У нас вы можете посмотреть бесплатно Poweful Krishna Mantra: ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने || Shri Krishna Vasudevaya 108 Times или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием видео, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса ClipSaver.ru
Poweful Krishna Mantra: ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने || Shri Krishna Vasudevaya 108 Times Music credit Krishnaya Vasudevaya Vajrang Aphale Krishnaya Vasudevaya Shri Krishna Mantra: Om Krishnaya Vasudevaya Haraye, ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने, ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये इन हिंदी, ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने ॥ प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः ॥ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने श्लोक का अर्थ क्या है? वासुदेवनन्दन परमात्मा स्वरूपी भगवान श्रीकृष्णको वंदन है, उन गोविंदको पुनः नमन है, वे हमारे कष्टोंका नाश करें प्रणाम करने वालों के क्लेश का नाश करने वाले श्रीकृष्ण, वासुदेव, हरि, परमात्मा एवं गोविन्द के प्रति हमारा बार-बार नमस्कार है ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः अर्थ कृष्णाय – कृष्ण को; वासुदेवाय – वासुदेव के पुत्र; हरये – परम भगवान, हरि; परम-आत्मने – सर्वोच्च भगवान, आत्मा; प्रणत – समर्पण करने वालों का; क्लेसा – संकट का; नासय – विध्वंसक को; गोविंदाय – गोविंदा को; नमो नमः – बारंबार प्रणाम; कृष्णाय वासुदेवाय मंत्र के क्या फायदे हैं? इस श्लोक का लाभ, इस श्लोक का प्रतिदिन सुबह या शाम के समय 108 बार जप करने से किसी भी प्रकार का संकट आपके पास नहीं आ सकता, यह मन्त्र सभी संकटों और विघ्नों से रक्षा करने वाला माना गया है। श्री कृष्ण भगवान के इस मन्त्र का जाप करते समय पवित्रता का विशेष ध्यान रखें। Copyright Disclaimer: - Under section 107 of the copyright Act 1976, allowance is mad for FAIR USE for purpose such a as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship and research. Fair use is a use permitted by copyright statues that might otherwise be infringing. Non- Profit, educational or personal use tips the balance in favor of FAIR USE.