У нас вы можете посмотреть бесплатно Sikandar Haar Gaya | Nilotpal Mrinal | Folk Cafe | Hindi | Poetry for Youth или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
SINGER - NILOTPAL MRINAL MUSIC - SUSHANT ASTHANA LYRICS - NILOTPAL MRINAL DIRECTOR - SAGAR ZACK EDITOR - SAGAR ZACK PRODUCTION - EVA AUDIO & VIDEO PRODUCTIONS DELHI कॉलेज के दिन याद करूं तो लगता था कि थे सुल्तान चौक चौराहे राज पाट थे, और दरबार था चाय दुकान हल कश्मीर का मुद्दा करते मूंह में दबा लेते जो पान मन में लोहा तन इस्पाती चलते थे हम सीना तान धीरे धीरे गल गया लोहा तेवर का तलवार गया एक नौकरी के चक्कर हाय सिकंदर हार गया संघर्षों के युद्ध लड़े कई अब वो सेनापति फाइल पर है पहले मिल के झगड़ लेते थे अब सब गिला मोबाईल पर है बिखरी लश्कर की सब टुकड़ी जब से कमाने यार गया यार गया संसार गया और पुराना प्यार गया एक नौकरी के चक्कर में देखो सिकंदर हार गया। खो गए सारे मस्त कलंदर जो झूम के दिन से रात करे सूरज को कहां फुर्सत है जो हम जुगनू से बात करे लेते थे सिगरेट जहां से उस गुमटी का व्यापार गया एक नौकरी के चक्कर में देखो सिकंदर हार गया.. FOR ANY SHOW BOOKING QUERY & COMMERCIAL ENQUIRY CALL 9999227525