बंदगी 🌹साहेब बंदगी 🌹साहेब बंदगी🌹 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -------------------------------------------------------------------------------------- 🕉️ कबीर भजन सत्संग ✍️ “देवों की पूजा, पत्थर की सेवा — मन अंधा, आत्मा मेवा!” परम् पूज्य संत श्री अमृत साहेब जी के अमृत वचन देवों की पूजा, पत्थर की सेवा, मन अंधा, आत्मा मेवा। मंदिर में खोजे सच्चा मालिक, घर बैठे मन में ही ठेवा। कबीर बोले — जो पत्थर पूजे, वो क्या पाएगा ज्ञान? जो भीतर के प्रभु को छोड़े, वो भटके हर स्थान। संत अमृत साहेब जी कहते हैं — “मूर्ति नहीं, मुक्ति चाहिए; दर्शन नहीं, आत्म-दर्शन चाहिए।” मनुष्य जन्म का उद्देश्य केवल रीति-रिवाज निभाना नहीं, बल्कि स्वयं को पहचानना है। पत्थर की मूर्ति तो इंसान ने गढ़ी है, पर भीतर की आत्मा तो स्वयं भगवान का अंश है। जब तक मन बाहरी दिखावे में उलझा है, तब तक सत्य का अनुभव असंभव है। सच्ची पूजा वही है, जहाँ मन निर्मल और आत्मा जागृत हो। सद्गुरु की शरण में जाकर ही मनुष्य इस माया-जाल से मुक्त होता है। 🙏 संदेश: “भक्ति पत्थर में नहीं, अंतर की ज्योति में है; जो गुरु के वचन में झुके, वही सच्चा भक्त कहलाए।” 🚩 🕉️ कबीर भजन एवं विचार "विष्णु ने मोहिनी रूप क्यों लिया? कबीर दर्शन में छिपा सच!" ✍️ पूज्य संत श्री अमृत साहेब जी के अमृत वचन कबीर दर्शन के अनुसार, भगवान विष्णु का मोहिनी रूप लेना कोई साधारण कथा नहीं, बल्कि गहन रहस्य का प्रतीक है। यह रूप इस बात का संकेत है कि मायाजाल कितना आकर्षक और प्रभावशाली होता है। जब स्वयं विष्णु को मोहिनी बनकर असुरों को भ्रमित करना पड़ा, तो यह दर्शाता है कि “माया” ईश्वर की सबसे बड़ी शक्ति है, जो ज्ञानी को भी परखती है। पूज्य संत अमृत साहेब जी कहते हैं — “विष्णु का मोहिनी रूप कोई लीला नहीं, बल्कि मनुष्य के भीतर की माया का चित्र है। जब मन मोहिनी के पीछे भागता है, तब वह सत्य से दूर चला जाता है।” कबीर साहेब ने भी कहा — “माया महा ठगिनी हम जानी, तिरगुन फाँस लिए कर डोनी।” इस कथा में छिपा संदेश यह है कि जो साधक माया को पहचान लेता है, वही असली विष्णु-तत्व को समझ पाता है। मोहिनी रूप यह बताता है कि सत्य के मार्ग पर सबसे बड़ा शत्रु ‘मोह’ है। 👉 संदेश: माया को जीतना ही असली भक्ति है। जो मन पर विजय पाता है, वही परमात्मा को पा सकता है। 🕉️ पूज्य संत श्री अमृत साहेब जी को शत-शत नमन। आपको यदि यह सत्संग प्रेरणादायक लगा हो तो हमारे चैनल संत कबीर भजन कुबेरपुर को जरूर सब्सक्राइब करें। @SWAMIVAIRAGsatsang @kiransadhvidholpur @abhilashsaheb @santkabirbhajankuberpur523 @KabirVachnaByVairagyaDas @kabirasharamkaushambi4425 @Swamiranjeet 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 सन्त श्री वैराग्य साहेब जी☎️9627628801 #kabir #bhajan #kabirnirgun #kabirchetavni #bhajankabir #sadhvikiransaheb #chatavnibhajan #bhajanmalageet #kabirdas #kabiekedohe #kabiewani #kabirgyan #swamivairagsatsang #santkabirbhajankuberpur @santkabirbhajankuberpur523 🚩🚩🚩THANK FOR WHACHING🚩🚩