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खंडोबा मंदिर में गंगाधिर बाबा आते हैं और वो खंडोबा पर पुष्प चड़ाते हैं लेकिन पुष्प वहाँ से ग़ायब हो जाते हैं जिसे देख कर वो हैरान परेशान हो जाते हैं। कुलकरनी और द्वारिकानाथ दोनों मंदिर में आकर गंगाधिर बाबा को साई के ख़िलाफ़ कर देते हैं। गंगाधिर बाबा और सभी लोग उनके साथ साई के पास जाते हैं। गंगाधिर बाबा जैसे ही साई के पास जाते हैं उन्हें अपने पुष्प जो खंडोबा पर चड़ाए थे वो साई के चरणों में दिखते हैं। गंगाधिर यह देख समझ जाते हैं की साई कोई दिव्य पुरुष हैं वो साई को प्रणाम करके वहाँ से चला जाता है। द्वारिकानाथ और कुलकरनी साई से बदला लेने के लिए आनंदनाथ महाराज के पास जाता है। वो दोनों उन्हें शिरडी आकर साई को भागने के लिए कहते हैं। आनंदनाथ शिरडी पहुँच जाते हैं और जैसे ही वो साई को देखते हैं तो उन्हें उनमें अपने गुरु दिखायी देते हैं वो उनकी जय जयकार करने लगते हैं। कुलकरनी और द्वारिकानाथ वहाँ से चले जाते हैं। साई आनंदनाथ को शिक्षा और ज्ञान देते हैं। आनंदनाथ साई को भगवान का रूप बताते हैं सभी शिरडी वासी उनकी बात करते हैं की साई बाबा अवतार हैं भगवान के लेकिन द्वारिकानाथ और कुलकरनी को साई पाखंडी लगते थे। एक दिन काशीनाथ की बेटी अचानक से बीमार पड़ जाती है तो वह अपनी बेटी को साई के पास लेकर जाता है। साई बाबा काशीनाथ से दक्षिणा माँगते हैं तो काशीनाथ साई को 5 रुपए दे देता है। काशीनाथ को बहुत ख़ुशी होती है की साई ने सिर्फ़ मुझसे दक्षिणा माँगी है। साई काशीनाथ के अहंकार को नष्ट करने के लिए ये लीला को रचते हैं। काशीनाथ को खुद पर बहुत बहुत अहंकार हो गया था उसकी पत्नी काशीनाथ को समझाती है लेकिन उसकी समझ के कुछ नहीं आता। काशीनाथ क़र्ज़ लेकर व्यापार करने के लिए निकल पड़ता है रास्ते में वो निम गाँव की धर्मशाला में रुकता है और जब वह भोजन कर रहा था तो एक भूखा आदमी उस से भोजन माँगने आता है तो काशीनाथ को साई की बात याद आती है और वो अपना भोजन उस व्यक्ति हो दे देता है। काशीनाथ के कम्बल और पैसे द्वारिकानाथ के आदमी चुरा लेते हैं। काशीनाथ बुरी हालत में वापस अपने घर आता है और अपनी पत्नी को बताता है की चोरों ने उसके सारे पैसे और कम्बल चुरा लिए हैं वह अपना सब कुछ लूट जाने पर दुःखी होता है और गोंडाजी के पैसे लौटाने की चिंता करता है। साई के पास काशीनाथ और उसकी परिवार आता है साई काशीनाथ से दक्षिणा माँगते हैं तो वो कहता है की उसके पास पैसे नहीं हैं उसके सारे पैसे चोरों ने चुरा लिए हैं। तो साई उसे कहते हैं की मेरे भक्तों के पैसे कैसे चोरी हो सकते हैं। द्वारिकानाथ और कुलकरनी काशीनाथ को पैसे लौटाने के लिए धमकाते हैं। काशीनाथ को अपना क़र्ज़ चुकाने की चिंता होती है और वो अपने प्राण देने के लिए जैसे ही फाँसी लागने वाला होता है तो उसकी पत्नी उसे रोक देती है। काशीनाथ की बेटी ये देख कर साई के पास जाती है और सारी बात बताती है। साई काशीनाथ को समझाते हैं की अहंकार बहुत बुरी चीज़ है यह इंसान को डुबो देती है। काशीनाथ को अपनी गलती का अहसास होता है और वो साई से क्षमा माँगता है। द्वारिकानाथ और कुलकरनी काशीनाथ के घर में जाकर उसे याद दिलाते हैं की उसने आज अगर ब्याज और क़र्ज़ की रक़म ना लौटायी तो मकान ख़ाली कर दो। तभी वहाँ एक आदमी आता है और कहता है की मुझे एक फ़क़ीर मिला था जिसने मुझे आपको आपके ये कम्बल और पैसे देने को कहा है। काशीनाथ द्वारिकानाथ को उनके पैसे लौटा देते हैं और उन्हें जाने को कहते हैं। काशीनाथ समझ जाता है की ये सब साई की कृपा है। काशीनाथ साई को धन्यवाद करने के लिए आते हैं। Dr. Ramanand Sagar ventured to recreate the life and times of the universally revered saint, Sai Baba, with his characteristic zeal and devotion. The narrative artistry, has the added advantage of the support of extensive research material gathered from volumes of eye-witness accounts Sai Baba’s life story. His countless devotees in India and all over the world, therefore, look up to him as a guru, a saint, a savior and an incarnation of that supreme power which manifests itself in human form when the hour of need arrives to redeem mankind from mortal sins. While popular legend invariably revolves around alleged persons and events with or without a determinable basis of fact, the story or legend of Sai Baba has the basis of fact and collective belief inspired by his divine powers, witnessed by men and women who shared those wonderful experiences. Music And Lyrics - Ravinder Jain Associate Director - Mayur Vaishnav, Madan Sinha Co-Producer - Subhash Sagar, Prem Sagar, Jyoti Sagar Co-Director - Anand Sagar, Moti Sagar Writer - Ramanand Sagar Producer - Ramanand Sagar Director - Ramanand Sagar In association with Divo - our YouTube Partner #saibaba #saibabastories #shirdisaibaba #omsairam #saichamatkar #sairam #saibaba #शिर्डी #साई