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डाउ हिल का शापित जंगल: अध्याय:-17 @Kuki-FM #hindiaudiobook / @kuki-fm #hindiaudiobook #audiobook #horrorstories #horror #horroraudiobooks #bedtimehorrorstory डाउ हिल का शापित जंगल: अंतिम प्रलय एपिसोड 3: आत्माओं का तांडव (विस्तारित संस्करण) पिछले एपिसोड में: अर्जुन, विक्रम और प्रिया गहरी मुसीबत में फँस चुके थे। जंगल की आत्माओं ने उन्हें घेर लिया था, और विक्टोरिया स्कूल के सबसे बड़े रहस्य का पर्दाफ़ाश होने वाला था। आत्माओं ने उनकी कब्रों की ओर इशारा कर दिया था—क्या वे बच पाएंगे? --- गहरी रात का सन्नाटा और भय का आगमन रात अपनी चरम सीमा पर थी। हवा के झोंके ठंडे नहीं, बल्कि दहशत से भरे लग रहे थे। चाँद बादलों में छिप गया था, और डाउ हिल का जंगल काले अंधकार में डूबा हुआ था। "तुम बच नहीं सकते... कोई भी नहीं बच सकता..." महिला आत्मा की आवाज़ हवा में गूँज रही थी, लेकिन अब वह अकेली नहीं थी। चारों ओर सफ़ेद लिबास में साए घूमने लगे थे। उनकी आँखें गहरे अंधकार से भरी थीं, और उनके मुँह से खून टपक रहा था। विक्रम ने घबराकर प्रिया का हाथ कसकर पकड़ लिया। "हमें यहाँ से निकलना होगा!" उसने काँपती आवाज़ में कहा। "लेकिन कैसे?" अर्जुन ने गहरी साँस ली। "हम फँस चुके हैं!" जंगल के चारों ओर से अचानक बच्चों की चीखें उठने लगीं। कोई उनके नाम पुकार रहा था— "अर्जुन... विक्रम... प्रिया... हमारी मदद करो..." ये आवाज़ें किसी ओर से नहीं, बल्कि उन्हीं पेड़ों के बीच से आ रही थीं, जहाँ से लाल धुंध निकल रही थी। विक्टोरिया स्कूल के पीछे छिपा नरसंहार अचानक, जंगल में एक तरफ़ से लाल रोशनी उठी। "वे जाग रहे हैं..." महिला आत्मा ने ठंडे स्वर में कहा। विक्रम ने डरते हुए देखा—वह जगह विक्टोरिया बॉयज स्कूल के ठीक पीछे की पुरानी गुफा थी, जिसके बारे में कहा जाता था कि वहाँ पर कई बच्चों को ज़िंदा दफना दिया गया था। "हमें उस गुफा में जाना होगा," अर्जुन ने तेज़ी से कहा। "क्या? पागल हो गए हो? वहाँ जाना मतलब मौत को न्योता देना!" विक्रम चिल्लाया। "अगर हम नहीं गए, तो ये आत्माएँ हमें जिंदा नहीं छोड़ेंगी," प्रिया ने घबराकर कहा। गुफा के अंदर का अंधकार गुफा में प्रवेश करते ही एक अजीब-सा घुटन भरा माहौल था। दीवारों पर काले निशान थे, जैसे वहाँ कुछ जलाया गया हो। हवा में सड़े हुए मांस की बदबू थी। जैसे ही वे अंदर घुसे, गुफा की दीवारों पर खून से लिखा हुआ संदेश दिखा— "हमारा बदला अधूरा है..." प्रिया ने काँपते हुए दीवारों को छुआ, तभी एक जोरों की चीख गूँजी। "चले जाओ... नहीं तो तुम भी हमारी तरह मर जाओगे!" अर्जुन ने पीछे