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Nauha| Maqtal me Luta Kafela Jab Shah Ka Pohcha / Anjuman Sipahe Hussaini Bhanauli Sadat | 2025 azadari bhanauli | Muharram 2025/1447 Title| Maqtal Mein Luta Kafela Jab Shah Ka Pohcha Recited| Anjuman Sipahe Hussaini Bhanauli Sadat poet| Janab Hur Sultanpuri SB. lyrics: मक़तक में लुटा कफेला जब शाह का पहुँचा बोला उमरे साद वहीं रोक ले कुनबा बेसर जो पड़ी लाशों को सज्जाद ने देखा ज़र्दी में बदलने लगा बीमार का चेहरा सदमा हुआ तब ज़ैनबे नाशाद हज़ी पर नाके से गिरी हाए अखी कह के ज़मी पर 2. सर हाथों से फिर पीट के बोली यही फिज़्ज़ा अए कफेला सालार गरीबों के मसीहा लो ऊँट से गिरती है फुफी आप की मौला ऐसा न हो मर जाए कहीं सनिये ज़हेरा मजाए की मज़लूमी पे ये रोयेगी फुफियाँ ऊँटों पे बिठा दो नही मर जाएगी फुफियाँ 3. चिल्लाई सकीना मेरे नाके को बिठाओ बेचैन हूँ भैय्या मुझे बाबा से मिलाओ खुशबू शहे मज़लूम के सीने की सुंघाओ ले चल के मुझे बाप के सीने पे लिटाओ जागी हूँ कई दिन से मैं सोई नही भैय्या जी भर के अभी बाबा को रोयी नहीं भैय्या 4. दस्तूर है बीमार के पैरों को दबाना या तौको सलासिल उसे लाकर के पिन्हाना ग़मगीन ख़बर को है मरीजों से छुपाना या बाप का सर काट के बेटे को दिखाना ये शर न किसी साहेबे लाचार ने देखा बस बादे पदर आबिदे बीमार ने देखा 5. सर नंगे थी फुफियाँ भी कयामत का था मन्ज़र बेपर्दा थी एक रात की ब्याही हुई ख़्वाहर चचियाँ भी सरे राह थी बे मकनाओ चादर हाथों से जिगर थाम के रोती रही मादार नामूसे पयम्बर को गिरिफ्तार किया है और सामने सर बाप का नैज़े पे चढ़ा है 6. सर पीट के कहती थी यही ज़ैनबे मुज़तर गरदन तो उठाओ मेरे मज़लूम बरादर आयी है बहन आप के लाशे पे खुले सर फिर आई सदा लाशे शहे दीं से अए ख़्वाहर सच है कि सितम तुम पे बहोत होते हैं ज़ैनब तेरे लिए नैज़े पे भी हम रोते हैं ज़ैनब 7. एजाज़ से फिर लाश ने हाथों को उठाया फ़रज़न्द को जी भर के कलेजे से लगाया फिर हल्के बुरीदा से पिसर को ये सुनाया सदमा न करो मैंने कफन जो नही पाया अए लाल यही खूँ भरी पोशाक कफन है जो तन पड़ी है यही बस ख़ाक कफ़न है 8. हुर हाए बयाँ कैसे हो बीमार का नौहा उस वक़्त ज़ुहैर और रज़ा हश्र था बरपा आबिद को तने शह से लईनो ने छुड़ाया रोने न दिया लाशे पे फरियाद खुदाया लाशा हुआ सब दफ़्न लईनो की तरफ का दफनाया न लाशा पिसरे शाहे नजफ़ का **तमाम** #azadaribhanauli #newnoha #muharram #anjumansipahehussainibhanaulisadat #nohay2025 #maqtalmelutakafelajabshahkapohcha