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प्रस्तुत स्रोत में राजस्थान सरकार की नौ नई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिनका उद्देश्य राज्य में यातायात और व्यापारिक कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं, ताकि इन महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं का निर्माण समय पर शुरू हो सके। इन एक्सप्रेसवे से ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आने और लंबी दूरी की यात्रा में समय की बचत होने की उम्मीद है। लेख में जयपुर-किशनगढ़-पचपदरा, बीकानेर-कोटपूतली, और जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे सहित कई प्रस्तावित मार्गों की लंबाई और उनके शुरू होने तथा खत्म होने वाले बिंदुओं का विवरण दिया गया है। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने जयपुर रिंग रोड परियोजना के कार्यों को भी तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इन नौ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य और अपेक्षित परिणाम क्या हैं? मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने परियोजनाएँ तेज़ी से पूरी करने के लिए क्या विशेष निर्देश दिए हैं? इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से राजस्थान की आंतरिक और बाहरी कनेक्टिविटी कैसे सुधरेगी? इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से राजस्थान की आंतरिक और बाहरी कनेक्टिविटी कई मायनों में काफी बेहतर हो जाएगी। आंतरिक कनेक्टिविटी में सुधार (Improvement in Internal Connectivity): शहरों के बीच आसान आवागमन: ये एक्सप्रेसवे राज्य के कई प्रमुख शहरों को आपस में जोड़ेंगे, जिससे लंबी दूरी की यात्रा में लगने वाले समय की बचत होगी। उदाहरण के लिए, जयपुर-किशनगढ़-पचपदरा एक्सप्रेसवे जयपुर से शुरू होकर किशनगढ़, अजमेर और जोधपुर होते हुए पचपदरा तक जाएगा। जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेसवे जयपुर रिंग रोड से शुरू होकर भीलवाड़ा बायपास तक कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। अन्य महत्वपूर्ण आंतरिक मार्ग जैसे बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे और अजमेर-बांसवाड़ा एक्सप्रेसवे भी प्रस्तावित हैं,। यातायात समस्या से राहत: इन परियोजनाओं के धरातल पर उतरने से कई शहरों में लंबे समय से चली आ रही यातायात (ट्रैफिक) की समस्या से राहत मिलेगी,। उदाहरण के लिए, मुख्यमंत्री ने जयपुर में प्रस्तावित रिंग रोड परियोजना के कार्यों को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया है, जिसका उद्देश्य राजधानी जयपुर को ट्रैफिक जाम से मुक्त करना है। बाहरी कनेक्टिविटी में सुधार (Improvement in External Connectivity): राष्ट्रीय गलियारों से जुड़ाव: ये नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे राजस्थान को महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्गों और आर्थिक गलियारों से जोड़ेंगे। जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे इस दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह जालोर में अमृतसर-जामनगर इकोनॉमिक कॉरिडोर से शुरू होगा और झालावाड़ में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। श्रीगंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे श्रीगंगानगर को कोटपूतली में नारनौल बायपास से जोड़ेगा। कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेसवे NH-48 और NH-448 को कोटपूतली के पास NH-148B से जोड़ेगा। कुल मिलाकर, ये 9 नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे विभिन्न शहरों और मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़कर, यात्रा के समय को कम करके, और ट्रैफिक जाम की समस्या को दूर करके राज्य की समग्र परिवहन दक्षता में वृद्धि करेंगे,। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एनएचएआई (NHAI) को प्रस्तावित एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य प्राथमिकता के आधार पर जल्द शुरू करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश एनएचएआई के कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान दिया था। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि ज़मीन अधिग्रहण के दौरान किसानों को उचित और न्यायसंगत मुआवजा दिया जाए। जयपुर में प्रस्तावित रिंग रोड परियोजना का मुख्य उद्देश्य राजधानी जयपुर को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाना है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने NHAI के कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान इस रिंग रोड परियोजना के कार्यों को तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि यह उद्देश्य जल्द हासिल किया जा सके। #rpkumawaterolav #abcd2day #abcdtoday #expertrp #expressway #greenfield