У нас вы можете посмотреть бесплатно EP 52: SUHAIB ILLYASI :एक TV ANCHOR से क़ातिल बनने की पूरी कहानी शम्स की ज़ुबानी| Crime Tak или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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#SHAMSTAHIRKHAN #extvanchor एक वक्त था जब वो देश भर के खूंखार मुजरिमों की आंखों की किरकिरी बना हुआ था. बड़े-बड़े मुजरिमों को पकड़वा कर वो बेहद कम वक्त में स्टार बन गया, लेकिन वक्त बदला और वह हवालात में पहुंच गया. ये कहानी है क्राइम शो इंडियाज मोस्ट वॉन्टेड के होस्ट सुहैब इलियासी की. जिन्हें हाई कोर्ट ने शुक्रवार को बड़ी राहत देते हुए बरी कर दिया. 18 साल पहले सुहैब इलियासी की पत्नी अंजू इलियासी की रहस्यमयी हालत में मौत हो गई थी. 17 साल बाद यानी 20 दिसंबर 2017 को दिल्ली की निचली अदालत ने अंजू की मौत के लिए सुहैब इलियासी को दोषी करार दे देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी. साथ ही उन पर दस लाख रुपये का जुर्माना भी किया था. लेकिन सुहैब उस फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट चले गए थे. जिसमें सुनवाई के बाद उन्हें पत्नी की हत्या के आरोप से मुक्त कर दिया गया. जैसे सुहैब इंडिया के मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों की पहचान बताते थे, वैसी ही पहचान खुद उनकी बन गई थी. किसने सोचा होगा कि जो शख्स एक जमाने में लोगों को अपने टीवी शो के जरिए मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों से रूबरू करवाता था. 90 के दशक में जिस आवाज़ को सुनते ही अपराधियों के हाथ-पैर कांपने लगते थे. जिसने अपराधियों की नींद उड़ा रखी थी. खुद उसका नाम एक दिन उन्हीं अपराधियों की फेहरिस्त में जुड़ जाएगा. जो 21वीं सदी में पैदा हुए वो भले इस शख्स को अच्छे से न जानते हों मगर उससे पहले पैदा हुए लोगों के लिए ये शख्स किसी पहचान का मोहताज नहीं. रात में टीवी पर जैसे ही उसके क्राइम शो की धुन बजती थी, लोग समझ जाते थे कि आज फिर किसी गैंगस्टर की शामत आने वाली है. मगर वक़्त का पहिया ऐसा घूमा कि जो शख्स अपराधियों को उनके असल ठिकान तक पहुंचाता था, वो खुद सलाखों के पीछे पहुंच गया. वो भी अपनी ही बीवी अंजू इलियासी के कत्ल के इल्ज़ाम में. मगर 17 साल बाद दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने क्राइम शो इंडियाज़ मोस्ट वॉन्टेड के एंकर सुहैब इलियासी को अपनी ही बीवी की मौत का दोषी करार दे दिया था. अंजू इलियासी की हत्या के इस केस में आए ट्विस्ट्स, किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं. ये था पूरा मामला ये कहानी शुरू हुई साल 2000 में. तारीख थी 10 जनवरी. सुहैब की पत्नी अंजू इलयासी को पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके के घर से ज़ख्मी हालत में अस्पताल ले जाया गया था. पुलिस को दिए बयान में सुहैब ने बताया कि दोनों के बीच हुई कहासुनी के बाद अंजू ने खुदकुशी करने के इरादे से खुद को चाकू मार लिया. वारदात के वक़्त घर में अंजू इलियासी के अलावा उसकी ढाई साल की बेटी आलिया और खुद सुहैब इलियासी मौजूद था. सुहैब के मुताबिक जब वो घर पहुंचा तब अंजू से उसकी कुछ कहासुनी हुई. जिसके बाद अंजू दूसरे कमरे में चली गई और फिर उसने गुस्से मे खुद को चाकू मार लिया. अंजू के पेट पर चाकू के दो निशान थे. बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान अंजू इलियासी की मौत हो गई. अब सारा मामाल इस बात पर आकर ठहर गया था कि क्या सचमुच अंजू ने खुदकुशी की या फिर उसका कत्ल किया गया? ये सवाल इसलिए उठ रहा था कि एक्सपर्ट इस बात को मानने को तैयार ही नहीं थे कि खुदकुशी करने वाला कोई इंसान खुद पर चाकू से एक से ज़्यादा बार वार कर सकता है. बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी इस सवाल का जवाब देने में नाकाम रही. तीन डॉक्टरों के पैनल ने अंजू इलियासी की लाश का पोस्टमार्टम किया. दो-दो अटॉप्सी रिपोर्ट्स तैयार हुई. फरेंसिक जांच के नतीजे आए. अंजू के मां-बाप के बयान दर्ज हुए. तब सब यही इशारा कर रहे थे कि अंजू ने खुदकुशी की ही है. पुलिस भी अब इसी थ्योरी पर जांच मुकम्मल करने जा रही थी. 10 जनवरी 2000 की उस रात अंजू ने सुहैब इलियासी के साथ झगड़े के बाद खुद को चाकू मारा या उसे किसी और ने चाकू मरा? पोस्टमार्टम रिपोर्ट केस पर कोई खास रोशनी नहीं डाल पा रही थी और चाकू पर न अंजू की उंगलियों के निशान मिल रहे थे, न ही सुहैब इलियासी के. इसके अलावा घर में कोई चश्मदीद भी नहीं था. लिहाज़ा शुरू में वही कहानी सब मान रहे थे, जो सुहैब सुना रहा था. मगर तभी मामले में ट्विस्ट तब आया जब अंजू के कत्ल के एक महीने बाद फरवरी में अंजू की बड़ी बहन रश्मि कनाडा से भारत आईं. रश्मि ने पहली बार ये खुलासा कर सभी को चौंका दिया कि अंजू ने खुदकुशी नहीं की है बल्कि उसका कत्ल हुआ है. उसके बाद समय का पहिया घूमा और शक की सुई सुहैब पर जाकर टिक गई. बस वहीं से सुहैब की परेशानी की सफर शुरु हो चुका था. मामला पुलिस से होते हुए अदालत तक जा पहुंचा. 17 साल बाद 20 दिसंबर 2017 को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने सुहैब को दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी. लेकिन अब दिल्ली हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला देते हुए सुहैब को पत्नी के कत्ल के इल्जाम से बरी कर दिया. हाई कोर्ट ने कहा कि इस मामले में सुहैब के खिलाफ कोई सबूत नहीं है. --------- About the Channel: आज वक़्त के जिस दौर में हम जी रहे हैं उसमें आने वाला पल किस शक्ल में हमारे सामने आएगा कोई नहीं जानता। हां....अगर हम कुछ कर सकते हैं तो सिर्फ़ इतना कि आने वाले पल के क़दमों की आहट को ज़रूर भांप सकते हैं। मगर आने वाले वक़्त की नीयत क्या है ये तभी जाना जा सकता है जब हम अपने आंख और कान खुले रखें। और इसमें CRIME TAK आपकी मदद करेगा। क्राइम की दुनिया की हर छोटी-बड़ी ख़बरों से आपको आगाह करके। ताकि आप सुरक्षित रहें। Nowadays we are living in such a age, where one knows that what will happen in next moment? In such scenario what we can do is to be stay aware each moment. We can prepare for future only if we keep our eyes and ears open. CRIME TAK is here to help and assist you in this regard, by making you aware of all crime related incidents/stories, so that you can be safe. Follow us on: FB: / crimetakofficial Twitter: / crimetakbrand