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Kanha Ji Bhajan | इंतज़ार और तड़प का सबसे दर्द भरा भजन | “Kanha… Laut Aao” Kanha… Come Back to Me | Soulful Krishna Bhajan | Heart-Touching Devotional Song Krishna Bhajan 2025 | दर्द और विरह से भरा इंतज़ार | Kanha Ji Emotional Song Sabse Dard Bhara Krishna Bhajan | Bhakt Ki Tadap | “Kanha… Laut Aao” Music - Mukesh Baghel Lyrics - Mukesh Baghel Singer- Mukesh Baghel Sound - FL STUDIO --- 📝 “Kanha… Laut Aao” एक ऐसा दर्द भरा कृष्ण भजन जो एक भक्त के इंतज़ार, तड़प और प्रेम को दिल से महसूस करवाता है। इस भजन में एक भक्त, कान्हा जी की राह देखता है, उनके दर्शन को तरस रहा है और हर पल उन्हें पुकार रहा है। 🎧 Song Theme: • विरह और इंतज़ार • भक्त की पुकार • कान्हा जी की याद • दर्द और भक्ति का मिश्रण 🎵 What’s special in this bhajan? • Soulful flute & violin composition • Heart-touching lyrics • Emotional vocal style • Deep devotional energy 👇 Lyrics Highlight: “श्याम हमारे… लौट आओ रे… इक पल भी तेरे बिन जी न पाए रे…” 🙏 अगर यह भजन दिल को छू जाए, तो Like, Share और Comment ज़रूर करें। 🙏 कान्हा जी सबकी सुनते हैं — आज आपकी पुकार भी सुनें। ✨ Jai Shri Krishna ✨ #KrishnaBhajan #KanhaBhajan #DardBharaBhajan #EmotionalBhajan #KrishnaSong #BhaktiSong #ViralBhajan #KanhaLautAao #HeartTouchingBhajan --- लिरिक्स:- “घनश्याम… ओ घनश्याम… मोरे श्याम… लौट आओ…” बैठा हूं तेरी राहों में, समझ न आए क्या करूं… कान्हा तू बिन सूना जीवन, कैसे ये दिन काटूं… राधा तेरी बातें सुनकर, दिल में एक शिकायत है… सबको तो दर्शन दे जाता, मुझसे कैसी दूरी है… “श्याम हमारे… लौट आओ रे… इक पल भी तेरे बिन जी न पाए रे…” हर शाम दीप जलाता हूं, तेरे नाम का, प्रभु मेरे… पर तू आके छू भी जाता, ऐसे लगता है ख्वाब घेरे… मोरी बाँसुरी की तान सुना दे, दिल की धड़कन थम जाए… तेरी झलक दिखा दे कान्हा, सूनी आँखें भर आए… “श्याम हमारे… लौट आओ रे… इक पल भी तेरे बिन जी न पाए रे…” मथुरा की गलियों में तेरी, आज भी महक बसती है… पर क्या फायदा उस खुशबू का, जब मन में तड़प ही रहती है… कहते हैं तू सुनता सबकी, रोते दिल के अरमान… तो क्यों मेरी सुनवाई नहीं, कब देगा तू पहचान… “श्याम हमारे… लौट आओ रे… इक पल भी तेरे बिन जी न पाए रे…” थक गया हूं बैठ-बैठकर, तेरा दर्शन पाने को… पर तेरी याद ही अब जीने का सहारा है इस दीवाने को… चलके आ जा यमुना किनारे, तेरा भक्त पुकारे रे… कान्हा मोहन कन्हैया मेरे, दिल का दर्द उतारे रे… “श्याम हमारे… लौट आओ रे… इक पल भी तेरे बिन जी न पाए रे…” ---