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Transforming Prayagraj : Prayagraj Inner Ring Road Project Work Update News संगम नगरी प्रयागराज भारत की सभ्यता और आस्था का केंद्र। जहाँ हर बारह साल में महाकुंभ का भव्य आयोजन होता है। मगर, तेज़ी से बढ़ते शहरीकरण और आस्था के इस महाकुंभ के कारण, यातायात की चुनौती भी उतनी ही बड़ी होती गई है। शहर की धमनियों में अक्सर जाम की समस्या, विकास की गति को धीमा कर देती है। लेकिन अब, इस चुनौती का समाधान किया जा रहा है एक महत्वाकांक्षी परियोजना के रूप में, जिसे नाम दिया गया है 'प्रयागराज इनर रिंग रोड'। यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि एक नए, विकसित और सुगम प्रयागराज की जीवनरेखा बनने जा रही हैं । लगभग ₹7000 करोड़ की लागत से बनने वाली यह वृहद परियोजना, प्रयागराज की यातायात व्यवस्था में एक क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। रिंग रोड की कुल लंबाई लगभग 65 किलोमीटर होगी, जिसे कई चरणों में पूरा किया जा रहा है। इसका पहला चरण, जो लगभग 29 से 32 किलोमीटर लंबा है, जो आगामी महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर बनाया जा रहा है। इस परियोजना का सबसे महत्वपूर्ण और जटिल हिस्सा है - गंगा नदी पर बनने वाले नए पुल। ये विशाल पुल न सिर्फ शहर के दोनों किनारों को जोड़ेंगे, बल्कि आगामी महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं और वाहनों की आवाजाही को भी अत्यंत सुगम बनाएंगे। पहले चरण में यह रिंग रोड मुख्य रूप से तीन राष्ट्रीय राजमार्गों (NH-2, NH-27, और NH-30) को आपस में जोड़ेगी। यह बारा, करछना और फूलपुर जैसी तहसीलों के करीब 137 गांवों से होकर गुजरेगी, जिससे इन ग्रामीण क्षेत्रों को भी सीधा शहरी संपर्क मिलेगा। तो आइए आपको वीडियो के दिखाते है कि रिंग रोड के कार्य में कितनी तेजी आई है और ये भी वीडियो के माध्यम से दिखाते है कि कहा कहा क्या बन रहा है तो वीडियो को पूरा देखिए ताकि आपको पता चल सके कि कितना कार्य हो पाया इस तरह के वीडियो को फिल्माने में और एडिट करने में काफी मेहनत और समय लगा तो अगर आपको ये वीडियो पसंद आता है तो चैनल को अवश्य सब्सक्राइब करिए। ये प्रयागराज का नेशनल हाइवे 19 है जो और इसी से जुड़कर ये रिंग रोड रोड गया है ये सहसों नामक जगह से जुड़ रहा है जो जाकर रीवा बायपास से मिल जाएगा। तो देखिए यहां कितनी सुंदरता के साथ इसे तैयार किया गया है आइए रिंग रोड के रास्ते चलकर हम आपको बीच में पड़ने वाले गंगा नदी में बन रहे पुल की जानकारी देते है जिसका निर्माण वर्तमान में किया जा रहा है। ये रहा वो पुल जो इस प्रयागराज इनर रिंग रोड के रास्ते में पड़ेगा। ये गंगा नदी है और जल्द ही इस पुल के निर्माण में तेजी आ जाएगी जल्द ही पुल के सभी पिलर बनकर तैयार होगे और फिर आपको एक नया अनुभव मिलेगा जिससे नैनी और झूसी का भाग आपस में जुड़ जाएगा। ये पुल झूंसी की तरफ नीबी कला से होकर नैनी में लावायन कला गांव से मिलेगा फिर आगे रिंग रोड सरस्वती हाइटेक सिटी के बगल से होकर प्रयागराज मिर्जापुर मुख्यमार्ग के ऊपर से होकर जाएगी। आइए वीडियो में हम नदी के उस पार चलकर उस तरफ के निर्माण कार्य का दृश्य दिखाते है। अब हम नैनी भाग में आए थे और इस तरफ से पुल के लिए पिलर बनाए जा रहे है। जल्द ही ये सभी पिलर तैयार हो जायेगे और पुल के निर्माण में तेजी आ जाएगी। सहसों से गंगा नदी के एक भाग तक रिग रोड पूरी तरह से तैयार हो चुकी है यानी कि सहसों से नीबी कला गांव तक आप रिंग रोड से आ सकते हो लेकिन नैनी के इस भाग में रिंग रोड अभी पूरा नहीं बन पाया है तो आइए आपको आगे चलकर दिखाते है कि यहां कितना काम हुआ है। प्रयागराज मिर्जापुर मुख्य मार्ग के ऊपर होकर आने वाली रिंग रोड रेलवे लाइन को भी ऊपर से पार करेगी और आगे जाकर रोड का निर्माण कार्य समाप्त हुआ है आगे आने वाले समय में इसके आगे जल्द ही रिंग रोड बनेगा लेकिन कब आगे का कार्य प्रारंभ होगा मुझे नहीं पता अगर आपको पता है तो कमेंट बॉक्स में हमें इसका उत्तर दीजिए आशा है कि आपको मेरी ये वीडियो पसंद आई होगी अगर वीडियो पसंद आई हो तो चैनल को सब्सक्राइब करना मत भूले हम जल्द ही इस पूरे रिंग रोड का एक लंबा वीडियो बनाएंगे अगर आप उस वीडियो को देखना चाहते हो तो चैनल को सब्सक्राइब करना मत भूले बाकी आपकी जैसी मर्जी। इस इनर रिंग रोड से कई लाभ अपेक्षित हैं सबसे पहले, यह शहर के अंदरूनी हिस्सों से भारी और वाणिज्यिक वाहनों के दबाव को कम करेगी। अब ये वाहन शहर के बाहर से ही निकल जाएंगे, जिससे प्रदूषण और जाम की समस्या कम होगी। दूसरे, यह आगामी महाकुंभ के लिए एक गेम चेंजर साबित होगी। देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले लाखों तीर्थयात्रियों के लिए यह रिंग रोड, मेला क्षेत्र तक पहुंचने का एक त्वरित और सुविधाजनक मार्ग प्रदान करेगी। और अंत में, रिंग रोड के किनारे नया प्रयागराज बसने की तैयारी है। टाउनशिप, कॉलोनियां और हाउसिंग स्कीम के विकास से न केवल संपत्ति के सर्किल रेट में वृद्धि होगी, बल्कि नए आर्थिक और आवासीय केंद्र भी स्थापित होंगे, जिससे क्षेत्र का समग्र विकास होगा। हालाँकि, इतनी बड़ी परियोजना में भूमि अधिग्रहण और निर्माण की चुनौतियां भी आई हैं, लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और राज्य सरकार की निगरानी में कार्य तेज़ी से प्रगति पर है। पहले चरण का अधिकांश कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है, और बचे हुए हिस्सों को भी समयबद्ध तरीके से पूरा करने का लक्ष्य है। प्रयागराज का इनर रिंग रोड केवल सीमेंट और कंक्रीट का ढांचा नहीं है। यह आने वाले कल के लिए एक निवेश है। यह प्रयागराज को एक आधुनिक, सुव्यवस्थित और विश्व स्तरीय शहर के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जहाँ आस्था और विकास, दोनों एक नई गति से आगे बढ़ेंगे।