मुड़कर देखा, लेकिन वहाँ कोई नहीं था। "यहाँ कुछ तो बड़ा राज़ है," अर्जुन ने दीवारों को ध्यान से देखते हुए कहा। तभी गुफा के अंदर की ज़मीन हिलने लगी। "वे आ रहे हैं..." एक फुसफुसाती आवाज़ गूँजी। मृत आत्माओं का जागना गुफा के अंदर, ज़मीन से हड्डियों के ढेर निकलने लगे। उन हड्डियों से धीरे-धीरे मांस बनने लगा, और देखते ही देखते वहाँ कई बच्चों की आत्माएँ प्रकट हो गईं। उनके चेहरे जले हुए थे, उनकी आँखों से खून बह रहा था, और उनके मुँह से सिर्फ़ एक ही शब्द निकल रहा था— "बदला... बदला... बदला..." प्रिया ने ज़ोर से चीख मारी। "ये... ये वही बच्चे हैं, जिन्हें यहाँ ज़िंदा दफना दिया गया था!" विक्रम ने काँपते हुए कहा। अर्जुन ने जेब से तांत्रिक का दिया हुआ ताबीज़ निकाला और मंत्र पढ़ना शुरू किया— "ॐ भूत-प्रेत नाशाय स्वाहा!" तभी गुफा के अंदर की ज़मीन अचानक दरकने लगी। आत्माएँ चीख पड़ीं, और हवा में काली परछाइयाँ दौड़ने लगीं। गुफा की दीवारों पर खौफनाक सच अर्जुन ने जल्दी से दीवारों पर बने चित्रों को ध्यान से देखा। वहाँ कुछ भयानक दृश्य थे— एक आदमी, जिसका चेहरा विक्टोरिया स्कूल के एक पुराने प्रिंसिपल से मिलता था, बच्चों को मार रहा था। बच्चों की आत्माएँ उससे बदला लेने की कोशिश कर रही थीं। जंगल में किसी प्राचीन बलि का संकेत दिया गया था। "मतलब... स्कूल के नीचे एक नरसंहार हुआ था?" प्रिया ने घबराकर कहा। "और वो आदमी, जिसने ये किया, अब भी ज़िंदा है..." अर्जुन ने फुसफुसाते हुए कहा। तभी पीछे से एक आवाज़ आई— "बिल्कुल सही कहा..." भूतों से भी भयानक जीवित आदमी तीनों ने पीछे देखा—गुफा के दरवाज़े पर एक बूढ़ा आदमी खड़ा था। उसकी आँखें कोयले जैसी काली थीं, और उसके हाथ में एक अजीब-सा चमकता हुआ खंजर था। "तुम... तुम कौन हो?" विक्रम ने काँपते हुए पूछा। बूढ़े आदमी ने धीरे से मुस्कुराया, और उसकी हड्डियों की खड़खड़ाहट गूँजी। "मैं... वही हूँ, जिसने इस जंगल को शापित बनाया..." "क्या? मतलब तुम ही वो हेडमास्टर हो?" अर्जुन ने अविश्वास से पूछा। बूढ़े आदमी ने सिर हिलाया। "तुमने इन बच्चों को क्यों मारा?" प्रिया ने गुस्से से पूछा। हेडमास्टर ने ठंडी हँसी हँसते हुए कहा, "इन बच्चों ने मेरे राज़ को जान लिया था। मुझे उन्हें मारना पड़ा... लेकिन अब उनकी आत्माएँ यहाँ कैद हैं, और वे बदला चाहती हैं!" अगला एपिसोड: मौत की गूंज क्या अर्जुन, विक्रम और प्रिया बच पाएंगे? जंगल की आत्माएँ आखिर क्या चाहती हैं? क्या हेडमास्टर को हराना संभव है? विक्टोरिया स्कूल और इस गुफा के रहस्यों का अंतिम पर्दाफाश कैसे होगा? अगले एपिसोड में और भी रहस्यमय और भयावह घटनाएँ होंगी! story in Hindi