У нас вы можете посмотреть бесплатно | बगळ्यांची माळ फुले अजुनि अंबरात | मर्मबंधातली ठेव | प्रथमेश लघाटे| или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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विश्व ब्राह्मण सेवाभावी संस्था औरंगाबाद आयोजित विद्यार्थयांच्या आर्थिक मद्तीसाठी अभिजात संगीताचा सुरेल नजराणा मर्मबंधातली ठेव ... दि १२ ऑगस्ट २०१८ गायक - वसंतराव देशपांडे गीत - वा रा कांत संगीत - श्रीनिवास खळे बगळ्यांची माळ फुले अजुनी अंबरात भेट आपुली स्मरशी काय तू मनात छेडीती पानांत बीन थेंब पावसाचे ओल्या रानात खुले ऊन अभ्रकाचे मनकवडा घन घुमतो दूर डोंगरात त्या गाठी, त्या गोष्टी, नारळीच्या खाली पौर्णिमाच तव नयनी भर दिवसा झाली रिमझिमते अमृत ते विकल अंतरात हातांसह सोन्याची सांज गुंफताना बगळ्यांचे शुभ्र कळे मिळुनी मोजताना कमळापरी मिटती दिवस उमलुनी तळ्यात तू गेलीस तोडूनी ती माळ, सर्व धागे फडफडणे पंखाचे शुभ्र उरे मागे सलते ती तडफड का कधी तुझ्या उरात