У нас вы можете посмотреть бесплатно जय श्रीकृष्ण धुन जपने से कई आध्यात्मिक और मानसिक लाभ हैं, मन, बुद्धि और आत्मा को संतुलित करला है. или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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जय श्रीकृष्ण धुन का जप करने से मन को गहरी शांति मिलती है। यह धुन आत्मा को स्थिर करती है और तनाव को दूर करती है। बार-बार इस नाम का उच्चारण करने से ईश्वर से जुड़ाव मजबूत होता है। कृष्ण नाम का कंपन वातावरण को पवित्र बनाता है। नकारात्मक ऊर्जा और नकारात्मक विचार धीरे-धीरे समाप्त होने लगते हैं। भक्ति का संचार होने लगता है और हृदय में प्रेम और करुणा जाग्रत होती है। जीवन में अपनापन और मधुरता बढ़ती है। मन एकाग्र होता है और ध्यान आसानी से केंद्रित होता है। यह जप साधना, पढ़ाई और कार्य में सहायक बनता है। कृष्ण नाम का उच्चारण हृदय को शुद्ध करता है। आत्मा हल्की और प्रसन्न महसूस करती है। इस धुन से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। घर और शरीर दोनों में शांति का अनुभव होता है। श्रीकृष्ण का नाम लेने से भय और असुरक्षा दूर होती है। जप करने वाला व्यक्ति दिव्य संरक्षण अनुभव करता है। जीवन में अच्छे अवसर मिलने लगते हैं। सौभाग्य और सफलता का मार्ग खुलता है। भक्ति से जुड़ा यह जप आत्मा को पवित्र करता है। कर्मों की अशुद्धियाँ धीरे-धीरे मिटती जाती हैं। यह जप आत्मा को मुक्ति की ओर ले जाता है। मन में विश्वास और दृढ़ता आती है। जीवन में संतोष और आभार की भावना गहराती है। कृष्ण नाम सुनने से भी हृदय में आनंद भर जाता है। यह धुन कठिन समय में साहस प्रदान करती है। आशा और सकारात्मक सोच को जाग्रत करती है। धैर्य और संयम का भाव बढ़ता है। श्रीकृष्ण धुन साधक के चारों ओर सुरक्षात्मक ऊर्जा बनाती है। मन और शरीर दोनों को ऊर्जा प्रदान होती है। दुख और उदासी दूर होकर आनंद का संचार होता है। जीवन में आत्मविश्वास मजबूत होता है। कृष्ण नाम का जप संबंधों में प्रेम और सौहार्द लाता है। वाणी मधुर और व्यवहार सरल हो जाता है। अहंकार घटता है और विनम्रता बढ़ती है। आध्यात्मिक साधना में गहराई आती है। यह धुन ईश्वर के प्रति श्रद्धा को और मजबूत करती है। कठिन परिस्थितियाँ भी सरल लगने लगती हैं। मन में क्षमा और दया की भावना विकसित होती है। जीवन में शुद्धता और सत्य का मार्ग खुलता है। यह धुन साधक को श्रीकृष्ण के चरणों में समर्पण की ओर ले जाती है।